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प्रेग्नेंसी पर प्रभाव (Effect on pregnancy)
प्रेग्नेंसी के दौरान प्लेसेंटा की पोजिशन का भ्रूण (Embryo) पर कोई असर नहीं पड़ता है, पर प्लेसेंटा गर्भाशय ग्रीवा को ब्लॉक कर सकता है, तो इस स्थिति में मां के लिए मुश्किलें पैदा हो सकती हैं। इस स्थिति को प्लेसेंटा प्रीविया कहते हैं, जो कि मां के हेल्थ के लिए सही नहीं है। प्लेसेंटा प्रीविया को मॉनिटर करने के लिए प्रेग्नेंट मां को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत भी पड़ सकती है। इतना ही नहीं इस कंडिशन में सिजेरियन डिलीवरी की भी आवश्यकता पड़ सकती है। हालांकि, एंटीरियर प्लेसेंटा में ऐसा नहीं होता है, इसमें ऐसी गंभीर स्थिति नहीं है। प्लेसेंटा की पोजिशन शिशु के सामने होने के कारण प्रेग्नेंट मां को बच्चे की मूवमेंट पोस्टीरियर पोजिशन की तरह महसूस नहीं होती है। इसके अलावा, शिशु में किसी तरह की असामान्यता की जांच के लिए एमनीओटिक फ्लूइड का सैंपल टेस्ट किया जाता है, जिसे एमनियोसेंटेसिस कहते हैं। लेकिन, एंटीरियर प्लेसेंटा के कारण (Causes of anterior placenta) इस टेस्ट के दौरान कुछ दिक्कत आ सकती है।
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एंटीरियर प्लेसेंटा के कारण जटिलताएं (Complications due to anterior placenta)
एंटीरियर प्लेसेंटा के कारण प्रेग्नेंसी के दौरान मां को कुछ जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है। एंटीरियर प्लेसेंटा की पोजिशन प्रेगनेंसी को प्रभावित कर सकती है। लेकिन आपमें क्या जटिलताएं हो सकती हैं, यह डॉक्टर के जांच द्वारा पता चलेगा। एंटीरियर प्लेसेंटा वाली गर्भवती महिला में प्रीक्लैंप्सिया, इंट्रायूट्राइन ग्रोथ रिस्ट्रिक्शन, जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational diabetes), प्लेसेंटा एब्रप्शन और इंट्रायूट्राइन फीटल डैथ की समस्या होने का खतरा देखा गया है। इतना ही नहीं, एंटीरियर प्लेसेंटा वाली महिलाओं में डिलिवरी बाद कोई समस्या पैदा होने का अधिक खतरा रहता है। इसके अलावा एंटीरियर प्लेसेंटा में डॉक्टर को जांच के दौरान भ्रूण की धडक्कन सुनने में कठनाई हो सकती है।
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एंटीरियर प्लेसेंटा आपकी गर्भावस्था को कैसे प्रभावित कर सकता है (How Anterior Placenta Can Affect Your Pregnancy)?
वैसे तो, प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं का लगातार चेकअप होता है रहता है। मां और बच्चे दोनों की स्थिति डाॅक्टर की निगरानी में रहती है। वैसे प्रेग्नेंसी के दौरान (During pregnancy) एंटीरियर प्लेसेंटा के कारण कोई गंभीर परेशानी नहीं होती है और अन्य लक्षणों के कारण प्लेसेंटा में दिक्कत जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। इसके लक्षणों में वैजायना से ब्लीडिंग होना, कमर में तेज दर्द, पेट में दर्द, शिशु की मूवमेंट कम महसूस होना और पेट में दर्द जैसे लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। प्लेसेंटा में दिक्कत के लक्षण आचानक से सामने आ सकते हैं और इसके लक्षण अधिक गंभीर नहीं होते हैं। एंटीरियर प्लेसेंटा शिशु के विकास या स्वास्थ्य को प्रभावित नहीं कर सकता है। अधिकतर मामलों में इसमें शिशु की जान का खतरा नहीं होता है।एंटीरियर प्लेसेंटा के कारण एमनियोसेंटेसिस को थोड़ा और चुनौतीपूर्ण बना सकता है। इन थोड़ी सी असुविधाओं के बावजूद,एंटीरियर प्लेसेंटाअपने आप में आपके स्वास्थ्य के लिए कोई जोखिम नहीं रखता है।