कई बार ऐसा होता है कि बच्चे किसी एक पेरेंट के साथ समय बिताना या रहना ज्यादा पसंद करते हैं और दूसरे पेरेंट को उतना महत्व नहीं देते। खासकर बच्चे का मां से ऑब्सेशन (Mommy obsession for kids) ज्यादा होता है। इसमें परेशान होने की बात नहीं है यह उनकी पर्सनल च्वॉइस नहीं होती बल्कि इसके पीछे कई कारण होते हैं। इस आर्टिकल में बच्चे का मां से ऑब्सेशन (Mommy obsession for kids) होने पर स्थिति को कैसे हैंडल करके इसके बारे में जानकारी दी जा रही है।
बच्चे का मां से ऑब्सेशन (Mommy obsession for kids)
बच्चे का मां से ऑब्सेशन (Mommy obsession for kids) हो या पापा से यह दोनों के लिए एक रिजेक्शन या गिल्ट वाली फीलिंग लेकर आता है, लेकिन बच्चों को फेवरेट गेम खेलना पसंद होता है। जिसमें किसी एक से ज्यादा प्यार करना या किसी एक को बेहतर पेरेंट मानना से कोई लेना देना नहीं है। यह केवल तभी होता है जब बच्चे माता-पिता दोनों के साथ अपने संबंधों में सुरक्षित महसूस करते हैं कि वे इस तरह से तलाशने और प्रयोग करने के लिए स्वतंत्र हैंहो सकता है कि थोड़े दिन के बाद उन्हें पापा से ऑब्सेशन हो जाए।
बच्चे का मां से ऑब्सेशन (Mommy obsession for kids) या पिता के प्रति अधिक झुकाव उनके डेवलपमेंट का संकेत हो सकता है। दो साल की उम्र के बीच बच्चे अपने फेवरेट्स बताने लगते हैं। वे पांच साल आते-आते अलग अलग एक्टिविटीज के लिए अलग पेरेंट को चुनते हैं। किसी एक को प्राथमिकता देने का मतलब है कि वे अपनी दुनिया कंट्रोल करने का प्रयास करते हैं। लेकिन अगर आपके लिए बच्चे का मां से ऑब्सेशन (Mommy obsession for kids) परेशान करने वाला साबित हो रहा है तो आप कुछ ट्रिक्स अपना सकते हैं। चलिए उनके बारे में जान लेते हैं।
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बच्चे का मां से ऑब्सेशन (Mommy obsession for kids) कम करने के लिए कामों को डिवाइड करें
अक्सर घरों में ऐसा होता है कि मां ही बच्चे के सारे काम करती है। ऐसे में बच्चे हर काम के लिए मां पर ही आश्रित हो जाते हैं और उसे ही हर काम के लिए याद करते हैं। ऐसे में जरूरी है कि दोनों पेरेंट बच्चे के सारे कामों और घर के कामों को भी डिवाइड कर लें। ताकि बच्चे को दोनों के पास आने का मौका मिला और बच्चे का मां से ऑब्सेशन (Mommy obsession for kids) कम हो सके। हो सकता है कि पहले बच्चे इस चीज के लिए थोड़ा नखरे करें और कहें कि मैं मां से ही यह काम करवाऊंगा या करवाऊंगी लेकिन आप पापा को ही करने के लिए कहें। यह उन्हें दूसरे पेरेंट से भी अटैचमेंट बनाने में मदद करेगा। ताकि थोड़ा बड़ा होने के बाद वे किसी को बुरा पेरेंट ना समझें।
कई बार बच्चे पापा के साथ के लिए इसलिए भी मना करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्हें पापा के साथ वैसा कंफर्ट प्राप्त नहीं होगा। ऐसे में डेडी का फर्ज है कि वे बच्चों के लिए नए-नए आइडियाज लेकर आएं और उन्हें कंफर्ट फील कराएं।
बच्चे का मां से ऑब्सेशन (Mommy obsession for kids) कम करने के लिए उन्हें पापा के साथ अकेला छोड़ दें
दूसरे पेरेंट के लिए बच्चे के लिए कोई काम करना या जगह बनाना तब थोड़ा मुश्किल हो सकता है जब बच्चों का फेवरेट पेरेंट वहीं आसपास ही हो। ऐसे में थोड़ी देर के लिए घर से बाहर निकल जाओ। यह मम्मी के लिए थोड़ा ब्रेक लेना का अच्छा समय हो सकता है। हो सकता है कि ऐसा करने में आपको बुरा लगेगा, लेकिन जब पापा किचन की कमान संभालेंगे और बच्चों के लिए डिनर बनाएंगे तो यह दुख खुशी में बदल जाएगा और बच्चों को भी मजा आएगा।
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बच्चे का मां से ऑब्सेशन कम करने के लिए टिप्स (Tips to reduce the child’s obsession with the mother) : बच्चों के साथ रखें ये वीकली डेट
प्रत्येक माता-पिता को प्रत्येक बच्चे के साथ वीकली डेट निर्धारित करनी चाहिए। इसके लिए आपको कहीं बाहर जाने या एडवेंचर प्लान करने की जरूरत नहीं है। आपके बच्चे को प्रत्येक माता-पिता के साथ एक साप्ताहिक (अनुमानित) समय की आवश्यकता है जहां वह गतिविधि चुनता है और माता-पिता के साथ उस समय को एंजाय करता है। पेरेंट्स उस समय मोबाइल और लैपटॉप की स्क्रीन्स को बंद कर दें। स्पेशल टाइम या डेट का मतलब है कि जब आप अपना 100% ध्यान अपने बच्चे पर कम से कम एक घंटे के लिए दे।
बच्चे का मां से ऑब्सेशन कम करने के लिए टिप्स (Tips to reduce the child’s obsession with the mother) : फैमिली टाइम को बढ़ाएं
हम एक व्यस्त दुनिया में बहुत सारी जिम्मेदारियों के साथ रहते हैं। ऐसे में हर दिन फैमिली को टाइम देना थोड़ा मुश्किल लग सकता है। जब आपको ऑफिस का काम हो, बच्चों को स्कूल ले जाना हो या बच्चों के लिए बहुत सारी गतिविधियां करना हो। इसलिए हर दिन नहीं तो कम से कम हफ्ते एक दिन फैमिली के साथ समय बिताएं। प्रत्येक बच्चे को एक खेल चुनने दें। प्रति दिन कम से कम एक पारिवारिक भोजन के लिए समय निकालें, और सुनिश्चित करें कि आप सभी शारीरिक और भावनात्मक रूप से मौजूद हैं।
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उनको ढ़ेर सारा प्यार दें
बच्चे का रिजेक्शन आपको परेशान कर सकता है, लेकिन फिर भी बच्चे को प्यार करना जारी रखें। उन्हें हग करना किस करना और प्यार का प्रदर्शन करना जारी रखें। जब हम अपने बच्चों से बिना शर्त प्यार करते हैं, तो हम उन्हें दिखाते हैं कि हम उनके लिए हैं, चाहे परिस्थितियां कैसी भी हों। जितना अधिक वे इस संदेश को आंतरिक करते हैं कि मम्मी और डैडी हमेशा हैं, प्रत्येक माता-पिता के साथ उनका जुड़ाव उतना ही मजबूत होता जाता है।
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उम्मीद करते हैं कि आपको बच्चे का मां से ऑब्सेशन (Mommy obsession for kids) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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