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निप्पल में दर्द (Nipple Pain) कहीं इस बीमारी की ओर इशारा तो नहीं? जान लें ये जरूरी बातें

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Toshini Rathod द्वारा लिखित · अपडेटेड 16/11/2023

    निप्पल में दर्द (Nipple Pain) कहीं इस बीमारी की ओर इशारा तो नहीं? जान लें ये जरूरी बातें

    महिलाओं को होने वाली आम समस्याओं में से एक है निप्पल में दर्द होना (Nipple pain), लेकिन यह किस एक वजह से नहीं होता, इसके कई कारण हो सकते हैं। गलत फिटिंग की ब्रा से लेकर ब्रेस्टफीडिंग और एलर्जी से लेकर स्किन इंफेक्शन तक, निप्पल पेन (Nipple pain) के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। प्रेग्नेंट महिलाओं को भी निप्पल पेन होना आम है। इससे निपटने के लिए पहले दर्द के कारणों का पता लगाना जरूरी है, क्योंकि तभी इसका सही उपचार किया जा सकता है। निप्पल में दर्द के सामान्य कारणों और उपचार के बारे में जानिए इस आर्टिकल में।

    क्यों होता है निप्पल में दर्द? (Nipple pain)

    गर्भावस्था, स्तनपान, एलर्जी, गलत फीटिंग की ब्रा या स्किन इंफेक्शन निप्पल पेन का कारण हो सकते हैं, लेकिन कई बार यह दर्द सामान्य नहीं होता। यानी निप्पल में दर्द (Nipple pain) का कारण कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या जैसे कैंसर या गंभीर संक्रमण हो सकता है। इसलिए यदि आपको लंबे समय से निप्पल पेन की समस्या है तो उसे नजरअंदाज बिल्कुल न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। आपकी स्थिति की जांच के बाद डॉक्टर उपचार का तरीका बताएगा।

    निप्पल में दर्द के लक्षण (Nipple pain symptom)

    निप्पल पेन में हर किसी के लक्षण एक जैसे नहीं होते। कुछ को घाव जैसा दर्द और निप्पल में संवेदनशीलता महसूस होती है, किसी को तेज दर्द (Sharp pain) और खुजली (Itching) का अनुभव होता है। निप्पल में दर्द के साथ ही ब्रेस्ट और निप्पल में कुछ अन्य लक्षण भी दिखते हैं जिसमें शामिल है-

    • निप्पल से खून आना (Bleeding from the nipple)
    • ब्रेस्ट में गांठ (Breast lump)
    • ब्रेस्ट की कोमलता (Breast tenderness)
    • ब्रेस्ट की त्वचा के रंगरूप में बदलाव
    • ब्रेस्ट के साइज, शेप और रूप में बदलाव
    • निप्पल से डिस्चार्ज होना (Nipple discharge)
    • ब्रेस्ट या निप्पल में रैश, क्रैक या खुजली होना
    • निप्पल या ब्रेस्ट का लाल होना या सूजन
    • ब्रेस्ट की त्वचा के रंग में बदलाव

    निप्पल पेन के साथ होने वाले अन्य लक्षण शरीर के अन्य हिस्सों से संबंधित होते हैं, में शामिल है-

    • बुखार (Fever)
    • मितली या उल्टी (Nausea or vomiting)

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    निप्पल पेन (Nipple pain) के लक्षण जो किसी गंभीर स्वास्थ्य स्थिति का संकेत देते हैं

    कई मामलों में निप्पल में दर्द के साथ ही कुछ और लक्षण भी दिखते हैं जो किसी गंभीर बीमारी का संकेत दे सकते हैं। जैसे ब्रेस्ट में फोड़ा (breast abscess) होना मास्टिटिस (Mastitis) की जटिलताओं के कारण हो सकता है, यदि इसका समय पर उपचार न किया जाए तो यह रक्तप्रवाह में फैल सकता है जिससे सेप्सिस (sepsis) हो सकता है। यह जानलेवा बैक्टीरियर ब्लड इंफेक्शन (bacterial blood infection) है जिससे ऑर्गन फेलियर (organ failure) हो सकता है। इसलिए यदि आपको या आपके आसपास किसी को भी निप्पल में दर्द, सूजन या सेप्सिस के कोई लक्षण है तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें। सेप्सिस के लक्षणों में शामिल है-

    • कुछ समय के लिए भ्रम (Confusion) या चेतना (consciousness) कम हो जाना
    • बेहोशी (Fainting) या चेतना कम होना
    • सांस लेने में परेशानी (Shortness of breath)
    • पेशाब कम होना

    निप्पल में दर्द के कारण (Nipple pain causes)

    Nipple pain- निप्पल में दर्द होना

    निप्पल पेन किसी एक कारण से नहीं, बल्कि कई कारणों से हो सकता है। इसके संभावित कारणों में शामिल है-

    रगड़ (Friction)

