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6 महीने के बच्चे के स्लीप रिग्रेशन क्यों होता है? जानिए यहां....

Written by डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


अपडेटेड 09/02/2022

    6 महीने के बच्चे के स्लीप रिग्रेशन क्यों होता है? जानिए यहां....

    6 महीने के बच्चे में स्लीप रिग्रेशन क्यों होता है? जन्म के बाद कई बच्चों को नींद की समस्या होती है। उनके स्लीप पैटर्न के कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। आपके बच्चे के स्वस्थ विकास के लिए पर्याप्त नींद लेना आवश्यक है। बच्चे की नींद जितनी अच्छी होगी, उनका विकास भी उतना अच्छा होगा। औसतन 3 महीने से कम उम्र के बच्चे को 14 से 17 घंटे की नींद लेना आवश्यक है। 4 से 11 महीने के बच्चे को लगभग 12 से 15 घंटे की जरूरत होती है। लेकिन जैसे-जैसे आपका बच्चा बड़ा होता जाएगा, उसकी नींद का समय थोड़ा समय होता जाएगा। बच्चों के लिए दिनभर में आमतौर पर 11 से 14 घंटे की नींद आवश्यक होगी। यदि आपका बच्चा पर्याप्त नींद ले रहे हैं, तो यह उनके लिए सही नही है। आइए जानते हैं कि 6 महीने के बच्चे में स्लीप रिग्रेशन क्यों होता है:

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    स्लीप रिग्रेशन क्या है (what is sleep regression)?

    6 महीने के बच्चे में स्लीप रिग्रेशन क्यों हाेता है, इससे पहले यह जान लें कि स्लीप रिग्रेशन होता क्या है। स्लीप रिग्रेशन तब होता है, जब आपके शिशु के स्लीप पैटर्न में अचानक से बदलाव होने लगता है। स्लीप रिग्रेशन एक ऐसी स्थिति है, जो किसी भी बच्चे के साथ हो सकती है। यह पूरी तरह से सामान्य है, लेकिन यह आपके और आपके बच्चे दोनों के लिए जल्दी ही परेशानी भरा हो सकता है। आमतौर पर, स्लीप रिग्रेशन आपके बच्चे के विकासात्मक विकास से जुड़ा होता है। आपके बच्चे की नींद की आदतों में कोई भी बदलाव स्लीप रिग्रेशन हो सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आपका शिशु रात को गहरी नींद में सोया है, तो वह अचानक से उठकर खेलने लग सकता है या अपनी नींद के बीच में कई बार जाग सकता है। भले वो रोज आसानी से सो जाता हो। आप यह भी देख सकते हैं कि वे दिन के दौरान सामान्य से अधिक चिड़चिड़े रहते हैं, क्योंकि वे पर्याप्त नींद नहीं ले रहे हैं।

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    6 महीने के बच्चे में स्लीप रिग्रेशन क्या है (What is sleep regression in 6 month old baby)?

    6 महीने के बच्चे में स्लीप रिग्रेशन क्याें होती है, जानिए यहां। छह महीने की उम्र में, यह अनुशंसा की जाती है कि शिशुओं को प्रति दिन कुल 12 से 15 घंटे की नींद मिले, जोकि उनके विकास के लिए जरूरी है। इस उम्र के अधिकांश बच्चे एक समय में अधिक देर तक सोते रहते हैं, यानि की लंबी नींद लेते हैं। इस प्रक्रिया को स्लीप कंसोलिडेशन के रूप में जाना जाता है। हालांकि वे अभी भी आमतौर पर प्रति दिन दो बार झपकी लेते हैं, उनकी अधिकतर नींद रात में लेना शुरु हो जाती है, और कई छह महीने के बच्चे पूरी तरह से रात में सोना शुरू कर देते हैं। छह महीने के शिशु भी कई महत्वपूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास की स्थिति से गुजर रहे होते हैं। इस उम्र तक वो हंसने और मुंह से कुछ-कुछ अवाज निकालने में सक्षम हो जाते हैं और उनकी शारीरिक क्षमता में कई तरह के अन्य विकास भी देखे जा सकते हैं, जैसे लुढ़कना या सहारे के साथ बैठना आदि। ये सभी कारक दिन और रात में बच्चे के गतिविधि स्तर और नींद की आदतों में भूमिका निभा सकते हैं।

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    6 महीने के बच्चे में स्लीप रिग्रेशन का क्या कारण है (What is the reason for 6 month old baby’s sleep regression?)?

