पैंक्रियाज स्टमक के पीछे और स्पाइन के सामने एब्डोमिन में स्थित होता है। गालब्लैडर, लिवर और स्पलीन इसे घेरकर रखते हैं। यह लगभग 6 इंच की ग्लैंड होती है। बॉडी के राइट साइड में पैंक्रियाज का हेड होता है और शरीर के बाईं ओर अग्न्याशय के पीछे का भाग होता है। यह अंग छोटी आंत के पहले सेगमेंट के साथ जुड़ा होता है जिसे ड्यूडेनम (Duodenum) कहा जाता है। पैंक्रियाज बॉडी के कई कार्यों को अंजाम देता है। साथ ही यह कई कार्यों में मदद भी करता है। इस आर्टिकल में पैंक्रियाज के कार्य (Pancreas Function) के बारे में जरूरी जानकारी प्रदान की जा रही है।
पैंक्रियाज के कार्य (Pancreas Function)
अग्न्याशय शारीरिक कार्यों में दोहरी भूमिका निभाता है। जो निम्न प्रकार है।
एंडोक्राइन सिस्टम (Endocrine system) के लिए पैंक्रियाज के कार्य
एंडोक्राइन सिस्टम का हिस्सा होते हुए पैंक्रियाज दो हॉर्मोन्स को सीक्रेट करता है। जिसमें ब्लड शुगर को विनियमित करने वाले हॉर्मोन इंसुलिन और ग्लूकागोन (Insulin and glucagon) शामिल हैं। अग्नाशय इंसुलिन हॉर्मोन को तब सीक्रेट करता है जब ब्लड ग्लूकोज लेवल का लेव ल बहुत हाय होता है और यह लेवल को कम करने में मदद करता है। वहीं ग्लूकागोन को तब सीक्रेट होता है जब ब्लड ग्लूकोज बहुत कम हो जाता है और यह इसे बढ़ाने में मदद करता है।
ब्लड ग्लूकोज लेवल का संतुलित होना लिवर, किडनी और ब्रेन के लिए जरूरी है। इन दोनों हॉर्मोन्स का उचित प्रकार से सीक्रेशन होना शरीर के कई कार्यों के लिए जरूरी है: जैसे कि नर्वस सिस्टम और कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम।
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एक्सोक्राइन सिस्टम (Exocrine system) के लिए पैंक्रियाज के कार्य
पैंक्रियाज के कार्य एंडोक्राइन सिस्टम तक ही सीमित नहीं है। यह एक्सोक्राइन सिस्टम के लिए भी कार्य करता है। पैक्रिंयाज डायजेस्टिव डक्ट में एंजाइम्स को भी सीक्रेट करता है। जो खाद्य पदार्थों को तोड़ने और अवशोषित होने में मदद करते हैं। पैंक्रियाज के द्वारा प्रोड्यूस किए जाने वाले एंजाइम्स में निम्न शामिल हैं।
- फैट्स को पचाने के लिए लाइपेज (Lipase)
- कार्बोहायड्रेट को पचाने के लिए एमिलेज (Amylase)
- प्रोटीन्स को पचाने के लिए ट्रिप्सिन और काइमोट्रिप्सिन (Chymotrypsin)
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इसे विस्तार से समझें
अग्न्याशय एक बड़ी पाचन प्रक्रिया का हिस्सा है जो पेट से शुरू होती है। जैसे ही भोजन पेट में पहुंचता है अग्न्याशय एंजाइम पैदा करता है। ये एंजाइम नलिकाओं की एक श्रृंखला के माध्यम से यात्रा करते हैं जब तक कि वे मुख्य अग्नाशयी वाहिनी (Pancreatic duct) तक नहीं पहुंच जाते। मुख्य अग्नाशय वाहिनी सामान्य पित्त नली (Common bile duct) से मिलती है, जो पित्त (Bile) को पित्ताशय (Gallbladder) और यकृत से ड्यूडेनम (Duodenum) की ओर ले जाती है। इस मिलन स्थल को ऐम्पुला ऑफ वेटर (Ampulla of Vater) कहा जाता है।
पित्ताशय की थैली से पित्त और अग्न्याशय से एंजाइम वसा, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन को पचाने में मदद करने के लिए ड्यूडेनम में छोड़े जाते हैं ताकि उन्हें पाचन तंत्र द्वारा अवशोषित किया जा सके। इस प्रकार पैंक्रियाज के कार्य संपन्न होते हैं। पैंक्रियाज के कार्य बॉडी के लिए बेहद जरूरी है क्योंकि पाचन और पाचन तंत्र शरीर के सबसे महत्वपूर्ण तंत्र में से एक है। शरीर के स्वस्थ रहने और सही ढंग से काम करने के लिए यह बेहद जरूरी है। कुछ स्थितियां हैं जो पैंक्रियाज के कार्य और पैंक्रियाज को प्रभावित करती हैं। चलिए उनके बारे में भी जान लेते हैं।
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पैंक्रियाज के कार्य (Pancreas Function) को प्रभावित करने वाली स्थितियां
नीचे बताए जा रहे डिसऑर्डर पैंक्रियाज के कार्य (Pancreas Function) को प्रभावित कर सकते हैं।
- टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 diabetes) – टाइप 1 डायबिटीज तब होती है जब पैंक्रियाज इंसुलिन प्रोड्यूस नहीं करता है।
- टाइप 2 डायबिटीज- टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) तब होती है जब इंसुलिन का उत्पादन होता है लेकिन इसे अच्छी तरह उपयोग नहीं कर पाती।
- हायरग्लाइसेमिया (Hyperglycemia) – यह स्थिति तब बनती है जब बॉडी बहुत ज्यादा ग्लूकागोन को प्रोड्यूस करती है जिसकी वजह से ब्लड शुगर लेवल हाय हो जाता है।
- हायपोग्लाइसेमिया (Hypoglycemia) – इस स्थिति में बॉडी बहुत अधिक इंसुलिन का निमार्ण करती है। जिसकी वजह से ब्लड शुगर लेवल कम हो जाता है।
- पैंक्रियाटाइटिस (Pancreatitis) – यह स्थिति तब बनती है। जब एंजाइम ड्यूडेनम में पहुंचने से पहले ही पैंक्रियाज में काम करना शुरू कर देते हैं। ऐसा गालस्टोन्स और एल्कोहॉल के अधिक सेवन करने से होता है।
- पैंक्रियाटिक कैंसर (Pancreatic cancer) – पैंक्रियाज में होने वाली कैंसरस कोशिकाएं पैंक्रियाटिक कैंसर का कारण बनती है। इस कैंसर का पता लगाना और इलाज करना बेहद मुश्किल होता है। पैंक्रियाज के कार्य (Pancreas Function) सुचारू रूप से चल सके इसके लिए पैंक्रियाज का हेल्दी रहना जरूरी है।
पैंक्रियाज की हेल्थ का पता लगाने के लिए कौन से टेस्ट किए जा सकते हैं?
अगर पैंक्रियाज के कार्य (Pancreas Function) प्रभावित हो रहे तो इसके कारण का पता लगाने के लिए कुछ टेस्ट करने की सलाह डॉक्टर दे सकते हैं क्योंकि बॉडी में इसकी पॉजिशन के चलते फिजिकल एग्जाम के जरिए परेशानी का पता नहीं लगाया जा सकता। इसके लिए कुछ पैंक्रियाज फंक्शन टेस्ट किए जा सकते हैं। जो निम्न प्रकार हैं।
- एब्डोमिनल अल्ट्रासाउंड या एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड (Endoscopic ultrasound)
- एंजियोग्राफी (Angiography)
- ब्लड टेस्ट (Blood test)
- सीएटी स्कैन (computed tomography) scan
- एमआरआई (Magnetic resonance imaging)
- सेक्रेटिन पैंक्रियाटिक फंक्शन टेस्ट (Secretin pancreatic function test)
- एमआसीपी (Magnetic resonance cholangiopancreatography)
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पैंक्रियाज को हेल्दी कैसे रखें?
निम्न टिप्स को अपनाकर पैंक्रियाज को हेल्दी रखा जा सकता है और पैंक्रियाटिक कंडिशन के जोखिम को कम किया जा सकता है।
- स्वस्थ वजन बनाए रखना- नियमित व्यायाम और वजन बढ़ने से बचने से टाइप 2 मधुमेह और पित्त पथरी को रोकने में मदद मिल सकती है जो अग्नाशयशोथ का कारण बन सकती हैं। यह ओवरऑल हेल्थ के लिए भी अच्छा है। इससे अन्य कई प्रकार की परेशानियां भी कम हो सकती है।
- कम वसा वाला आहार खाना। उच्च वसा के सेवन से पित्त पथरी हो सकती है, जो अग्नाशयशोथ का कारण बन सकती है। अधिक वजन होना भी पैंक्रियाटिक कैंसर के लिए एक जोखिम कारक है। इसके साथ ही ऐसा कोई डायट प्लान फॉलो ना करें जो तुरंत वेट लॉस का वादा करता हो। क्योंकि ऐसे में लिवर ज्यादा फैट को एकत्रित करता है जो गालस्टोन का कारण बनता है। इस बारे में डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। उनकी मदद से डायट फॉलो करें।
- शराब का कम करना। शराब पीने से अग्नाशयशोथ और अग्नाशय के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। शराब का सेवन छोड़ना हर प्रकार से बेहतर है।
- धूम्रपान छोड़ना। सिगार धूम्रपान और धुंआ रहित तंबाकू उत्पादों के साथ तंबाकू का उपयोग करने से अग्नाशय के कैंसर और पुरानी अग्नाशयशोथ का खतरा बढ़ सकता है। साथ ही यह स्वास्थ्य के लिए हर प्रकार से नुकसानदायक है।
- नियमित जांच कराना। नियमित चेकअप से डॉक्टर को देखने से अग्नाशय के कैंसर और अग्नाशयशोथ जैसी स्थितियों के शुरुआती लक्षण खोजने में मदद मिल सकती है और समय पर ही इलाज संभव हो सकता है।
उम्मीद करते हैं कि आपको पैंक्रियाज के कार्य (Pancreas Function) क्या हैं? इससे संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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