इन ऊपर बताये लक्षणों के अलावा बच्चों में अन्य लक्षण भी देखे जा सकते हैं। इसलिए अगर बच्चों में हायपोकैल्शिमिया के लक्षण नजर आएं, तो डॉक्टर से कंसल्ट करें और बच्चों में हायपोकैल्सिमीया के कारण को भी जानें।
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बच्चों में हायपोकैल्शिमिया के कारण क्या हैं? (Cause of Hypocalcemia in Kids)
बच्चों में हायपोकैल्शिमिया के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
- बच्चे के आहार में कैल्शियम की मात्रा कम होती है। दरअसल ऐसा जब नवजात शिशुओं या 1 साल से कम उम्र के बच्चों को फॉर्मूला मिल्क (Formula Milk) का सेवन करवाया जाता है, तो शिशु में कैल्शियम की कमी हो सकती है।
- बच्चों में विटामिन डी (Vitamin D) की कमी होना। दरअसल विटामिन डी कैल्शियम (Calcium) एब्सॉर्ब करने में सहायक होते हैं।
- शरीर में हॉर्मोन लेवल इम्बैलेंस होना।
ये 3 कारण बच्चों में हायपोकैल्सिमीया के कारणों में मुख्य माने जाते हैं। इसलिए बच्चों को हेल्दी डायट फॉलो करवाना बेहद जरूरी होता है। बच्चों में हायपोकैल्शिमिया का इलाज करने से पहले डॉक्टर बच्चों में हायपोकैल्सिमीया से जुड़े टेस्ट (Hypocalcemia test) करवाने की सलाह देते हैं।
बच्चों में हायपोकैल्शिमिया का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Hypocalcemia in Kids)

बच्चों में हायपोकैल्शिमिया के निदान के लिए सबसे पहले डॉक्टर बच्चे की मेडिकल हिस्ट्री समझने की कोशिश करते हैं और बच्चे के हेल्थ कंडिशन की जानकारी लेते हैं। इसके अलावा डॉक्टर पेरेंट्स को बच्चे की ब्लड टेस्ट (Blood test) करवाने की सलाह देते हैं।