    बार-बार रगड़ की वजह से भी निप्पल में दर्द हो सकता है। जैसे कपड़ों से रगड़ होना खासतौर पर किसी स्पोर्ट्स एक्टिविटी के दौरान। यह निप्पल पेन में का एक आम कारण है जो निप्पल के शर्ट/टीशर्ट या गलत फीटिंग ब्रा में बार-बार रगड़ से होता है। ऐसा खासतौर पर रनिंग, सर्फिंग और बास्केटबॉल जैसी एक्टिविटी के दौरान होता है। रगड़ की वजह से निप्पल में तेज दर्द (Nipple pain) और घाव जैसा महूसस होता है। साथ ही वहां की त्वचा भी रूखी (dry) और फट (chapped) जाती है।

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    संक्रमण (Infection)

    रगड़ की वजह से निप्पल पहले से चोटिल होता है ऐसे में एलर्जिक रिएक्शन (allergic reaction) या क्रैक होने या खून आने (bleeding) की वजह से इसमें इंफेक्शन का जोखिम अधिक होता है। इसका अलावा ब्रेस्टफीडिंग से भी इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। निप्पल में दर्द का कारण यीस्ट इंफेक्शन भी हो सकता है जो कि एक फंगल इंफेक्शन है। ऐसा निप्पल के आसपास के टिशू को नुकसान, हाल ही में इस्तेमाल की गई एंटीबायोटिक (antibiotic) या किसी ऐसे व्यक्ति को हो सकती है जिसे पहले भी फंगल इंफेक्शन (fungal infections) हो चुका है।

    यीस्ट इंफेक्शन (yeast infection) जिसे थ्रश भी कहा जाता है, में निप्पल में जलन और चुभने वाला दर्द होता है। और रगड़ की वजहों को दूर करने के बाद भी यह कम नहीं होता। इसमें निप्पल (nipples) का रंग गुलाबी और एरोला का रंग लाल हो जाता है।

    मैस्टिटिस (Mastitis) गर्भावस्था के दौरान हो सकता है, यदि दूध किसी एक दूध नलिका (milk ducts) में फंस जाता है तो वहां बैक्टीरिया (Bacteria) पनपना शुरू हो जाते हैं और फैल जताते हैं। इस तरह के इंफेक्शन में निप्पल या ब्रेस्ट में सूजन, उनका लाल होना और पीड़ा होना शामिल है। मैस्टिटिस (Mastitis) का उपचार जरूरी है, क्योंकि इसका इलाज न कराने पर यह घाव या फोड़ा हो सकता है। इसका इलाज आमतौर पर एंटीबायोटिक्स से किया जाता है।

    हॉर्मोनल बदलाव की वजह से निप्पल में दर्द (Hormonal changes)

    पीरियड्स के दौरान होने वाले हॉर्मोनल बदलाव की वजह से भी निप्पल में दर्द (Nipple pain) का एहसास होता है। दरअसल, इस दौरान निप्पल एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रॉन हार्मोन के लेवल में बदलाव की वजह से दर्द होता है। पीरियड्स से पहले ब्रेस्ट और निप्पल अधिक कोमल या संवेदनशील हो जाते हैं और ऐसा होना बिल्कुल सामान्य है, लेकिन पीरियड्स के बाद भी यदि लंबे समय तक निप्पल पेन हो रहा है तो डॉक्टर की सलाह पर हॉर्मोन टेस्ट करवाने की जरूरत है।

    यौन संबंध के बाद निप्पल में दर्द (Sexual contact)

    सेक्शुअल एक्टिविटी (Sexual activity) के दौरान ब्रेस्ट या निप्पल पर बहुत अधिक दवाब या रगड़ से भी दर्द हो सकता है, लेकिन यह दर्द कुछ ही समय में ठीक भी हो जाता है। यदि दर्द अपने आप ठीक नहीं होता है और कई दिनों तक बना रहता है तो यह सामान्य नहीं है और ऐसे में आपको डॉक्टर से परामर्श करने की जरूरत है, क्योंक यौन संबंध (Sex) के दौरान निप्पल (Nipple) में होने वाला दर्द कुछ देर के लिए होता है, लंबे समय के लिए नहीं।

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    गर्भावस्था (Pregnancy)

    गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को ब्रेस्ट और निप्पल में दर्द होना आम है और इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं है। प्रेग्नेंसी के दौरान ब्रेस्ट का साइज बढ़ता है और ब्रेस्ट की कोशिकाएं हार्मोन के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाती हैं। ऐसे में जब प्रेग्नेंसी में हार्मोनल बदलाव तेजी से होने लगते हैं तो ब्लड फ्लो भी बढ़ जाता है, खासतौर पर ब्रेस्ट में जिससे ब्रेस्ट भारी और फूले हुए नजर आते हैं। निप्पल के आसपास के हिस्से का रंग भी और गहरा हो जाता है और निप्पल व ब्रेस्ट अधिक संवेदनशील हो जाते हैं जिससे छूने या थोड़ी सी रगड़ से भी दर्द शुरू हो जाता है। ऐसे में प्रेग्नेंसी के दौरान रगड़ से बचने के लिए सही फीटिंग का सपोर्टिव ब्रा पहनें।

