पेट की समस्या से आज के समय में ज्यादातर लोग जूझ रहे हैं। पेट में दर्द की समस्या, पेट में सूजन, गैस की समस्या, ब्लोटिंग आदि के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। खानपान में ध्यान रखकर और अच्छी लाइफस्टाइल अपनाकर पेट की कई परेशानियों से राहत पाई जा सकती है। जिन लोगों का स्टमक सेंसिटिव होता है, उन्हें पेट की परेशानियों से संबंधित कई लक्षणों का सामना करना पड़ता है। गैस्ट्राइटिस के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट डायजेशन की समस्याओं से राहत दिलाने का काम करते हैं। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको गैस्ट्राइटिस के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट (Acupressure Points for gastritis) के बारे में जानकारी देंगे। जानिए गैस्ट्राइटिस के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट (Acupressure Points for gastritis) क्या होते हैं।
और पढ़ें: पेट की समस्याओं के लिए इन प्रोकाइनेटिक ड्रग्स का इस्तेमाल किया है आपने?
गैस्ट्राइटिस के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट (Acupressure Points for gastritis)
ट्रेडीशनल चायनीज मेडिसिन लंबे समय से लोगों के बीच में में लोकप्रिय है। कुछ ट्रेडीशनल टेक्नीक जैसे कि एक्यूप्रेशर (Acupressure) और एक्यूपंचर (Acupuncture) का इस्तेमास ऑल्टरनेटिव्स के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। एक्यूप्रेरशर (Acupressure) ट्रेडीशनल मसाज थेरिपी है, जिसमें बॉडी के विभिन्न प्रेशर पॉइंट को स्टिमुलेट करने का काम किया जाता है। ऐसा करने से एनर्जी फ्लो को कंट्रोल किया जाता है और इससे ओवरऑल मेटाबॉलिज्म पर सकारात्मक असर पड़ता है।
एक्यूप्रेशर गैस की समस्या को दूर करने के साथ ही डायजेशन को बेहतर बनाने में मदद करता है। पूरे शरीर में एक्यूप्रेशर पॉइंट मौजूद होते हैं और ये कई समस्याओं से राहत दिलाते हैं। जानिए गैस्ट्राइटिस के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट (Acupressure Points for gastritis) कौन-से हैं।
और पढ़ें: क्या स्ट्रेस के कारण होता है पेट का अल्सर?
गैस्ट्राइटिस के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट: जुसानलि (Zusanli )
इसे ST36 भी कहा जाता है। इस पॉइंट में प्रेशर देने पर अप एब्डॉमिनल ऑर्गन्स, नर्वस सिस्टम, मास्टर एनर्जी आदि में प्रभाव पड़ता है। आपको घुटने के करीब 3 इंच नीचे की ओर मसाज करनी चाहिए। आपको दो फिंगर जुसानलि पॉइंट में रखकर सर्कुलर मोशन में प्रेशर देना चाहिए। पैरों में मसाज करीब दो से तीन मिनट तक कर सकते हैं। एक पैर में मसाज करने के बाद दूसरे पैर में भी इसे दोहराएं।
गैस्ट्राइटिस के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट: किहाई (Qihai)
किहाई (Qihai) को CV6 नाम से भी जाना जाता है। ये पॉइंट लोअर एब्डॉमिनल ऑर्गन्स को प्रभावित करता है। ये पॉइंट करीब ढेढ़ इंच नेवल (Navel) के नीचे स्थित होता है। आपको पॉइंट के पास तीन फिंगर रखने के बाद सर्कुलर मोशन में प्रेशर देकर उंगलियों को घुमाएं। आपको अधिक प्रेशर नहीं देना चाहिए क्योंकि शरीर का ये हिस्सा संवेदनशील हो सकता है। आपको करीब दो से तीन सेकेंड तक मसाज करना चाहिए।
और पढ़ें: एक्यूट गैस्ट्राइटिस : पेट से जुड़ी इस समस्या को इग्नोर करना हो सकता है खतरनाक!
सानिन्जियाओ (Sanyinjiao)
सानिन्जियाओ (Sanyinjiao) पॉइंट को SP6 के नाम से भी जाना जाता है। ये स्प्लीन मेरिडिअन ( spleen meridian) पर स्थित होता है। ये पॉइंट लोअर एब्डॉमिनल ऑर्गन्स (Lower abdominal organs), नर्वस सिस्टम ( Nervous system) को प्रभावित करता है। ये पॉइंट इनर एंकल (Inner ankle) से तीन इंच ऊपर स्थित होता है। सानिन्जियाओ (Sanyinjiao) पॉइंट में दो फिंगर को रखें और उंगलियों को सर्कुलर मोशन में घुमाएं और मसाज करें।
और पढ़ें:ब्लोटिंग (पेट फूलना) का कारण बनते हैं ये फूड्स, जानें इनकी जगह क्या खा सकते हैं?
