पिडियाट्रिक हर्पीस जोस्टर (Pediatric Herpes Zoster) बच्चों में होने वाली एक सामान्य स्थिति (Skin Diseases in Children) नहीं है। हर्पीस जोस्टर को शिंगल्स (Shingles) भी कहा जाता है। यह एक पेन फुल स्किन कंडिशन है जिसमें त्वचा पर दर्दनाक रैशेज हो जाते हैं। इसका कारण वेरिसेला जोस्टर वायरस (Varicella-zoster virus (VZV)है। यह वही वायरस है जो चिकनपॉक्स (Chickenpox) का कारण बनता है। किसी व्यक्ति को चिकनपॉक्स होने के बाद वायरस बॉडी के नर्व सेल्स में असक्रिय रूप में रहता है। कुछ महीनों या सालों के बाद वैरिसेला जोस्टर वायरस एक्टिव हो जाता है। वायरस लाल रैशेज या छोटे-छोटे ब्लिस्टर्ज़ का कारण बन सकता है।
सामान्य तौर पर ये रैशेज और ब्लिस्टर्ज़ बॉडी के एक तरफ होते हैं। रैशेज और ब्लिस्टर्ज़ उसी तरफ ज्यादा होते हैं जहां वायरस जिंदा होता है।
पिडियाट्रिक हर्पीस जोस्टर का रिस्क किन बच्चों को ज्यादा होता है? (Pediatric Herpes Zoster Risk)
नीचे बताई जा रही बातों में से किसी एक के होने पर पिडियाट्रिक हर्पीस जोस्टर (Pediatric Herpes Zoster) का रिस्क ज्यादा होता है।
- एक साल से पहले चिकनपॉक्स होने पर पिडियाट्रिक हर्पीस जोस्टर (Pediatric Herpes Zoster) का रिस्क बढ़ जाता है।
- अगर मां को प्रेग्नेंसी के आखिर में चिकनपॉक्स हुआ हो।
- अगर किसी हेल्थ कंडिशन की वजह से बच्चे का इम्यून सिस्टम में कमजोर है।
- ऐसे बच्चे जिनको चिकनपॉक्स वैक्सीन (Chickenpox Vaccine) दिया गया हो उनमें भी शिंगल्स (Shingles) का रिस्क होता है।
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पिडियाट्रिक हर्पीस जोस्टर के लक्षण क्या हैं? (Pediatric Herpes Zoster Symptoms)
लक्षण चेहरे या बॉडी में दर्द, जलन, खुजली से शुरू होते हैं। इन लक्षणों के 5 दिन के बाद रैशेज दिखाई देते हैं। रैशेज अक्सर नितंब और शरीर के ऊपरी भाग पर दिखाई देते हैं। ये बाजु, पैर और चेहरे पर भी दिखाई दे सकते हैं। रैशेज छोटे, लाल स्पॉट्स के रूप में दिखाई देते हैं जो बाद में ब्लिस्टर्ज़ में चेंज हो जाते हैं। छाले पीले होकर सूख जाते हैं। ये आमतौर पर बॉडी की एक तरफ या किसी एक हिस्से पर होते हैं। ये 2 से 4 हफ्ते में ठीक हो जाते हैं। पिडियाट्रिक हर्पीस जोस्टर (Pediatric Herpes Zoster) होने पर बच्चों में ये लक्षण दिखाई देते हैं।
- बुखार और ठंड लगना
- सिर में दर्द
- जी मिचलाना
ये लक्षण किसी अन्य हेल्थ कंडिशन से भी मैच हो सकते हैं। इसलिए बच्चे का अच्छी तरह निरीक्षण कराएं।
बच्चों में हर्पीस जोस्टर का पता कैसे लगाएं? (Diagnosis Herpes Zoster)
पिडियाट्रिक हर्पीस जोस्टर (Pediatric Herpes Zoster) का पता लगाने के लिए डॉक्टर बच्चे के लक्षणों का मूल्यांकन करने के साथ ही मेडिकल हिस्ट्री के बारे में जानकारी लेगा। बच्चे का फिजिकल एग्जामिनेशन किया जाएगा। पिडियाट्रिक हर्पीस जोस्टर का पता फिजिकल एग्जाम से आसानी से लग जाता है। डॉक्टर बच्चे का ये टेस्ट कराने की सलाह भी दे सकते हैं:
- स्किन स्क्रैपिंग (Skin scrapings) इसमें फफोले या छाले का छोटा सैम्पल लेकर वायरस के लिए टेस्ट किया जाता है।
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पिडियाट्रिक हर्पीस जोस्टर का इलाज कैसे किया जाता है? (Herpes Zoster Treatment)
बच्चों में हर्पीस जोस्टर का इलाज बच्चे के लक्षण, उम्र और जनरल हेल्थ पर आधारित होता है।साथ ही यह इस पर भी निर्भर करता है कि स्थिति कितनी गंभीर है। इलाज के लिए एंटीवायरल मेडिसिन दी जाती हैं। जिससे पता चलता है कि लक्षण कब तक रहेंगे या वे कितने गंभीर हैं। एंटीवायरल दवाएं देने के बाद ही इनका असर शुरू हो जाता है। बच्चों के लिए एंटीवायरल दवाओं का उपयोग करने से पहले इनके जोखिम, फायदे और संभावित दुष्परिणामों के बारे में डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
डॉक्टर से ओवर द काउंटर मेडिसिन के उपयोग के बारे में भी पूछना सही होगा। जिससे बुखार या दर्द होने पर आप एसिटामिनोफेन (Acetaminophen) आईबुप्रोफेन (Ibuprofen) देने में सक्षम होंगे। 6 महीने से छोटे शिशु को आइबुप्रोफेन ना दें जब तक कि डॉक्टर ना कहे। बच्चों को एस्प्रिरिन भी ना दें। अगर बच्चे का दर्द गंभीर है तो डॉक्टर स्ट्रॉन्ग पेन मेडिसिन प्रिस्क्राइब करेगा।
पिडियाट्रिक हर्पीस जोस्टर के कॉम्प्लिकेशन क्या हो सकते हैं? (Possible complications of shingles in a child)
शिंगल्स (Shingles) या हर्पीस जोस्टर वैक्टीरिया से इंफेक्टेड हो सकता है। जिसकी वजह से सेलुलाइटिस (Cellulitis) नाम का स्किन इंफेक्शन हो सकता है। रैशेज जाने के बाद दर्द लंबे समय तक रह सकता है। यह एक कॉम्प्लिकेशन है जिसे पोस्थेरेपेटिक न्यूरालजिया (Postherpetic neuralgia) (PHN)। अगर रैशेज के जाने के बाद भी बच्चे को दर्द होता है, तो इस बारे में बच्चे के डॉक्टर से बात करें।
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पिड्रियाट्रिक हर्पीस जोस्टर से बच्चे को कैसे बचा सकते हैं?
