कहते हैं कि किसी भी चीज की अति बुरी होती है। जब बात प्रेग्नेंसी की हो तो ये बात खासतौर पर लागू होती है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को खानपान के बारे में सलाह देते हुए हमेशा ये कहा जाता है कि कोई भी चीज अधिक मात्रा में न लें। प्रेग्नेंसी की शुरूआत के साथ ही गर्भवती महिला की सेहत की विशेष देखभाल शुरू हो जाती है । इस दौरान गर्भवती महिला खुद की सेहत का ख्याल तो रखती ही है, साथ ही परिवार के सदस्य भी खास ध्यान रखते हैं। इस देखरेख की कड़ी में गर्भवती महिला की डायट का अत्यधिक ध्यान रखा जाता है, क्योंकि गर्भवती महिला की सेहत का असर गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है। प्रेग्नेंसी में खाने के साथ-साथ चाय या कॉफी के सेवन को भी संतुलित करना बेहद जरूरी है। अगर आप प्रेग्नेंसी में चाय या कॉफी का सेवन करना चाहती हैं, तो इसका सेवन बेहद ही समझदारी से करनी चाहिए।
हैलो स्वास्थ्य की टीम ने पुणे की निवासी नीता गोस्वामी से जानना चाहा की वह प्रेग्नेंसी में चाय या कॉफी का सेवन कर रहीं हैं या नहीं तो नीता कहती हैं “मैं वर्किंग हूं और मुझे ग्रीन टी, रेड टी या कॉफी तीनों ही बेहद पसंद है। लेकिन, जब मेरी प्रेग्नेंसी शुरू हुई तो मैंने इनका सेवन कम कर दिया, क्योंकि कुछ कॉम्प्लिकेशन की वजह से मुझे मेरी डायट डायटीशियन के बताये अनुसार फॉलो करना पड़ता है, जो मेरे लिए हेल्दी प्रेग्नेंसी मेंटेन रखने के लिए बेहद जरूरी है। पहले मैं चार से पांच कप चाय या कॉफी अपने वर्किंग ऑवर में पी लेती थी लेकिन, पिछले छे महीने से मैं एक दिन में सिर्फ दो कप चाय, कॉफी या ग्रीन टी का सेवन करती हूं।’
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प्रेग्नेंसी में चाय या कॉफी का सेवन कैसे करना चाहिए?
गर्भावस्था में चाय या कॉफी का सेवन संतुलित करना चाहिए। सबसे पहले प्रेग्नेंसी में चाय का सेवन कैसे करना चाहिए यह समझते हैं।
गर्भवती महिलाओं को यह समझना बेहद जरूरी है की चाय दो अलग-अलग तरह की होती है। गर्भावस्था के दौरान चाय पीना लाभकारी हो सकता है अगर इसका सेवन संतुलित किया जाए। दरअसल चाय में मौजूद पॉलीफीनॉल्स दिल को स्वस्थ रखने का काम करता है। इसके साथ ही चाय में एंटी-ऑक्सिडेंट की प्रचूर मात्रा गर्भवती महिला की इम्यून सिस्टम को स्ट्रॉन्ग बनाये रखने में मददगार होता है। रिसर्च के अनुसार इम्यून सिस्टम स्ट्रॉन्ग होने के साथ-साथ कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से भी बचा जा सकता है। हालांकि प्रेग्नेंसी में चाय के सेवन से पहले कुछ बातों समझना बेहद जरूरी होता है। सबसे पहला तो बाजार में दो अलग-अलग तरह की चाय मिलती है, जिनमें शामिल है हर्बल वाली चाय और बिना हर्बल वाली चाय। लेकिन, गर्भवती महिलाओं को नॉन हर्बल टी का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि नॉन हर्बल टी में कैफीन की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए प्रेग्नेंसी में चाय या कॉफी का सेवन करने पर विचार कर रहीं हैं, तो हर्बल टी का सेवन करें। इसके सेवन से प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली चिंता या तनाव को भी कम करने में मदद मिल सकती है।
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प्रेग्नेंसी में चाय का सेवन करने से पहले यह जरूर समझें की एक कप चाय में कैफीन की मात्रा कितनी होती है?
एक कप चाय में कैफीन की मात्रा तकरीबन 40 से 50 मिलीग्राम होती है। ऐसे में एक दिन में दो या तीन कप से ज्यादा चाय का सेवन न करें। अत्यधिक कैफीन की मात्रा शारीरिक परेशानी पैदा कर सकती है। इसलिए प्रेग्नेंसी में चाय का सेवन संतुलित करना चाहिए।
प्रेग्नेंसी में कॉफी का सेवन कैसे करना चाहिए?
