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निप्पल शील्ड : नई माओं के लिए बेहतरीन है ये प्रोडक्ट!

और द्वारा फैक्ट चेक्ड Nikhil deore


Toshini Rathod द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/02/2022

    निप्पल शील्ड : नई माओं के लिए बेहतरीन है ये प्रोडक्ट!

    बच्चे के पैदा होने के बाद मां और बच्चे का कनेक्शन शारीरिक रूप से ब्रेस्टफीडिंग (Breastfeeding) के दौरान बेहतर रूप से होता है। ब्रेस्टफीडिंग, मां और बच्चे दोनों के लिए एक सुखद अनुभव माना जाता रहा है। लेकिन कुछ महिलाओं को ब्रेस्टफीडिंग के दौरान दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मिल्क डक्ट के रोम छिद्रों के बंद हो जाने के कारण या निप्पल में दरारें और स्वेलिंग (Cracks and swelling) होने के कारण कई महिलाओं को ब्रेस्टफीडिंग के दौरान दर्द का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति मां के लिए तकलीफ दे साबित होती है। इसलिए इस समस्या से निपटने के लिए निप्पल शील्ड (Nipple shields) का इस्तेमाल किया जा सकता है। निप्पल शील्ड अपने आप में एक ऐसा जरिया माना जाता है, जिससे बच्चा और मां दोनों ही सुविधा महसूस कर सकते हैं। आइए जानते हैं निप्पल शील्ड क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है।

    निप्पल शील्ड क्या है? (Nipple shields)

    आजकल आप आसानी से ब्रेस्टफीडिंग से जुड़े प्रोडक्ट घर पर ऑनलाइन मंगा सकते हैं। यह प्रोडक्ट नई मां की सुविधा के लिए होते हैं। खास तौर पर बच्चे की सेहत को ध्यान में रखते हुए इन प्रोडक्ट को बनाया जाता है। इन्हीं में से एक प्रोडक्ट है निप्पल शील्ड। यह एक तरह की सिलिकॉन से बनी शील्ड होती है, जो निप्पल पर लगाई जाती है, जिससे ब्रेस्टफीडिंग के दौरान आपके निपल्स में होने वाले दर्द से आराम मिल सके। कई बार ब्रेस्टफीडिंग के दौरान बच्चे की सकिंग से निप्पल में दर्द की शिकायत होती है और यह दर्द समय के साथ बढ़ता चला जाता है। इसलिए निप्पल शील्ड का इस्तेमाल करने की सलाह एक्सपर्ट देते हैं।

    लंबे समय तक ब्रेस्टफीडिंग करने की वजह से जो दर्द होता है, वह निप्पल शील्ड की मदद से रोका जा सकता है। सिलिकॉन (Silicone) से बने इस निप्पल शील्ड (Nipple shields) का आकार ब्रेस्ट निप्पल की तरह होता है, जिससे बच्चा आसानी से दूध पी सकता है। कुछ बच्चे आसानी से ब्रेस्टफीडिंग (Breastfeeding) के लिए तैयार नहीं होते और वह अपनी मां पर लैच नहीं कर पाते, वहीं कुछ महिलाओं के निप्पल सेंसिटिव (Nipple sensitivity) होते हैं। भले ही उन्हें दर्द की शिकायत ना हो, लेकिन सेंसेटिव निप्पल होने की वजह से ब्रेस्टफीडिंग सुविधाजनक साबित नहीं होती। यही वजह है कि निप्पल शील्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है। आइए अब जानते हैं निप्पल शील्ड के क्या फायदे हैं।

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    क्या हैं निप्पल शील्ड के फायदे? (Benefits of Nipple shields)

    आमतौर पर ब्रेस्टफीडिंग के लिए निप्पल शील्ड (Nipple shields) की जरूरत नहीं पड़ती, लेकिन यदि आपको ब्रेस्टफीडिंग के दौरान तकलीफ हो रही है, तो महिला को इसकी वजह से फ्रस्टेशन, गिल्ट और एंग्जाइटी (Frustration, Guilt and Anxiety) की शिकायत हो सकती है। ऐसी स्थिति में निप्पल शील्ड मां और बच्चे दोनों की स्थिति को बेहतर बनाने का काम करता है। 

    जब बच्चे प्रीमैच्योर (Premature baby) होते हैं या बच्चे की जीभ ठीक ढंग से सकिंग के लिए इस्तेमाल नहीं होती,  तो उन्हें ब्रेस्ट से लैच (Latch) करवाना मुश्किल साबित होता है। ऐसी स्थिति में निप्पल शील्ड ब्रेस्टफीडिंग के लिए सुविधाजनक साबित होती है। 

