इंडिपेंडेंट प्ले बच्चों को कई प्रकार से लाभ पहुंचाता है। इस खेल के चरण में बच्चों को एक नहीं बल्कि कई चीजों के बारे में जानकारी मिलती है। वह अपने आसपास की चीजों को अधिक समझने लगते हैं और साथ ही कई चीजें तक उनकी पहुंच हो जाती हैं। ऐसे में जहां एक और माता-पिता को अधिक सावधान रहने की जरूरत पड़ती है। जानिए इसके फायदों के बारे में।
इंडिपेंडेंट हो जाते हैं बच्चे
अभी तक आप बच्चों को खेलने के लिए खिलौने देते थे लेकिन अब बच्चे अपने आप खिलौनों को लेकर खेलना शुरू कर चुके हैं। यह वाकई में बच्चों को स्वतंत्र बनाने में मदद करता है। बच्चे अपनी पसंद के अनुसार खिलौनों का भी चयन कर सकते हैं और खुद के खेल भी तैयार कर लेते हैं।
इंडिपेंडेंट प्ले: खुद के इंटरेस्ट को हैं समझते
बच्चों को इंडिपेंडेंट प्ले के माध्यम से खुद की रूचि के बारे में भी पता चलता है। बच्चों को यह पता चल जाता है कि उन्हें किस प्रकार के खेल पसंद आएंगे और कौन-से खेल बिल्कुल पसंद नहीं है। साथ ही उन्हें रंगों की रुचि के बारे में भी जानकारी होने लगती है जैसे कि उन्हें पता है कि उन्हें लाल रंग की बॉल लेनी है या फिर हरे रंग की।
इमेजिनेशन और क्रिएटिविटी होती है डेवेलप
अगर आप बच्चों के सामने खिलौने रख देंगे और आप सोचेंगे कि बच्चा वैसे ही खेले जैसा कि आप चाहते हैं, तो ऐसा बिल्कुल नहीं होगा। जी हां! बच्चे अपनी पसंद के अनुसार ही खेल खेलते हैं। उन्हें जैसा अच्छा लगता है वैसे ही वह अपने खिलौनों को रखना पसंद करते हैं। अगर आप उन्हें कोई सही तरीका भी बताएंगे, तो वह उन्हें शायद पसंद ना आए। ऐसे में आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है।
इस आर्टिकल में हमने आपको इंडिपेंडेंट प्ले (Independent play) के बारे में बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।