मोटिवेशनल पब्लिक स्पीकर अरुण श्रीवास्तव कहते हैं कि, ‘बच्चे ऐसे स्वेअरिंग और कर्सिंग शब्द को दोहरा सकते हैं, जो उन्होंने किसी वयस्क को बोलते हुए सुना है। अपने से बड़े बच्चों को स्कूल में, दोस्तों से या किसी फिल्म में सुनने से ऐसे शब्दों की जानकारी होती है।
हो सकता है कि बच्चे पेरेंट्स की प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए भी इस तरह की शब्दों का इस्तेमाल करते हों। यदि आप प्रतिक्रिया नहीं करते हैं, तो वापस ऐसी लैंग्वेज को दोहराते हैं, फिर धीरे-धीरे उन्हें इसकी आदत लग जाती है।’
बच्चे के व्यवहार में सुधार के लिए अपनाएं ये टिप्स
बच्चे के व्यवहार में सुधार: जानें बच्चे को अपशब्द बोलने से कैसे रोकें
आप इसे अनदेखा नहीं कर सकते हैं। अपने बच्चे के व्यवहार पर गुस्सा होने के बजाय, पता करें कि आपके बच्चे को झूठ बोलने की जरूरत क्यों महसूस होती है। यदि आपका बच्चा किसी बात को लेकर गुस्से में है, तो गुस्से को दूर करने के लिए तरीका सुझाएं। कभी-कभी सिर्फ अपने गुस्से के बारे में बात करने से बच्चों को बेहतर महसूस करने में मदद मिलेगी। टॉडलर्स शायद यह नहीं जानते कि वे क्या कह रहे हैं। इस तरह के मामलों में, आप उन स्वेअरिंग और कर्सिंग शब्दों को रोक सकते हैं जिन्हें बच्चे उपयोग में ला रहे हैं।
और पढ़ें – बच्चे के बुरे व्यवहार को कैसे ठीक करें?
बच्चे के व्यवहार में सुधार: पेरेंट्स बच्चे के सामने कर्सिंग न करें
बच्चे गंदी भाषा का इस्तेमाल करने लगें तो पेरेंट्स का गुस्सा और चिंता आम है, लेकिन जब वे ही बच्चों के सामने कभी अनुचित भाषा का इस्तेमाल करें तो बच्चों पर प्रभाव पड़ना और ऐसी बातें सीखना लाजमी है। बच्चे का मन चंचल होता है। उसमें सही-गलत परखने की समझ नहीं होती है। वह अपने आसपास जो देखते हैं, उसी से सीखते हैं। ऐसे में अगर आप गाली देंगे, तो वह भी गाली सीखेगा।
[mc4wp_form id=’183492″]
बच्चे के व्यवहार में सुधार: आसपास के लोगों पर नजर रखें
अगर आप खुद गाली नहीं देते, लेकिन आपके आसपास के लोग गाली और कर्सिंग का इस्तेमाल करते हैं तो इसे देखकर आपका बच्चा भी गाली बोल सकता है। उसे सुधारने के लिए बच्चे के साथ बैठें और बताएं कि इस तरह की भाषा गलत लोग बोलते हैं। उन्हें बताए कि इससे किसी के मन को चोट पहुंच सकती है।
और पढ़ें – जब हर बात पर आए गुस्सा, तो आजमाएं ये आसान तरीके
बच्चे के व्यवहार में सुधार: गाली स्वेअरिंग और कर्सिंग करना बुरे बच्चों का काम
आपका बच्चा गाली देता है साथ ही बात-बात पर स्वेअरिंग और कर्सिंग करता है तो इस आदत को छुड़ाएं। इसके लिए उसे समझाएं कि बुरे बच्चे गाली देते हैं। अच्छे बच्चे कभी गाली नहीं देते। उसे यह भी एहसास दिलाएं कि अगर वह गाली देगा तो उसके साथ कोई अच्छे दोस्त नहीं बनेंगे और न कोई खेलेगा।
बच्चे के व्यवहार में सुधार: बुरी तरह से रिएक्ट करना कोई समाधान नहीं
अक्सर देखा जाता है कि बच्चे के गाली देने या कर्सिंग करने पर पेरेंट्स गुस्से में रिएक्ट करते हैं। गुस्से में बच्चे को उल्टा-सीधा बोलने लगते हैं। कई पेरेंट्स उनकी की पिटाई भी कर देते हैं, लेकिन ये ठीक नहीं है। इससे बच्चे की आदत नहीं सुधरेगी। अगर आप चाहते हैं कि बच्चा आगे ऐसा न करे तो मारने की जगह उसे समझाएं कि उसका इस तरह बोलना ठीक नहीं है। इसके अलावा उसे ये भी बताएं कि अगर आगे भी ऐसा करोगे, तो इससे उसके टीचर और दोस्त उसे बुरा बच्चा कहेंगे।
और पढ़ें – किशोरावस्था में बदलाव व्यवहार के संदर्भ में क्यों आता है, माता-पिता को क्या उठाने चाहिए कदम
बच्चे के व्यवहार में सुधार: अश्लीलता का उपयोग गलत है, समझाएं
उसे एक वयस्क (Adult) के रूप में मानना एक पॉजिटिव रिएक्शन को ट्रिगर कर सकता है। आप उसे यह भी बता सकते हैं, कि जब लोग खुद को एक्सप्रेस करने के लिए अश्लीलता का उपयोग करते हैं, तो अन्य लोग उन्हें अनुशासनहीन और बुरा समझते हैं।
बच्चे के व्यवहार में सुधार: बच्चों को उन शब्दों का अर्थ बताएं
उन्हें यह बताना चाहिए कि शब्द का क्या अर्थ है। कई बच्चे महसूस नहीं करते हैं कि वे क्या कह रहे हैं। उन्हें यह बताने की जरूरत है कि जिस शब्द को वे दोहरा रहे हैं, उसका मतलब क्या है। उन्हें इसका उपयोग करना बंद करने में मदद करें।
और पढ़ें – टीनएजर्स के लिए लॉकडाउन टिप्स हैं बहुत फायदेमंद, जानिए क्या होना चाहिए पेरेंट्स का रोल ?