गैस्ट्राइटिस के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट: झोंगवान (Zhongwan)
झोंगवान (Zhongwan)पॉइंट को CV12 भी कहते हैं। ये पॉइंट कॉन्सेप्शन वेसल मेरिडियन पर स्थित होता है। इस पॉइंट में प्रेशर देने पर अपर एब्डॉमिनल ऑर्गन्स (Upper abdominal organs), ब्लैडर और गॉल ब्लैडर (Bladder and gallbladder) पर सकारात्मक असर पड़ता है। ये पॉइंट नाभि के चार इंच ऊपर की ओर स्थित होता है। इस पॉइंट में आपको तीन उंगलियों के माध्यम से प्रेशर देना है। प्रेशर सर्कुलर मोशन में होना चाहिए।
आपको प्रेशर देने के दौरान अधिक ताकत का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। आप चाहे तो गैस्ट्राइटिस के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट (Acupressure Points for gastritis) के बारे में अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से परामर्श कर सकते हैं। कुछ लोगों को एक्यूप्रेशर पॉइंट के बारे में सही जानकारी न होने के कारण परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है। अधिक ताकत का इस्तेमाल भी दर्द का कारण बन सकता है।
और पढ़ें: एक्यूप्रेशर और एक्यूपंक्चर में है अंतर, जानिए दोनों के फायदे
वीशु (Weishu)
वीशु को BL21 के नाम से भी जाना जाता है। ये ब्लैडर मेरिडिन में स्थित होता है। इस पॉइंट के कारण एब्डॉमिनल पेन (Abdominal pain), गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर (gastrointestinal disorders) आदि समस्याओं से राहत मिलती है। ये बैक में स्पाइन के करीब आधा इंच ऊपर पॉइंट के स्थित होता है। वीशु (Weishu) में सर्कुलर मोशन में प्रेशर देकर मसाज करें। ऐसा करीब एक से दो मिनट तक करें। अगर आपको रीढ़ की हड्डी में दर्द है, तो बेहतर होगा कि इसे करने से बचें।
गैस्ट्राइटिस के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट का क्या होता है असर? (Acupressure Points for gastritis)
एक्यूप्रेशर का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार की परेशानियों के दूर करने के लिए किया जाता है। अगर आपको भी शरीर की समस्याओं को दूर करने के लिए एक्यूप्रेशर का इस्तेमाल करना है, तो पहले एक्सपर्ट से इस बारे में जानकारी लें। सही तरह से एक्यूप्रेशन न लेने पर आपको इसके लाभ नजर नहीं आएंगे। साथ ही एक्यूप्रेशर का तरीका सही न होने पर आपको पेन यानी दर्द का सामना भी करना पड़ सकता है।गैस और सूजन की समस्या (Swelling problem) के साथ ही कब्ज की समस्या से राहत पाने में एक्यूप्रेशर पॉइंट का अहम रोल होता है। रिचर्स में ये बात सामने आई है कि गैस्ट्राइटिस के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट (Acupressure Points for gastritis) अहम रोल अदा करते हैं।
और पढ़ें: क्या आप जानते हैं, कमर दर्द के एक्यूप्रेशर प्वाइंट
इन बातों का भी रखें ख्याल
गैस्ट्राइटिस के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट (Acupressure Points for gastritis) में मसाज के साथ ही आपको कुछ आदतों में सुधार की भी जरूरत है, ताकि पेट संबंधी सम्याओं से राहत पाई जा सके। रिचर्स में ये बात सामने आई है कि गैस्ट्राइटिस के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट (Acupressure Points for gastritis) अहम रोल अदा करते हैं। अगर आपको किसी चीज से एलर्जी है, तो बेहतर होगा कि उससे बचें। एलर्जी के कारण गैस की समस्या हो सकती है। आपको खाना तेजी से खाने के बजाय धीमे खाना चाहिए। तेजी से खाने में पेट में गैस भर जाती है। खाने में फाइबर जरूर शामिल करें ताकि पेट साफ होने में दिक्कत न हो। आपको खाने में प्रोबायोटिक्स शामिल करने चाहिए ताकि गट हेल्थ पर सकारात्मक प्रभाव पड़े।
हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता। इस आर्टिकल में हमने आपको गैस्ट्राइटिस के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट (Acupressure Points for gastritis) के संबंध में जानकारी दी है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
[embed-health-tool-bmr]