कई बार पोषक तत्वों की कमी की वजह से डिलिवरी के बाद महिलाओं में ब्रेस्ट मिल्क की पर्याप्त आपूर्ति नहीं होती है। ऐसे में कुछ खास तरह के पोषक तत्वों से भरपूर आहार से इस समस्या से निपटा जा सकता है। क्योंकि शिशु को मां के दूध से संपूर्ण पोषण मिलता है और बच्चे में लैक्टेशन बढ़ाने के लिए सही तरीके से स्तनपान कराने के साथ ही कुछ खास रेसिपीज भी ट्राई करें। चलिए आपको बताते हैं लैक्टेशन बढ़ाने के घरेलू तरीके क्या-क्या हैं?
लैक्टेशन बढ़ाने के घरेलू तरीके (Home remedies to increase lactation) क्या हैं?
लैक्टेशन बढ़ाने के घरेलू तरीके निम्नलिखित हैं। जैसे:-
अगर आपको भी पर्याप्त दूध नहीं होता है तो आप भी ये रेसिपीज ट्राई करके ब्रेस्ट मिल्क का प्रोडक्शन बढ़ा सकती हैं।
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लैक्टेशन बढ़ाने के घरेलू तरीके में शामिल है हलीम लड्डू
जिन महिलाओं को दूध नहीं बनता या बहुत कम बनता है उनके लिए हलीम का सेवन बहुत फायदेमंद है।
सामग्री
- ¾ कप हलीम के बीज
- 1 टेबलस्पून घी
- आधा कप गुड़
- ¼ कप सूजी
- 1 टेबलस्पून कद्दूकस किया हुआ सूखा नारियल
- ¼ बादाम का दरदा पिसा हुआ
विधि
हलीम को आधा कप पानी में 3 घंटे के लिए भिगोकर रखें। फिर कड़ाही में घी गरम करके उसमें गुड़, हलीम और सूजी डालकर पकाएं। मध्यम आंच पर 6-7 मिनट के लिए पकाएं। जब गुड़ अच्छी तरह मिक्स हो जाए तो इसमें नारियल और बादाम मिक्स कर दें। आंच से उतारकर मिश्रण को ठंडा होने के लिए थाली में फैला दें। थोड़ा ठंडा होने पर इसके लड्डू बना लें।
लैक्टेशन बढ़ाने के घरेलू तरीके में शामिल है चॉकलेट और अनार ओट्स
ओटमील (जौ) में आयरन की भरपूर मात्रा होती है इसलिए इसे बेहतरीन लैक्टोजेनिक फूड माना जाता है यह नई मांओं में आयरन की कमी और कैल्शियम की कमी दूर करता है।
सामग्री
- 120 ग्राम जौ का आटा
- 1 टेबलस्पून डार्क चॉकलेट चिप्स
- 120 ग्राम अनार के दाने
- आधा कप ओट मिल्क
विधि
सभी सामग्रियों को मिलाकर ढंककर रातभर के लिए फ्रिज में रख दें। सुबह निकालकर एक बार फिर से मिक्स करें। यदि गाढ़ा लगे तो इसमें थोड़ा और ओट मिल्क मिक्स कर लें। आप चाहे तो इसमें पिसा हुआ फ्लैक्सीड भी मिक्स कर सकते हैं। इससे भी ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन बढ़ता है।
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लैक्टेशन बढ़ाने के घरेलू तरीके में शामिल है हेल्दी बाइट्स
बिजी वर्किंग मॉम्स के लिए यह बेस्ट रेसिपी है, क्योंकि हेल्दी होने के साथ ही इसे बनाना बिल्कुल आसान है। लैक्टेशन बढ़ाने में फ्लैक्सीड बहुत फायदेमंद होता है।
सामग्री
- 1 कप ओटमील
- आधा कप पीनट बटर
- आधा कप फ्लैक्सीड (पिसा हुआ)
- 1 कप कद्दूकस किया हुआ नारियल
- 1/3 कप शहद
- आधा टीस्पून ब्रियूवर यीस्ट
- 1 टीस्पून वनीला
- आधा कप मिनी चॉकलेट चिप्स
विधि
इनसभी सूखी सामग्रियों जैसे- ओटमील, नारियल, चॉकलेट चिप्स, फ्लैक्सीड और ब्रियूवर यीस्ट को मिक्स कर लें। इसमें पीनट बटर, शहद और वनीला डालकर अच्छी तरह मिलाएं। फिर एक घंटे के लिए फ्रिज में रख दें। फ्रिज से निकालने के बाद इस मिश्रण से लड्डू बना लें।
लैक्टेशन बढ़ाने के घरेलू तरीके में शामिल है मेथी सूप
महिलाओं के लिए मेथी बहुत फायदेमंद होती है। कमर दर्द दूर करने के साथ ही यह ब्रेस्ट फीड कराने वाली महिलाओं में दूध की आपूर्ती बढ़ाता है। लैक्टेशन बढ़ाने के लिए मेथी का सूप पीएं।
