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गट बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचाने वाली चीजें: एंटीबायोटिक (Antibiotics) का इस्तेमाल
एंटीबायोटिक्स जरूरी दवाएं हैं जिनका उपयोग इंफेक्शन और बैक्टीरिया के कारण होने वाली बीमारियों, जैसे कि यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और गले में खराश के इलाज के लिए किया जाता है। वे या तो बैक्टीरिया को मारकर या उन्हें बढ़ने से रोककर काम करते हैं। हालांकि, उनकी एक कमी यह है कि वे अच्छे और बुरे दोनों तरह के बैक्टीरिया को प्रभावित करते हैं। वास्तव में, यहां तक कि एक भी एंटीबायोटिक ट्रीटमेंट से गट फ्लोरा का स्ट्रक्चर और विविधता में हानिकारक परिवर्तन हो सकते हैं। एंटीबायोटिक्स आमतौर पर लाभकारी बैक्टीरिया, जैसे कि बिफीडोबैक्टीरिया और लैक्टोबैसिली (Bifidobacteria and Lactobacilli) में अल्पकालिक गिरावट का कारण बनते हैं, और अस्थायी रूप से क्लोस्ट्रीडियम जैसे हार्मफुल बैक्टीरिया को बढ़ा सकते हैं।

हालांकि, एंटीबायोटिक्स भी गट फ्लोरा में लॉन्ग टर्म चेंज का कारण बन सकते हैं। एंटीबायोटिक मेडिसिन की एक डोज पूरी करने के बाद, अधिकांश बैक्टीरिया 1-4 सप्ताह के बाद लौट आते हैं, लेकिन उनकी संख्या अक्सर पिछले स्तरों लेवल पर वापस नहीं आती है।
गट बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचाने वाली चीजें (Things that harm gut bacteria): बहुत अधिक शराब पीना
बहुत ज्यादा एल्कोहॉल लेने से फिजिकल और मेंटल इफ़ेक्ट बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है। क्रोनिक एल्कोहॉल कंज्प्शन डिस्बिओसिस सहित गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। एक स्टडी ने 41 एल्कोहॉलिक लोगों के गट फ़्लोरा की जांच की और उनकी तुलना 10 स्वस्थ व्यक्तियों से की, जिन्होंने कम-से-कम शराब का सेवन किया। 27% एल्कोहॉलिक पॉपुलेशन में डिस्बिओसिस मौजूद था, लेकिन यह किसी भी स्वस्थ व्यक्ति (29) में मौजूद नहीं था।
वहीं, रेड वाइन ने वास्तव में गट हेल्थ को बढ़ावा देने के लिए जाने जाने वाले बैक्टीरिया में ग्रोथ की और क्लोस्ट्रीडियम जैसे हानिकारक गट बैक्टीरिया की संख्या में कमी पाई गई। गट बैक्टीरिया पर रेड वाइन कंसम्पशन का अच्छा प्रभाव इसकी पॉलीफेनोल कंटेंट के कारण हो सकता है।
पॉलीफेनोल्स प्लांट कंपाउंड्स हैं जो बैक्टीरिया द्वारा ब्रेकडाउन हो जाते हैं। वे ब्लड प्रेशर को कम करने और कोलेस्ट्रॉल में सुधार करने में भी मदद कर सकते हैं।