त्रिकोणासन (Trikonasana) योग क्या है?
त्रिकोणासन का संस्कृत शब्द है इसका मतलब होता है ‘ तीन कोनों की मुद्रा ‘ याऋ ‘ त्रिभुज मुद्रा ‘। त्रिकोणासन एक ही स्थान पर करने वाला आसन है। शरीर की मांसपेशियों और जोड़ों को मजबूत बनाने के लिए त्रिकोणासन बहुत फायदेमंद है। त्रिकोणासन योग मुद्रा में, पैरों को अलग-अलग फैलाया जाता है और एक पैर को 90 डिग्री के कोण पर मोड़ते हैं। शरीर का ऊपरी हिस्से को एक पैर की तरफ झुकाते हैं। फिर एक हाथ जमीन पर छुआते हुए और दूसरे पैर को आसमान पैर से फिर इस आसान को दोहराते हैं। रोजाना त्रिकोणासन योग का अभ्यास करने से कई तरह के शारीरिक लाभ मिल सकते हैं।
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त्रिकोणासन के पीछे का विज्ञान
त्रिकोणासन करने से आपको पता चलता है कि आपके पैरों में कितनी ताकत है। कभी-कभी आपको ऐसा भी महसूस हो सकता है कि आपका निचला हिस्सा कमजोर हो गया है। तब आप अपने पैरों और निचले हिस्से को मजबूत बनाने के लिए त्रिकोणासन का सहारा ले सकते हैं। आपको महसूस होगा कि निचला हिस्सा फिर से एक्टिव हो गया है। अन्य योग आसनों की तरह, त्रिकोणासन से भी एक नहीं कई लाभ होते हैं। इससे पैरों में ताकत आने के अलावा उनकी स्थिरता भी बढ़ती है। साथ ही यह शरीर का आकार बढ़ाने में मदद करता है। जब आपके पैर और हाथ की मांसपेशियां फैलने लग जाती हैं, तो शरीर लचीला हो जाता है। जैसे-जैसे आप अपने धड़, पैर और बाहों को संतुलित करते हैं, आपका दिमाग एकाग्र और स्थिर होता जाता है। त्रिकोणासन योग करने से आप इस तरह की चीजें महसूस करेंगे।
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त्रिकोणासन करने के स्टेप्स (Trikonasana Steps) क्या हैं?
नीचे त्रिकोणासन करने के स्टेप्स दिए गए हैं, जिनका आपको सही तरीके से पालन करना चाहिए। एक मैट बिछाएं और उस पर सीधे खड़े हो जाएं। पैरों की एड़ियां आपस में छुएं, पैरों की उंगलियों को भी आपस में छूने दें। सिर और हाथ सीधा रखें। पहले गहरी सांस लें और शरीर को ढीला छोड़ें। धीरे-धीरे अपने शरीर के वजन को दोनों पैरों पर डालते हुए पैरों को फैला लें।