बच्चों को हर्पीस जोस्टर से बचाने के लिए कोई वैक्सीन नहीं है, जो वैक्सीन है वह वयस्कों के लिए है। क्योंकि शिंगल्स (Shingles) बच्चों से ज्यादा वयस्कों में गंभीर रोग है, लेकिन जो बच्चे चिकनपॉक्स वैक्सीन लेते हैं उनमें शिंगल्स के माइल्ड लक्षण दिखाई दे सकते हैं। अगर आपने बच्चे को अभी तक चिकनपॉक्स वैक्सीन नहीं दिलवाई है, तो डॉक्टर से बात करें।
मुझे डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए?
डॉक्टर से संपर्क करें अगर बच्चे के साथ निम्न स्थितियां हैं।
- लक्षण ठीक ना हो या ये और बिगड़ते जाएं
- नए लक्षण दिखाई
हर्पीस जोस्टर से जुड़े सवाल
क्या आपको एक से अधिक बार शिंगल्स (Shingles) या हर्पीस जोस्टर (Herpes Zoster) हो सकता है?
दुर्भाग्य से इसका जवाब हां है। शिंगल्स (Shingles) के बारे में सबसे बड़े मिथकों में से एक यह है कि यह केवल एक बार ही हो सकता है। यह सच नहीं है। इसके एक से अधिक एपिसोड हो सकते हैं। यदि आपको फिर से शिंगल्स हो जाता है, तो आपको आमतौर पर उसी स्थान पर दाने नहीं होते हैं जहां पहले हुए थे।
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क्या पिडियाट्रिक हर्पीस जोस्टर (Pediatric Herpes Zoster) संक्रामक है? इसका वायरस कैसे फैलता है? एक व्यक्ति संक्रामक कब तक रहता है?
बच्चों में होने वाला हर्पीस जोस्टर हो या बड़ों का यह संक्रामक नहीं है। यानी एक व्यक्त से दूसरे को नहीं होता, लेकिन इससे संक्रमित व्यक्ति चिकनपॉक्स फैला सकता है। वैरिसेला-जोस्टर वायरस फफोले से निकलने वाले तरल पदार्थ के साथ त्वचा से त्वचा के सीधे संपर्क के माध्यम से फैलता है (रेर्ली, एयरबोर्न वैरिकाला-जोस्टर वायरस में सांस लेने से फैल सकता हो)। यदि आपके दाने छाले के चरण में हैं, तो उन लोगों से दूर रहें जिन्हें चिकनपॉक्स या चिकनपॉक्स का टीका नहीं लगा है और अपने दाने को ढक कर रखें। अगर बच्चा पीडियाट्रिक हर्पीस जोस्टर से पीड़ित है, तब भी यही सावधानियां अपनाएं।
शिंगल्स (Shingles) वाला व्यक्ति तब तक चिकनपॉक्स के लिए संक्रामक रहता है जब तक कि दाने सूख नहीं जाते और पपड़ी नहीं बन जाती। वैरीसेला-जोस्टर वायरस केवल उस व्यक्ति में चिकनपॉक्स का कारण बन सकता है जिसे कभी चिकनपॉक्स नहीं हुआ है या जिसे चिकनपॉक्स का टीका नहीं लगाया गया है।
अगर बच्चे को चिकनपॉक्स (Chickenpox) का टीका लगा है, क्या फिर भी उसे आगे चलकर पिडियाट्रिक हर्पीस जोस्टर (Pediatric Herpes Zoster) हो सकता है?
दुर्भाग्य से, इसका जवाब भी हां है, चिकनपॉक्स का टीका लगने के बावजूद, हर्पीस जोस्टर हो सकता है। कोई भी टीका 100% सुरक्षात्मक नहीं होता और टीकों का प्रभाव समय के साथ कम होता जाता है। हालांकि, जिन लोगों को चिकनपॉक्स का टीका लग जाता है, उनके जीवन में बाद में उन लोगों की तुलना में शिंगल्स (Shingles) विकसित होने की संभावना काफी कम होती है, जिन्हें कभी चिकनपॉक्स का टीका नहीं लगा था।
उम्मीद करते हैं कि आपको पिडियाट्रिक हर्पीस जोस्टर (Pediatric Herpes Zoster) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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