    निप्पल शील्ड का इस्तेमाल ब्रेस्टफीडिंग ट्रेनिंग के रूप में भी किया जा सकता है। ब्रेस्टफीडिंग ट्रेनिंग (Breast feeding training) के बाद आप चाहें तो निप्पल शील्ड के इस्तेमाल को टाल सकती हैं। उन महिलाओं के लिए निप्पल शील्ड (Nipple shields) बेहद फायदेमंद साबित होती है, जिनके निप्पल्स से ब्लीडिंग और सोर की दिक्कत होने की संभावना होती है। ऐसी महिलाओं के लिए निप्पल शील्ड फायदेमंद मानी जाती है। 

    कई माएं निप्पल सेंसटिविटी की वजह से बच्चे को बॉटल फीडिंग (Bottle feeding) करवाने लगती हैं, जिसके कारण बच्चा मां से अलग होकर दूध पीता है। इसलिए इस समस्या से निपटने के लिए निप्पल शील्ड (Nipple shields) का इस्तेमाल किया जाता है।

    निप्पल शील्ड (Nipple shields)

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    जिन महिलाओं के निप्पल फ़्लैट होते हैं, उनके बच्चे आसानी से निप्पल को मुंह में नहीं पकड़ पाते हैं और उन्हें ब्रेस्टफीडिंग के दौरान तकलीफों का सामना करना पड़ता है। ऐसी महिलाओं के लिए भी निप्पल शील्ड (Nipple shields) एक बेहतर प्रोडक्ट माना जाता है। 

    जहां एक ओर निप्पल शील्ड के कई फायदे होते हैं, वहीं कुछ महिलाओं को इसके नुकसान भी उठाने पड़ते हैं। आइए जानते हैं निप्पल शील्ड के नुकसान के बारे में।

    निप्पल शील्ड (Nipple shields) : क्या हो सकते हैं इससे नुकसान भी?

    अक्सर जब महिलाएं निप्पल शील्ड का इस्तेमाल करती हैं, तो बच्चा इसकी फील और शील्ड के टेक्स्चर (Shield’s Texture) के साथ जुड़ता चला जाता है। ऐसी स्थिति में बच्चे को निप्पल शील्ड (Nipple shields) की आदत पड़ सकती है। 

    कई महिलाएं शुरुआती दौर पर निप्पल शील्ड का इस्तेमाल करती हैं और बाद में बच्चे को सीधे ब्रेस्टफीडिंग की आदत डालने की कोशिश करते हैं। ऐसी स्थिति में बच्चे को दोबारा सीधे ब्रेस्ट से ब्रेस्टफीडिंग (Breastfeeding) कराने में दिक्कत हो सकती है। 

    कुछ बच्चे ने ब्रेस्टफीडिंग की मदद से आसानी से दूध को सक कर लेते हैं, वहीं कुछ बच्चों को निप्पल शील्ड (Nipple shields) के जरिए दूध सक करने में तकलीफों का सामना करना पड़ता है। जिसकी वजह से उनकी भूख नहीं मिटती और वे खाली पेट रह जाते हैं। ऐसी स्थिति में मां को बॉटल फीडिंग और सप्लिमेंट के जरिए उनकी भूख शांत करनी पड़ती है।

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    कुछ महिलाओं को पब्लिक प्लेस में निप्पल शील्ड (Nipple shields) की मदद से दूध पिलाने में दिक्कत हो सकती है। दूध पिलाने से पहले आपको निप्पल शील्ड को अपने निप्पल (Nipple) पर अप्लाय करना पड़ता है, जो पब्लिक प्लेस में आपके लिए मुश्किल भरा साबित हो सकता है। इसलिए जहां एक ओर निप्पल शील्ड आपके लिए फायदेमंद साबित होती है, वहीं कुछ महीनों में यह आपके लिए मुश्किलें भी खड़ी कर सकती हैं। आइए अब जानते हैं इसके प्रकार और साइज के बारे में।

    निप्पल शील्ड (Nipple shields): कई प्रकारों और साइज में होते हैं उपलब्ध 

    जैसा कि आप सभी जानते हैं, अलग-अलग महिलाओं में ब्रेस्ट के अलग-अलग साइज होते हैं। इसी तरह निप्पल शिल्ड भी का एक साइज हर महिला के लिए फिट नहीं हो सकता। यह अलग-अलग फिट्स के साथ आते हैं, इसलिए आपको अपने ब्रेस्ट और निप्पल के साइज के अनुसार निप्पल शील्ड चुनना पड़ता है। आपको ध्यान रखना पड़ता है कि यह निप्पल शील्ड (Nipple shields) सुविधाजनक रूप से आपके ब्रेस्ट पर लगा हो, जिससे जिससे दर्द, कट और घर्षण से आपके निप्पल (Nipple) को सुरक्षा मिल सके। साथ ही साथ बच्चे के लिए दूध का फ़्लो (Milk flow) ठीक ढंग से आ सके। 