बच्चे के व्यवहार में सुधार: एक अच्छे रोल मॉडल बनें
सबसे महत्वपूर्ण बात कि आप अपने बच्चों से जो व्यवहार और संस्कार देखना चाहते हैं, वैसा ही माहौल दें। इस बात पर ध्यान दें कि आपके बच्चे टीवी और फिल्मों में क्या देख रहे हैं। यदि आपके दोस्त या रिश्तेदार अक्सर बच्चों के आसपास गलत भाषा का उपयोग करते हैं, तो उन्हें बच्चों से संपर्क बनाने से मना कर सकते हैं। यदि वे मानने से इनकार करते हैं, तो आप अपने बच्चों के साथ उनके संगत को मॉनिटर कर सकते हैं।
बच्चे के व्यवहार में सुधार: खुद का उदाहरण दें
बच्चे हमेशा आपकी बात सुन रहे हैं। यदि आप अपने बच्चों के सामने अपशब्द (Cursing) का इस्तेमाल करते हैं, तो वे इसे दोहराने की कोशिश कर सकते हैं। अपने पूरे परिवार के लिए उदाहरण सेट करें और अपनी भाषा और बातों से उन शब्दों को हटा दें।
कर्सिंग के विषय पर सभी की अलग-अलग राय है। याद रखें, ये केवल शब्द हैं और हम निश्चित रूप से अपने बच्चों को इसे इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित नहीं करना चाहते हैं। शायद सबसे महत्वपूर्ण बात, कि आप अपने बच्चों से जो व्यवहार और संस्कार देखना चाहते हैं, वैसा ही वातावरण दें। इस बात पर ध्यान दें कि आपके बच्चे टीवी और फिल्मों में क्या देख रहे हैं।
और पढ़ें – अगर बच्चे का क्लास में कोई दोस्त नहीं है, तो अपनाएं ये टिप्स
बच्चे के व्यवहार में सुधार : उनके व्यवहार के प्रभाव के बारे में बताएं
अपने बच्चे को बताएं कि उनका व्यवहार आपको कैसे प्रभावित करता है, आपको उनका बुरा व्यवहार कितना बुरा फील करवा सकता है। इससे आपका बच्चा आपकी भावनाओं को समझ सकेगा और अपने व्यवहार में सुधार लाने की कोशिश करेगा।
बच्चे को उदाहरण देते समय “मैं’ शब्द का इस्तेमाल करें। जैसे कि बच्चे का गलत व्यवहार करने पर उसे कहें कि तुम्हारी इस हरकत की वजह से मुझे बेहद बुरा लगा। ऐसा करने से बच्चा आपकी नजरिए से स्थिति को देखना सीख पाएगा।
[mc4wp_form id=’183492″]
बच्चे के व्यवहार में सुधार : बच्चे की सराहना भी करें
यदि आपको अपने बच्चे का व्यवहार किसी विषय में अच्छा लगता है तो उसकी सरहना करें। उसके साथ पॉजिटिव भावनाएं व्यक्त करें। उसे बताएं कि वह ऐसा करते हुए कितना अच्छा लगता है या आपको उसकी यह आदत कितनी अच्छी लगती है।
ऐसा करने से कई बार बच्चे आपके बिना कहे चीजों को साफ करने या अपनी जगह पर रखने लगेंगे।
हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में बच्चे के व्यवहार में कैसे सुधार किया जाए इससे जुड़े कुछ टिप्स दिए गए हैं। यदि आप इससे जुड़ी अन्य कोई जानकारी पाना चाहते हैं तो आप अपना सवाल कमेंट कर पूछ सकते हैं। हम अपने एक्सपर्ट्स द्वरा आपके सवालों का जवाब दिलाने की पूरी कोशिश करेंगे। आपको हमारा यह लेख कैसा लगा यह भी आप हमें कमेंट सेक्शन में बता सकते हैं।
[embed-health-tool-vaccination-tool]