जिस तरह से चाय में कैफीन की मौजूदगी होती है ठीक वैसे ही कॉफी में भी कैफीन की मात्रा ज्यादा होती है। कैफीन के ज्यादा सेवन से गर्भ में पल रहे शिशु का वजन कम हो सकता है। इसलिए कॉफी का सेवन भी कम से कम करना समझदारी होगा। इसलिए प्रेग्नेंसी में कॉफी का सेवन दो कप से ज्यादा करना ठीक नहीं होता है।
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प्रेग्नेंसी में चाय या कॉफी का सेवन करती हैं, तो किन-किन बातों को ध्यान रखें?
गर्भावस्था में चाय या कॉफी का सेवन करने पर निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। जैसे:-
- कुछ चाय में ड्यूरेटिक्स की मात्रा भी ज्यादा होती है। जैसे- तुलसी, मेथी या सौंफ की चाय के सेवन से बचें।
- बेड टी की आदत न डालें। क्योंकि खली पेट चाय के सेवन से एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
- एक दिन में 200 ml से ज्यादा चाय या कॉफी का सेवन न करें।
- चाय या कॉफी पीने की आदत देर शाम या शाम 5 से 6 बजे के बाद न डालें। क्योंकि इनमें कैफीन की मात्रा होती है जो नींद नहीं आने की परेशानी शुरू कर सकती है।
- दो से तीन कप से ज्यादा चाय या कॉफी पीने की गलती न करें।
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प्रेग्नेंसी में चाय या कॉफी का सेवन क्या गर्भवती महिला के लिए अच्छा भी हो सकता है?
दरअसल प्रेग्नेंसी में चाय के सेवन से निम्नलिखित फायदे मिल सकते हैं। अगर इनका सेवन संतुलित मात्रा में किया जाय तो। इन फायदे में शामिल है:
- प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली मॉर्निंग सिकनेस, मतली, उल्टी और दस्त को कम करने में मदद मिल सकती है।
- गर्भावस्था के दौरान एंग्जायटी और तनाव होना स्वाभाविक होता है। ऐसे में दो कप चाय गर्भवती महिला के एंग्जायटी और टेंशन को कम कर सकती है।
- प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली सिरदर्द से भी चाय राहत दिला सकती है।
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प्रेग्नेंसी में चाय या कॉफी का सेवन डाल सकता है गर्भ में पल रहे शिशु पर नकारात्मक प्रभाव?
गर्भावस्था में चाय या कॉफी का सेवन अत्यधिक करने से शिशु पर निम्नलिखित नकारात्मक प्रभाव डालती है। जैसे:
- जन्म लेने वाले शिशु का सामान्य वजन से कम वजन हो सकता है।
- चाय या कॉफी में कैफीन के साथ-साथ एलथाइनीन और थिलोफाइलिन भी मौजूद होता है, जिसकी वजह से मिसकैरिज का खतरा बढ़ सकता है।
- गर्भावस्था के दौरान अगर आप ज्यादा चाय या कॉफी पीती हैं, तो आपको भूख नहीं लगेगी। जबकि प्रेग्नेंसी के दौरान समय पर खाना-पीना मां और शिशु दोनों की सेहत के लिए आवश्यक होता है।
गर्भावस्था के दौरान दूध की चाय, नींबू की चाय या ग्रीन टी का सेवन किया जा सकता है। लेकिन, इनका सेवन भी दो कप से ज्यादा नहीं करना चाहिए। शाम 5 या 6 बजे के बाद किसी भी तरह की चाय, कॉफी, हर्बल टी या ग्रीन टी का सेवन नहीं करना चाहिए।
आप प्रेग्नेंसी में अगर कैफीन की कम मात्रा का इस्तेमाल करती हैं तो आपको नुकसान पहुंचने के चांसेज कम हो जाते हैं। आप प्रेग्नेंसी के दौरान चाय के विकल्प के रूप में अदरक की चाय (शहद वाली) भी शामिल कर सकती हैं। सर्दियों के मौसम में ज्यादातर लोगों को गले में खराश की समस्या हो जाती है। अगर आपको दूध पसंद नहीं है तो आप अदरक चाय का सेवन कर सकती है। आप चाहे तो कम मात्रा में दूध का उपयोग भी कर सकती हैं।
गर्मियों में प्रेग्नेंट लेडी को मिंट टी पीनी चाहिए। पुदीने का सेवन करने से शरीर को ठंडक का एहसास होता है। प्रेग्नेंसी की शुरूआत में महिलाओं को उल्टी के साथ ही अधिक बेचैनी का एहसास होता है। ऐसे में पुदीने की चाय का सेवन करना राहत का एहसास दिलाता है। आपको अगर पुदीना नहीं पसंद है तो आप नींबू की चाय भी पी सकती हैं। नींबू कैल्शियम सी का अच्छा सोर्स होता है। ये इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है।
अगर आप प्रेग्नेंसी में चाय या कॉफी का सेवन करना चाहती या इसके सेवन से कोई परेशानी महसूस होती है, तो इससे जुड़े किसी तरह के कोई भी सवाल के जवाब को समझना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।
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