आपको जानकर हैरानी होगी कि वजायनल सीडिंग के अलावा इम्यूनिटी बढ़ाने में भी स्तनपान मददगार होगा।
हाल ही में हुए शोध के अनुसार यूनाइटेड स्टेट के वैज्ञानिकों ने वजायनल सीडिंग (Vaginal Seeding) को पूरी तरह सुरक्षित नहीं बताया है। इसलिए इसे न करने की सलाह भी दी है। लेकिन, अगर आप चाहें तो अपने डॉक्टर से मिल कर वजायनल सीडिंग (Vaginal Seeding) के बारे में जानकारी ले सकती हैं। वजायनल सीडिंग (Vaginal Seeding) अगर आप नहीं कराना चाहती हैं तो अपने बच्चे को स्वस्थ स्तनपान कराएं। सिजेरियन डिलिवरी के बाद बच्चे को मां के स्तनों से निकलने वाला पहला गाढ़ा पीला दूध पिलाना चाहिए, जिसे कलॉस्ट्रम कहते हैं। कलॉस्ट्रम में बच्चे के शरीर में इम्यून सिस्टम को विकसित करने के गुण होते हैं। इसलिए वजायनल सीडिंग की जगह बच्चे को स्तनपान कराने पर जोर दें।
तो अगर आप वजायनल सीडिंग (Vaginal Seeding) का विकल्प चुनते हैं तो एक बार इसके फायदे और नुकसान दोनों के बारे में अच्छी तरह जान लेना बेहतर विकल्प है। उम्मीद है इस आर्टिकल में आपके इससे जुड़ी जरूरी जानकारियां तो मिल गई होंगी। इस आर्टिकल में हमने आपको वजायनल सीडिंग के फायदे से लेकर वजायनल सीडिंग के नुकसान भी बताए हैं। साथ ही ये भी बताया है कि इसकी जरूरत कब पड़ती है और वजायनल सीडिंग कैसे होती है। आशा करते हैं आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। लेकिन अगर आप इस विषय पर कोई और सवाल भी पूछना चाहते हैं, तो हमसे हमारे सोशल मीडिया पेज पर कमेंट कर के पूछ सकते हैं। हम आपको एक्सपर्ट की राय लेकर आपके सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे। इसके अलावा, अगर आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया हो, तो इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों और महिलाओं के साथ शेयर करें, ताकि ये जरूरी जानकारी उन तक पहुंच पाए और उनके काम आए।
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