बच्चे मन के सच्चे होते हैं। आपने उन्हें अक्सर अपने किसी टीचर या पड़ोस के आंटी-अंकल को एक नए नाम में कहते हुए सुना ही होगा। लेकिन, आपके अपने बच्चे ने आपको कैसा नाम दिया है क्या आपको यह पता है? अगर आप यह सुनकर अभी हंस रही हैं, तो जरा आगे भी इसके बारे जरूर पढ़ें। आमतौर पर बच्चे शरारती होते हैं, जिन्हें संभालना हर माता-पिता के लिए बहुत मुश्किल होता है साथ ही, अच्छी मां कैसे बनें (How to be a good mother), इस रास्ते का यह सबसे बड़ा रोड़ा भी रहता है। पापा काम में बिजी होने का बहाना देकर बच्चे की परवरिश पूरी तरह से मां के कंधों पर ही छोड़ देते हैं।
अब बच्चे को कैसे संभालें और अच्छी मां कैसे बनें यह हर मम्मी की ही चुनौती होती है। इसी दौरान, उनकी कुछ गलतियां उन्हें मम्मी से ‘एंग्री यंग वुमन’ या ‘लेडी हिटलर’ बना देती हैं। इसलिए, अपनी चिड़चिड़ी आदतों को थोड़ा बदलने का प्रयास करें। आपको अपनी किन आदतों को बदलना चाहिए और अच्छी मां कैसे बनें, इसके बारे में यहां पर बता रहे हैं।
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अच्छी मां कैसे बनें? (How to be a good mother)
ये टिप्स कर सकते हैं मदद
1.नए-नए नामकरण से बचें
बच्चे मतलब शरारतों का पिटारा। कई बार बच्चों की हरकतें और शैतानियों को देखते हुए मांएं उन्हें अलग-अलग नाम से भी बुलाने लगती हैं। अब जरा सोचिए आपकी इस तरह की हरकत पर बच्चा पर क्या करेगा? अरे वो भी आपकी इसी तरह एक नया नाम दे सकता है। अच्छी मां कैसे बनें (How to be a good mother) ये सवाल हर मां के दिमाग में होता है लेकिन इसका जवाब भी उन्हीं के पास होता है। बहुत सी महिलाएं अपने बच्चों को अलग-अलग नाम से पुकारती है जिसको सुनकर बच्चे भी वहीं सीखते हैं। अपने बच्चे को शरारत करने पर नए-नए नाम से ना बुलाएं। आपका ऐसा करना बच्चे को आपके प्रति निगेटिव सोच सकते हैं।
2.हर गलती पर सजा देना
मत भूलिए कि बचपन में आपने भी अपनी मां को परेशान किया होगा। इसलिए, बच्चे की हर गलती पर उसे सजा देना एक अच्छी मम्मी के गुण नहीं होते हैं। बच्चे की कुछ शैतानियां आपको बर्दाश्त करनी चाहिए। हालांकि, उन्हें समझाएं कि किस तरह की शैतानियां करना खतरनाक हो सकता है। अगर इसके बाद भी, बच्चे की हरकत नहीं बदलती, तो उसके लिए कुछ नियम बनाएं और उसे इनके बारे में बताएं लेकिन, सजा कम से कम दें। अच्छी मां कैसे बनें (How to be a good mother) ये इसपर भी निर्भर करता है कि आप बच्चे की गलतियों को कैसे हैंडल करती है। छोटी-छोटी गलती पर सजा देना भी आपको आपके बच्चे से दूर कर सकता है।
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3.शैतानियां बर्दाश्त न कर पाना
कई बार बच्चे शैतानियां सिर्फ खेल-खेल में नहीं करते हैं। हो सकता है कि उनकी इस शैतानी के पीछे कोई बड़ा कारण छिपा हो। इसलिए, सबसे पहले उनसे इसकी वजह के बारे में बात जरूर करें। बच्चे की हर पॉजिटिव और नेगेटिव हरकत पर नजर रखें। अच्छी मां कैसे बनें (How to be a good mother) ये इस पर भी निर्भर करता है कि आप अपने बच्चों की शैतानियां बर्दाश्त कर पाती है या नहीं। छोटे बच्चे शैतानियां करते हैं लेकिन आप उसको कैसे लेती है यह आपके धैर्य को दिखाता है। उनके शैतानी करने पर अगर आप उन्हें डांट देती है तो इसका कारण भी बताएं। जैसे अगर वे सामान को उठाकर फेंकते हैं तो उन्हें बताएं कि इससे कितना नुकसान होता है। उनके बताएं कि ये चीज काफी महंगी थी आदि।
