मिथक 6- गर्भपात शायद ही कभी होता है (Abortion rarely occurs)
मिसकैरिज से जुड़े मिथक में यह बिल्कुल ही गलत धारणा है। अमेरिकन सोसायटी फॉर रिप्रोडक्टिव मेडिसन की एक रिपोर्ट के हिसाब से दुनिया भर में कम से कम 30% प्रेग्नेंसी गर्भपात की वजह से खत्म हो जाती है। ऐसा ज्यादातर गर्भावस्था के शुरूआती 20वें सप्ताह में ज्यादा होता है।
मिथक 7- प्रेग्नेंसी में पपीता खाने से मिसकैरिज होता है? Eating papaya during pregnancy causes miscarriage?
कई शोधों के मुताबिक, आधा पका या कच्चा पपीता गर्भावस्था के समय में हानि पहुंचा सकता है क्योंकि इसमें लेटेक्स की मात्रा अधिक होती है। जिससे असमय गर्भाशय में संकुचन शुरू हो सकता है। जबकि, पका पपीता खाने से प्रेग्नेंट महिला को कोई नुक्सान नहीं होता है। गर्भावस्था के दौरान पका हुआ पपीता खाया जा सकता है लेकिन, आप इस बारे में एक बार डॉक्टर से बात कर लें। इसके अलावा मिसकैरिज से जुड़े मिथक हैं जो काफी प्रचलित हैं जैसे काली मिर्च नहीं खाना चाहिए। मिसकैरिज से जुड़े मिथक हमारे आसपास लोग एक-दूसरे से कहते सुनते रहते हैं लेकिन इनके पीछे पूरी बायोलॉजिकल प्रोसेस होती है जिसकी जानकारी आपका डॉक्टर आपको दे सकता है।
मिसकैरिज से जुड़े मिथक और इसके बारे में तरह-तरह की जानकारी लोगों से सुनने में मिलती हैं। इन बातों में कुछ बातें सच होती हैं तो कुछ गलत इसीलिए जरूरी है कि गर्भपात से जुड़े हुए किसी भी तरह के प्रश्न के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें। हम उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में मिसकैरिज से जुड़े मिथक के बारे में बताया गया है। यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल है तो उसे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।