    यदि आपको निप्पल शील्ड के चुनाव में तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है, तो आप सर्टिफाइड लेक्टेशन काउंसलर (Certified Lactation Counselor) से बात करके या पीडियाट्रिशियन (Paediatrician) से सलाह लेकर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। ये निप्पल शील्ड के साइज का चुनाव करने में आपकी मदद कर सकते हैं।

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    जैसे-जैसे आपका बच्चा बड़ा होता है, वैसे वैसे आपको निप्पल शील्ड (Nipple shields) के साइज को बदलने की जरूरत पड़ती है। बच्चे का मुंह समय के साथ बड़ा होने लगता है, इसलिए वह छोटी निप्पल शील्ड से दूध पीने में मुश्किल महसूस करता है। इसलिए आपको समय के साथ मीडियम से लार्ज साइज पर शिफ्ट करना पड़ता है। 

    निप्पल शील्ड : रखें इन बातों का ध्यान 

    निप्पल शील्ड को ब्रेस्टफीडिंग के शुरुआती समय के लिए ही इस्तेमाल करना चाहिए। यह टेंपरेरी यूज़ के लिए एडवाइजेबल है। जब एक बार बच्चा अच्छी तरह से ब्रेस्टफीडिंग करने लगे, तो आपको निप्पल शील्ड हटाकर बच्चे को सीधे ब्रेस्टफीडिंग कराने की आदत डालनी चाहिए। यह उन महिलाओं के लिए अच्छा प्रोडक्ट माना जाता है, जिनके बच्चे आसानी से ब्रेस्टफीडिंग (Breastfeeding) के लिए तैयार नहीं होते। ऐसी स्थिति में शुरुआती तौर पर उन्हें निप्पल शील्ड से दूध पिलाने की आदत डाली जाती है।

    कैसे करें निप्पल शील्ड का इस्तेमाल? (Use of Nipple shields)

    निप्पल शील्ड का इस्तेमाल कोई भी महिला आसानी से कर सकती हैं। आपको निप्पल शील्ड की पोजीशन और ब्रेस्ट की पोजीशन को ध्यान में रखते हुए इसे ब्रेस्ट पर लगाना होता है। निप्पल शील्ड को ड्राय लगाने से बेहतर इसे गीला करके लगाना चाहिए, क्योंकि इससे ये आसानी से ब्रेस्ट  पर चिपक सकता है। कुछ देर के लिए निप्पल शील्ड (Nipple shields) को गर्म पानी में भिगोकर इससे ब्रेस्ट पर लगाया जा सकता है। इसके बाद आप निप्पल शील्ड से बच्चे को दूध पिलाने की कोशिश कर सकते हैं। हालांकि इसे टेंपरेरी यूज़ के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए। यदि आपके निप्पल (Nipple) में परेशानी हो गई है, तो जब तक दर्द ठीक नहीं हो जाता, तब तक निप्पल शील्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। 

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    निप्पल शील्ड : सफाई का रखें ध्यान 

    जब आप निप्पल शील्ड (Nipple shields) का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको इसकी साफ-सफाई का भी खासतौर पर ध्यान रखना पड़ता है। आपको रोजाना इसे साफ करaना पड़ता है, क्योंकि यह सीधे आपके बच्चे के मुंह में जाती है।इसलिए आपको निप्पल शील्ड को गर्म और साबुन युक्त पानी से धोना चाहिए। आप चाहे तो इसकी साफ-सफाई को लेकर डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।

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    हर महिला के लिए ब्रेस्टफीडिंग आसान नहीं होती। कुछ महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है, जो लगातार ब्रेस्टफीडिंग के दौरान बढ़ सकती है। ऐसी स्थिति में निप्पल शील्ड का इस्तेमाल करके आप कुछ समय के लिए अपने निप्पल (Nipple) को ठीक होने का समय दे सकते हैं। इसलिए तकलीफ में ब्रेस्टफीडिंग करवाने से बेहतर है आप गायनेकोलॉजिस्ट से निप्पल शील्ड (Nipple shields) को लेकर सलाह लें और उनकी सलाह के बाद इसका ठीक ढंग से इस्तेमाल करें। 

    डिस्क्लेमर

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