4.हर बात पर ‘ना’ बोलना
मैं अपनी बात करूं, तो मेरी मम्मी बचपन में मुझे खेलने से नहीं मना करती थीं। लेकिन, जब भी मैं दोस्तों के साथ घर से बाहर निकल कर खेलने के लिए कहती, तो वो मुझे साफ मना कर देती थीं, जिसके लिए मैं कई बार जिद भी करती थी और कई बार पिटाई भी हो जाती थी। इसलिए, बच्चे की बातों को पहले पूरी सुनें। अगर आप उनकी किसी बात को मना कर रही हैं, तो उसके पीछे का कारण भी उन्हें बताएं ताकि, बच्चा फिर से उस बात की जिद न करें। अच्छी मां कैसे बनें (How to be a good mother) इसके लिए आपको बच्चे की बात सुनने के साथ-साथ उस पर अपनी रजामंदी भी दिखानी होगी। हर बात पर ना बोलना आपको आपके बच्चे से दूर कर सकता है।
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5.अगर आप सिर्फ खुद में ही मस्त रहती हैं
भई दिन के पूरे 24 घंटे आपके अपने ही हैं। लेकिन, बच्चे के लिए भी थोड़ा समय जरूर निकालें। कई बार बच्चे चाहते हैं कि उनके माता-पिता उनके साथ खेलें और वक्त गुजारें। इसलिए, थोड़ा समय उन्हें भी दें। अगर दिन में इसके लिए समय नहीं मिल पाता, तो रात को सोने से पहले थोड़ी देर बच्चे के साथ रहें। साथ ही, बच्चे की शोरगुल की भी आदत को अपनाएं। यह न सिर्फ आपको खुशी का एहसास देगा, बल्कि आपके बच्चों को भी मानसिक रूप से स्वस्थ्य रखेगा। अच्छी मां कैसे बनें (How to be a good mother) ये इसपर भी निर्भर करता है कि आप अपने बच्चे के साथ कितना और कैसा समय बिताती है। आप जितना समय बच्चों के साथ बिताती है बच्चे आपसे उतना ही कनेक्ट करते हैं। इसलिए मी टाइम मे से समय निकालकर बच्चों से बात करें। उनसे दिन भर की एक्टिविटीज के बारे में बात करें।
6.बच्चे की दिक्कतें न समझना
अगर मां कामकाजी होती हैं या उसके कंधों पर एक से अधिक बच्चों के परवरिश की जिम्मेदारी होती है, तो हो सकता है कि वो इन सबके बीच अपने बच्चे से थोड़ा दूर रहती हों। किसी भी बच्चे के लिए उसकी मां ही उसकी पहली दोस्त होती है। अगर मां ही उसकी दिक्कते नहीं समझेगी, तो बच्चा खुद को बहुत अकेला महसूस कर सकता है। जिसके बाद वो धीरे-धीरे मां से भी दूर रहना शुरू कर सकता है। इसलिए, बच्चे की हर तरह की हरकत पर नजर रखें। हर दिन समय नहीं है हर दूसरे या तीसरे दिन उसके सभी परेशानियों के बारे में उससे बात करें। अच्छी मां कैसे बनें इसमें अफने बच्चे की परेशानी समझना सबसे जरूरी है।
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अगर आप चाहती हैं कि आप भी अपने बच्चे की पहली दोस्त बनें, इस तरह की छोटी-छोटी हरकतों पर जरा गौर करें। क्योंकि, बच्चे की शैतानियां आपसे ही शुरू होती है और आप पर ही खत्म हो सकती हैं। इसलिए बच्चों को प्यार से समझाइए और हिटलर मां नहीं अच्छी मां बनिए।
उम्मीद करते हैं कि आपको अच्छी मां कैसे बनें (How to be a good mother) इससे संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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