    स्लीप रिग्रेशन का सबसे आम कारण आपके बच्चे का समय के साथ विकास और उनकी बढ़ती शारीरिक गतिविध का होना। नींद में ये बदलाव आपके बच्चे के विकासशील मस्तिष्क के कारण होते हैं। जैसे-जैसे उसका मस्तिष्क विकसित होने लगता है, उसकी नींद का स्वरूप भी बदल जाता है और वह अपने माता-पिता और बड़ों की तरह ही नींद लेने लगते हैं। नींद में ये बदलाव आपके बच्चे के विकासशील मस्तिष्क के कारण होते हैं। जैसे-जैसे उसका मस्तिष्क विकास होता है, उसी के साथ उनके नींद का स्वरूप भी बदल जाता है और वह अपने माता-पिता और बड़ों की तरह ही बनने लगती है। वह नींद के दो चरणों में लेने लगेगा, हल्की और गहरी नींद। जो बच्चा कभी भी ले सकता है।

    स्लीप रिग्रेशन के कुछ अन्य सामान्य कारणों में शामिल हैं:

    •  जब आपका बच्चा बीमार होता है, जैसे कि सर्दी, जुकाम या बुखार आदि, तो वह अक्सर असहज और बेचैन रहता है। इससे उनकी नींद की गुणवत्ता को प्रभावित होती है।
    • दांत निकलना आपके बच्चे के लिए एक दर्दनाक प्रक्रिया है। दांत निकलते समय उन्हें जो बेचैनी महसूस होती है, वह उनके सोने के तरीके को प्रभावित कर सकती है।
    • बच्चे के पेट या शरीर के किसी हिस्से में दर्द होने पर भी उनकी नींद प्रभावित हो सकती है।
    • जब बच्चे के उसके अनुकुल आराम वाला वातावरण नहीं मिलता है, तो भी उसकी नींद प्रभावित हो सकती है।

    स्लीप रिग्रेशन कितने समय तक रहता है (How long does sleep regression in child)?

    हालांकि, 6 महीने के बच्चे में स्लीप रिग्रेशन आमतौर पर अल्पकालिक होता है। यह धीरे-धीरे समय के साथ कुछ समय में ठीक हो जाता है। यह औसतन, यह एक सप्ताह से दो सप्ताह के बीच रह सकता है। आपके बच्चे के स्लीप रिग्रेशन की अवधि मुख्य रूप से उसके होने के कारण पर निर्भर करती है।एक बार यह ठीक हो जाने के बाद, आपको शिशु एक स्लीप पैटर्न में आ जाएगा। यदि आपको लगता है कि आपके बच्चे में स्लीप रिग्रेशन की समस्या अधिक लंबे समय तक हो रही है और आप इस बारे में स्पष्ट नहीं हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है, तो यह सुनिश्चित करने के लिए अपने बाल रोग विशेषज्ञ के साथ जांच करना सही रहेगा।

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    पेरेंट्स इन बातों का ध्यान रखें (Parents keep these things in mind)

    स्लीप रिग्रेशन एक अस्थायी स्थिति है। इसे प्रबंधित करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप अपने बच्चे को इस प्रक्रिया से जितना हो सके उतना सहज बनाएं। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है कि उनकी नियमित नींद की दिनचर्या से विचलित न हों। अपने बच्चे की नींद की दिनचर्या को तब तक बनाए रखें जब तक कि वह अपने सामान्य पैटर्न में वापस न आ जाए।क्योंकि स्लीप रिग्रेशन आपके बच्चे के नियमित स्लीप पैटर्न से बस एक बदलाव है, और इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। स्लीप रिग्रेशन से निपटना कठिन हो सकता है, इसलिए माता-पिता को खुद के साथ धैर्य रखने की जरूरत है। कभी-कभी स्लीप रिग्रेशन तीन सप्ताह तक चल सकता है। यदि ऐसा हो रहा है तो आपको अपने बाल रोग विशेषज्ञ से जांच करानी चाहिए।

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    6 महीने के बच्चे में स्लीप रिग्रेशन के बारे में आपने जाना यहां।अपने बच्चे को तब सुलाएं जब वह नींद में हो। इससे वो अच्छे से लंबे समय तक सोएगा। आप बच्चे के सोते समय शांत वातावरण का ध्यान रखें। पेरेंट्स  मोबाइल या टीवी का इस्तेमाल का समय सीमित करें। अध्ययनों से पता चलता है कि स्क्रीन के संपर्क में, विशेष रूप से सोने से कुछ समय पहले, मेलाटोनिन हाॅर्मोन को प्रभावित कर सकता है, मस्तिष्क में एक हाॅर्मोन जो हमारे सोने के तरीके को नियंत्रित करता है। उसका सही होना बहुत जरूरी है। 6 महीने के बच्चे में स्लीप रिग्रेशन के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से बात करें।

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