सामग्री
- 1 कप ताजी मेथी की पत्तियां
- आधा कप बारीक कटा प्याज
- 1 बारीक कटा टमाटर
- 3-4 लहसुन की कलियां कटी हुई
- 2 कप पानी
- नमक और कालीमिर्च स्वादानुसार
- 2 टीसपून तिल का तेल
विधि
मेथी के पत्तों को धोकर काट लें। अब पैन में तेल गरम करके प्याज, लहसुन को सुनहरा होने तक भूनें। अब इसमें टमाटर डालकर कुछ देर के लिए पकाएं। कटी हुई मेथी डालकर भूनें। फिर 2 कप पानी, नमक और कालीमिर्च डालकर 15 मिनट तक धीमी आंच पर पकने दे। गरम-गरम सूप तैयार है।
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लैक्टेशन बढ़ाने के घरेलू तरीके में शामिल है बनाना ब्रेड
सामग्री
- 2 टेबलस्पून फ्लैक्सीड मील
- 4 टेबलस्पून पानी
- ¾ कप मैदा
- ¼ कप ओट्स
- आधा टीस्पून नमक
- 1 टीस्पून बेकिंग सोडा
- 4 टेबलस्पून ब्रियूवर यीस्ट
- 1 टीस्पून पिसी हुई मेथी
- आधा टीस्पून पिसी हुई दालचीनी
- आधा कप बटर (फेंटा हुआ)
- 3 अंडे
- 1 कप शक्कर
- ¼ कप मैश किया केला (2-3 केले)
- 2 टेबलस्पून दूध
- 1 टीस्पून वनीला एक्स्ट्रैक्ट
- आधा कप कटा हुआ अखरोट
विधि
ओवन को 350 डिग्री पर प्रीहीट करें। 10 इंच के लोफ पैन को क्रीस करें। फ्लैक्सीड मील में पानी मिलाकर अलग रख दें। अब एक बाउल में सभी सूखी सामग्रियों (नट्स को छोड़कर) मिक्स कर लें। बटर, अंडे, शक्कर, केला और दूध को मिक्सर में स्लो स्पीड में अच्छी तरह से फेंट लें। इसमें वनीला और फ्लैक्सीड मिक्स करें और एक मिनट तक मिक्सर में घुमाएं। अब केले वाले मिश्रण में धीरे धीरे मैदा मिक्स करें। ऊपर से नट्स डालें और मिश्रण को ग्रीस किए हुए पैन में डालकर ओवन में 50-60 मिनट तक बेक करें। 10 मिनट ठंडा होने दें फिर निकालें।
लैक्टेशन बढ़ाने के लिए आप ये सारी रेसिपी ट्राई कर सकते हैं।\
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शिशु के जन्म के बाद और छे महीने तक बच्चे को सिर्फ मां का दूध ही दिया जाता है। इस दौरान बच्चे को कोई भी अन्य पेय पदाथों का सेवन नहीं करवाया जाता है। शिशु के छे महीने के बाद ही अन्य खाद्य पदार्थ या पेय पदार्थों का सेवन करवाया जाता है। नवजात शिशु सिर्फ मां के ही दूध पर आश्रित होता है। हालांकि अगर किसी कारण शिशु को मां का दूध नहीं मिल पाता है, तो फार्मूला मिल्क बच्चे को दिया जाता है। नई मॉम को ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के इन घरेलू उपायों के साथ-साथ कुछ अन्य बातों पर भी ध्यान देना जरूरी है। इसलिए नवजात की मां को डिहाइड्रेशन से बचने के लिए समय-समय पानी पीते रहना चाहिए। महिला को यह भी ध्यान रखना चाहिए की मीठे पेय पदार्थों का सेवन कम से कम करना चाहिए। अत्यधिक मीठे पेय पदार्थों के सेवन से वजन बढ़ने की संभावना ज्यादा होती है। चाय या कॉफी का सेवन भी एक दिन में दो कप से ज्यादा नहीं करना चाहिए। पौष्टिक आहार के साथ-साथ इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर लैक्टेशन बढ़ाने के घरेलू तरीके को अपना कर हेल्दी रहना आसान हो सकता है। जिससे सेहत से जुड़ी परेशानी मां और शिशु दोनों को ही नहीं होगी।
अगर आप लैक्टेशन बढ़ाने के घरेलू तरीके से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।
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