    स्तनपान (Breast-feeding)

    Nipple pain- निप्पल में दर्द होना

    सिर्फ प्रेग्नेंसी के दौरान ही नहीं ब्रेस्टफीडिंग के दौरान भी निप्पल में दर्द होना सामान्य है और यह प्रेग्नेंसी से अधिक होता है। कई बार बच्चा निप्पल को इस तरह से पकड़ता है कि दर्द होने लगता है, तो कभी-कभी ब्रेस्टफीडिंग से निप्पल में क्रैक (Cracked nipple) आ जाता है और दर्द होता है। यदि बच्चा निप्पल को सही तरीके से पकड़ नहीं पाता है तो वह उसे मसूड़ों से दबाने की कोशिश करता है जिससे दर्द (Nipple pain) होने लगता है। इससे बचने के लिए स्तनपान की सही पोजीशन और तरीका पता होना बहुत जरूरी है।

    कैंसर (Cancer)

    हर बार निप्पल में दर्द को सामान्य समझने की भूल न करें, क्योंकि कुछ मामलों में यह कैंसर का संकेत हो सकता है। हालांकि यह तभी होता है जब दर्द लंबे समय तक हो। वैसे ट्यूमर (Tumor) होने पर भी निप्पल पेन (Nipple pain) होता है। कैंसर की वजह से आमतौर पर एक ही साइड के ब्रेस्ट में दर्द होता है।

    निप्पल में दर्द का उपचार (Nipple pain treatment)

    रगड़ (friction) की वजह से होने वाले निप्पल पेन (Nipple pain) से मुलायम फैब्रिक और सही फीटिंग की स्पोर्ट्स ब्रा (sports bra) पहनकर बचा जा सकात है। इसके अलावा कुछ प्रोटेक्टिव प्रोडक्ट्स का भी इस्तेमाल किया जा सकता है जैसे रैश गार्ड (rash guards) और निप्पल शील्ड (nipple shields)। कुछ क्रीम और मरहम भी रगड़ को कम करने में मदद करते हैं।

    प्रेग्नेंसी या पीरियड्स के दौरान हार्मोनल बदलावों (hormonal changes) की वजह से होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए डॉक्टर की सलाह पर आप कोई दर्दनिवारक (pain relievers) दवा ले सकते हैं, लेकिन बिना डॉक्टर से परामर्श किए कोई दवा न खाएं।

    जिन महिलाओं को  Nipple pain ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) की वजह से होता है, उन्हें इसका तुरंत उपचार करवाने की जरूरत है। आमतौर पर सर्जरी, रेडिएशन और कीमोथेरेपी से इसका इलाज किया जाता है।

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    इस दर्द से राहत पाने के घरेलू तरीके (Home remedies for nipple pain)

    दर्द होने पर आप कुछ घरेलू तरीके आजमा सकती हैं, हालांकि इनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है, मगर कुछ लोगों का मानना है कि इन तरीकों से दर्द से राहत मिलती है।

    • ब्रेस्टफीडिंग (Breastfeeding) के कारण दर्द हो रहा है तो दूध पिलाने से पहले ब्रेस्ट मिल्क (Breast milk) को निप्पल के ऊपर लगाएं और स्तनपान के बाद भी ब्रेस्ट मिल्क लगाकर सूखने दें। इससे दर्द कम होगा।
    • निप्पल के दर्द से राहत पाने के लिए तुलसी की पत्तियों का पेस्ट निप्पल के ऊपर लगाएं और सूख जाने के बाद धो लें।
    • Nipple pain और जलन हो तो एक कपड़े में बर्फ के कुछ टुकड़े डालकर निप्पल की सिंकाई करें, आराम मिलेगा।
    • एलोवेरा भी निप्पल पेन से राहत दिलाने में मददगार है। निप्पल के ऊपर एलोवेरा जेल लगाकर कुछ देर सूखने दें फिर गुनगुने पानी से इसे धो लें। ऐसा दिन में कई बार करने पर दर्द से राहत मिगी।

    ध्यान दें

    निप्पल का साइज बढ़ना, रगड़, हार्मोनल बदलाव और बच्चे को दूध पिलाने आदि के कारण Nipple pain होना आम है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप दर्द की अनदेखी करें। दर्द यदि लंबे समय तक बना रहता है और दर्द के साथ ही आपको ब्रेस्ट में किसी तरह का बदलाव महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है, क्योंकि यह किसी गंभीर बीमारी का भी संकेत हो सकता है।

    डिस्क्लेमर

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