बच्चों को पानी से डर लगता है, वे शुरुआत में पूल में जाने से कतराते हैं। बच्चा जब पानी में जाने लगे, तो उनके द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला फ्लोटर्स ठीक है या नहीं, ट्रेनर को ये भी चेक करना चाहिए। क्योंकि,कई बार बच्चों को स्विमिंग में फ्लोटर्स को खिलौना समझकर खेलने लगते हैं और उनमें छेद हो जाता है। इसलिए आप हमेशा ध्यान रखें कि बच्चे जिस फ्लोटर को यूज कर रहे हैं, वह खराब न हो। फ्लोटर में छेद हो तो स्विमिंग पूल के टीम को बताएं, ताकि उसे ठीक किया जा सके या दूसरे का इंतजाम हो सके।
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4.बच्चों की स्विमिंग के दौरान हाइड्रेशन का ख्याल रखें
व्यायाम करना शरीर और स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है। स्विमिंग सेहत के लिए ही नहीं, बल्कि सांस, दिमाग और आंखों की रोशनी के लिए भी बहुत लाभदायक है। स्विमिंग भले पानी में होती है, लेकिन आपको पता होना चाहिए कि ज्यादा देर पानी के अंदर रहने पर डिहाइड्रेशन होने का खतरा रहता है। अतः अपने बच्चों के साथ पानी का बोतल जरूर बैग में रखें।
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बच्चों को स्विमिंग सिखाने के हैं कई फायदें
बच्चों को स्विमिंग कराने से होता है पूरे शरीर का वर्कआउट
बच्चों को स्विमिंग कराने में उनके शरीर के सभी अंग शामिल होते हैं बच्चा किसी भी प्रकार से स्विमिंग करें आपके पूरे शरीर का एक साथ व्यायाम हो सकता है। इसके अलावा, पानी में की जाने वाली गतिविधियां बच्चे के शरीर से अधिक मेहनत करवाती हैं इसलिए पानी में किया गया 30 मिनट का व्यायाम जमीन पर 40 मिनट तक किए जाने वाली एक्सरसाइज के बराबर होता है