इन मामलों में, ऑरेंज वोमिट आमतौर पर टेम्पररी समस्या है। बाद में वोमिट के रंग (Color of vomit) बदल सकते हैं।
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पिंक या रेड वोमिट (Pink or Red vomit)
अधिक मात्रा में खून की उल्टी होने की समस्या को हेमाटेमेसिस (Hematemesis) कहा जाता है। हालांकि, इस दौरान वोमिट के रंग (Color of vomit) रंग पिंक और ब्राइट रेड होते हैं। लेकिन, यह ब्लैक या डार्क ब्राउन लग सकती है। अगर आपको पिंक, लाल या ब्लडी वोमिट हो, तो आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। बच्चों में ब्लडी वोमिट इस समस्या की निशानी हो सकती हैं:
वयस्कों में पिंक और रेड वोमिट का कारण इस प्रकार है:
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वोमिट के रंग (Color of vomit) में ब्राउन वोमिट (Brown vomit)
ब्राउन वोमिट के दो पॉसिबल कारण हो सकते हैं। अधिकतर मामलों में यह रंग ब्लड का शेड होता है। अगर यह लाइट कॉफी रंग का हो, तो जल्दी ही डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इसका कारण पेप्टिक अल्सर (Peptic ulcers). एमीलॉयडोसिस (Amyloidosis) या कोई गंभीर अंडरलायिंग कंडिशन हो सकता है। गंभीर कब्ज भी इस रंग की उल्टी का कारण हो सकती है। यह समस्या अपच के कारण होती है जिसके कारण वोमिट से तेज दुर्गन्ध आती है। इस समस्या के अन्य लक्षण हैं गंभीर पेट में दर्द।
काली वोमिट (Black vomit)
काली वोमिट भी खूनी उल्टी की शेड हो सकती है। यह भी डार्क कॉफी के रंग की लग सकती है। यदि आपके पेट में एसिड द्वारा ब्लड ऑक्सीडाइज हो गया है, तो आपकी उल्टी काली दिखाई दे सकती है। यही नहीं, खून में मौजूद आयरन समय के साथ ब्राउन से काला हो जाता है। अगर आपका ब्लड अब ब्राइट रेड नहीं है, इसका मतलब है कि ब्लीडिंग या तो बंद हो गया है या केवल थोड़ी मात्रा में हो रही है। ब्लैक वोमिट कई कंडिशंस के कारण हो सकती है, जो ब्लडी वोमिट का कारण बन सकती है। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। दुर्लभ मामलों में, ब्लैक वोमिट किसी फंगल इंफेक्शन के कारण भी हो सकती है। यह इंफेक्शन ब्लैक मोल्ड कल्चर्स (Black mold cultures) के कांटेक्ट के बाद विकसित हो सकता है। यह कंडिशन बोन मैरो या ऑर्गन ट्रांसप्लांट के कारण हो सकती है।
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वोमिट के रंग (Color of vomit) में डॉक्टर की सलाह कब लें?
अगर आपको वोमिट में अधिक मात्रा में ब्लड दिखाई दे, तो तुरंत मेडिकल अटेंशन लें। याद रखें, ब्लड का रंग लाल या ब्राउन से काला तक हो सकता है। यही नहीं, अगर आपको ब्लडी वोमिट के साथ ही चक्कर आना, रेपिड और शैलो ब्रीदिंग जैसी समस्याएं हो, तो यह गंभीर हो सकता है। वोमिट के रंग (Color of vomit) में हरी और पीली वोमिट भी सीरियस कंडीशन के लक्षण हो सकते हैं जैसे बाइल रिफ्लक्स bile reflux.। इन स्थितियों में भी तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है, जैसे:
- अगर वोमिटिंग 48 घंटे से हो रही हो।
- आपको डिहायड्रेशन के लक्षण नजर आएं जैसे चक्कर आना और सिरदर्द।
- वोमिटिंग से आपका वजन कम हो रहा हो।
- अगर आपको डायबिटीज है, तो लगातार वोमिटिंग से आपके ब्लड शुगर लेवल पर असर हो सकता है।
- आपको छाती में गंभीर दर्द हो रहा हो, यह हार्ट अटैक का संकेत है।
- लगातार वोमिटिंग, साइक्लिक वोमिटिंग डिसऑर्डर (Cyclic vomiting disorder), का संकेत हो सकता है, जो किसी खास न्यूरोलॉजिकल कंडिशंस (Neurological conditions) के कारण हो सकता है।
यह तो थी वोमिट के रंग (Color of vomit) के बारे में जानकारी। वोमिटिंग की समस्या परेशानी भरी होती है लेकिन यह जानलेवा नहीं है, बल्कि किसी बीमारी का एक हिस्सा है। वोमिट का लाल, ब्राउन या ब्लैक रंग होना किसी गंभीर या रेयर कंडिशंस के कारण होता है, जिसमें मेडिकल अटेंशन की जरूरत हो सकती है। अगर यह समस्या अधिक दिनों तक रहे या आपको इसका असामान्य रंग नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। अगर वोमिट के रंग (Color of vomit) के बारे में आपके मन में कोई भी सवाल हो, तो तुरंत डॉक्टर से बात करें।
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