नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार रोजाना साइकलिंग आपके लिए बेस्ट ऑप्शन माना जाता है। इसलिए अगर आप यंग हैं तो आप अपने दिनचर्या में यदि नियमित साइकलिंग (Cycling) करते हैं, तो डायजेस्टिव सिस्टम (Digestive system) को हेल्दी बनाये रखने में मदद मिल सकती है। रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार 10-15 मिनट नियमित साइकलिंग से पाचन तंत्र को हेल्दी बनाये रखने के साथ-साथ पैंक्रियाज (Pancreas) को भी हेल्दी रखने में मदद मिल सकती है।
3. पैंक्रियाज फंक्शन के लिए एक्सरसाइज: क्रंच एक्सरसाइज (Crunch exercise)
पैंक्रियाज फंक्शन के लिए क्रंच एक्सरसाइज को बेहतर माना गया है। दरअसल क्रंच वर्कआउट पेट के मसल्स एवं डायजेस्टिव सिस्टम दोनों के लिए लाभकारी है। क्रंच एक्सरसाइज के अलग-अलग एक्सरसाइज जैसे वर्टिकल लेग क्रंच (Vertical leg crunch), लॉन्ग आर्म क्रंच (Long arm crunch) एवं रिवर्स क्रंच (Reverse crunch) किया जा सकता है। शारीरिक क्षमता को ध्यान में रखकर पैंक्रियाज फंक्शन के लिए एक्सर्सायज़ करना लाभकारी साबित हो सकता है।
4. पैंक्रियाज फंक्शन के लिए एक्सरसाइज: पुशअप एक्सरसाइज (Push Up exercise)
डायबिटीज में वेट लॉस एक्सरसाइज के लिए पुशअप एक्सरसाइज को शामिल किया गया है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Center for Disease Control and Prevention) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार पाचन तंत्र एवं पैंक्रियाज को बेहतर बनाये रखने के लिए लाभकारी बताया गया है। इसलिए नियमित रूप से और शारीरिक क्षमता को ध्यान में रखकर पैंक्रियाज फंक्शन के लिए पुशअप एक्सरसाइज करें।
5. पैंक्रियाज फंक्शन के लिए एक्सरसाइज: स्विमिंग (Swimming)
नियमित रूप से तैरने से पैंक्रियाज फंक्शन के लिए हेल्दी माना गया है। तैरना कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज की लिस्ट में शामिल है। इसीलिए स्विमिंग करने से हार्ट डिजीज (Heart disease), स्ट्रोक (Stroke), और टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) जैसी कई अन्य बीमारियों से बचा जा सकता है। नियमित या फिर सप्ताह में 4 से 5 दिन तैरने से वेट लॉस करने में भी मदद मिलती है और साथ ही कैलोरी भी बर्न होती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) कंट्रोल रहता है। अगर आपको हाय कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) की समस्या है, तो भी आपको स्वीमिंग से लाभ मिल सकता है। स्वीमिंग करने से बैड एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (LDL Cholesterol) कम होगा और गुड एचडीएल कोलेस्ट्रॉल (HDL Cholesterol) बढ़ेगा।
6. पैंक्रियाज फंक्शन के लिए एक्सरसाइज: पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज (Pelvic Floor exercise)
डायजेस्टिव हेल्थ एवं पैंक्रियाज दोनों के लिए पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज बेहद लाभकारी माना गया है। इस एक्सरसाइज को 5 सेट में या अपनी शारीरिक क्षमता को ध्यान में रखकर किया जा सकता है। पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज (Pelvic Floor exercise) महिलाओं का लिए भी अत्यधिक लाभकारी बताया गया है, क्योंकि गर्भवती (Pregnancy) महिला में पेशाब से जुड़ी समस्याओं को दूर करने और प्रसव के बाद महिलाओं के जल्दी स्वस्थ होने में लाभ मिलता है।
पैंक्रियाज फंक्शन के लिए इन ऊपर बताये गए 6 एक्सरसाइज में से किसी भी एक एक्सरसाइज को अपने दिनचर्या में शामिल किया जा सकता है, जिससे पैंक्रियाज ठीक तरह से अपने काम को करने में सहायता होती है। हालांकि अगर पेशेंट की उम्र ज्यादा है या किसी अन्य हेल्थ कंडिशन से पीड़ित हैं, तो ऐसी स्थिति में एक्सरसाइज करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
पैंक्रियाज फंक्शन के लिए एक्सरसाइज के अलावा नौकासन (Naukasana), बालासन (Child Pose), अधोमुखश्वानासन (Adho Mukha Svanasana), उत्तानासन (Uttanasana), त्रिकोणासन (Trikonasana) या धनुरासन (Dhanurasana) का विकल्प अपनाया जा सकता है। ये योगासन पेट की अलग-अलग मांसपेशियों को ठीक तरह से काम करने में मददगार हो सकते हैं।
और पढ़ें : कंट्रोल करें मधुमेह, अपनाएं डायबिटीज के लिए योगासन