ब्लोटिंग की समस्या हमेशा महसूस होने के कारण क्या हो सकते हैं? (Cause of Bloating)
ब्लोटिंग की समस्या अगर हमेशा महसूस हो, तो ऐसी स्थिति किसी बीमारी की दावत दे सकती है या किसी बीमारी के कारण भी ऐसा हो सकता है। यू.एस. डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेस (U.S. Department of Health and Human Services) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार पेट फूलने की समस्या अगर हमेशा महसूस हो, तो ऐसा असाइटिस एवं ट्यूमर (Ascites and tumors), सीलिएक डिजीज (Celiac disease), डम्पिंग सिंड्रोम (Dumping syndrome), ओवेरियन कैंसर (Ovarian cancer) या कोई अन्य गंभीर बीमारी भी हो सकती है। इसलिए पेट फूलने की समस्या को इग्नोर ना करें और डॉक्टर से सलाह लें।
मॉर्निंग ब्लोटिंग की समस्या को कैसे दूर करें? (Tips to reduce Morning Bloating)
सुबह-सुबह पेट फूलने या गैस की समस्या अगर बदलते डायट पैटर्न एवं अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण है, तो ऐसी स्थिति में कुछ बातों को ध्यान में रखकर मॉर्निंग ब्लोटिंग की समस्या से बचने में मदद मिल सकती है। जैसे:
- खान-पान में बदलाव (Dietary changes)- सुबह उठते ही ब्लोटिंग की समस्या को दूर करने के लिए हेल्दी डायट फॉलो करना जरूरी है। इसलिए अगर बीन्स (Beans), क्रूसिफेरस वाली सब्जियां (Cruciferous vegetables) और फलियां (Legumes) को आहार में शामिल ना करें। कुछ केसेस में डेयरी प्रॉडक्ट्स (Diary products) भी सुबह पेट फूलने का कारण माना गया है। इसलिए डेयरी प्रॉडक्ट्स का सेवन ना करें। वहीं नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार नमक या ज्यादा सोडियम वाले खाद्य पदार्थों का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
- हर्बल टी (Herbal tea) का सेवन- मॉर्निंग ब्लोटिंग की समस्या को दूर करने के लिए हर्बल टी जैसे सौंफ (Fennel), कैमोमाइल (Chamomile), धनिया (Coriander), पुदीना (Peppermint) एवं हल्दी (Turmeric) वाली चाय का सेवन किया जा सकता है।
- नियमित एक्सरसाइज (Regular exercise) करना- रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार डायजेस्टिव सिस्टम (Digestive system) को स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए एवं ब्लोटिंग की समस्या को कम करने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करना जरूरी है। वहीं खाना खाने के बाद 10 से 15 मिनट तक वॉक (Walk) करने से भी लाभ मिल सकता है।
- डायजेस्टिव इन्जाइम्स (Digestive enzymes)- कुछ लोगों में जीआई ट्रैक्ट (GI Tract) में एन्जाइम्स की कमी होती है। ये वो एन्जाइम्स होते हैं, जो खाने के ब्रेक कर उससे नुट्रिएंट्स को निकालने में सक्षम होते हैं। इसलिए जिन लोगों में नैचुरली एन्जाइम्स की कमी होती है उनमें मालन्यूट्रिशन (Malnutrition), पेट फूलने की समस्या (Bloating) या अन्य डायजेस्टिव प्रॉब्लेम देखे जा सकते हैं। इसलिए ऐसी स्थिति में डॉक्टर डायजेस्टिव इन्जाइम्स सप्लिमेंट्स (Digestive enzyme supplements) के सेवन की सलाह दे सकते हैं।
इन बातों को ध्यान में रखकर और इन्हें फॉलो कर सुबह उठते ही ब्लोटिंग की समस्या को दूर करने में मदद मिल सकती है। हालांकि अगर इन उपायों से ब्लोटिंग की समस्या दूर ना हो तो डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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डॉक्टर से कब कंसल्ट करना जरूरी है? (Consult Doctor if-)
निम्नलिखित स्थितियों में डॉक्टर से कंसल्ट करना जरूरी है। जैसे:
- जी मिचलाने (Nausea) की समस्या होना।
- उल्टी (Vomiting) होना।
- क्रोनिक डायरिया (Chronic diarrhea) की समस्या होना।
- स्टूल से ब्लड (Bloody stool) की समस्या होना।
- बिना कारण वजायना से ब्लीडिंग (Unusual vaginal bleeding) की समस्या होना।
- सीने में जलन (Heartburn) की समस्या अत्यधिक होना।
- तेज बुखार (High fever) होना।
- बिना कारण वजन कम (Weight loss) होना।
अगर ऐसी स्थिति बन रही है या इनमें से कोई भी परेशानी आप महसूस करते हैं तो डॉक्टर से जल्द से जल्द कंसल्ट करना चाहिए।
अगर आप ब्लोटिंग और गैस से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब जल्द से जल्द देने की कोशिश करेंगे। अगर आप पेट की सूजन या ब्लोटिंग एवं गैस की समस्या (Bloating And Gas problem) से पीड़ित हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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