
शॉर्ट सर्विक्स इस टर्म से तो शायद आप यह समझ गए होंगे कि सर्विक्स का आकार छोटा होना। वैसे सर्विक्स का आकार 30 से 50 मिलिमीटर्स तक बड़ा हो सकता है। वहीं सोसाइटी फॉर मेटर्नल-फीटल मेडिसिन (Society for Maternal-Fetal Medicine) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार अगर सर्विक्स की लम्बाई 15 मिलिमीटर से कम हो, तो इसे शार्ट सर्विक्स (Short Cervix) कहा जाता है।
शॉर्ट सर्विक्स, सर्वाइकल इंसफिशिएंसी (Cervical insufficiency) की ओर इशारा करते हैं, जिसे मेडिकल टर्म में इन्कॉम्पिटेंट सर्विक्स (Incompetent cervix) भी कहा जाता है। इन्कॉम्पिटेंट सर्विक्स को अगर आसान शब्दों में समझें, तो इसका अर्थ है सर्वाइकल टिशू का कमजोर पड़ना या फिर ऐसी स्थिति में प्रीमैच्योर बर्थ (Premature birth) या फिर हेल्दी प्रेग्नेंसी में बाधा पहुंचने की संभावना बनी रहती है। ऐसा माना जाता है कि शॉर्ट सर्विक्स प्रीमैच्योर लेबर (Premature labor), समय से पहले बेबी डिलिवरी (Early delivery) या प्रेग्नेंसी लॉस (Pregnancy loss) जैसी स्थितियों को दावत दे सकती है। अब ऐसे में यह सवाल उठता है कि शॉर्ट सर्विक्स की वजह से गर्भधारण में समस्या आ सकती है। चलिए इससे जुड़े सवाल का जवाब भी जानते हैं।
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शॉर्ट सर्विक्स का प्रेग्नेंसी पर असर क्या पड़ता है? (Effects of Short Cervix during pregnancy)
शॉर्ट सर्विक्स का गर्भधारण पर असर नहीं पड़ता है। वहीं सर्विक्स के एब्नॉर्मल स्ट्रक्चर (Cervix abnormal structure) का असर प्रेग्नेंसी के दौरान पड़ सकता है। इसलिए शॉर्ट सर्विक्स एवं सर्विक्स के एब्नॉर्मल स्ट्रक्चर की जानकारी के लिए अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) की मदद ली जा सकती है। इससे सर्वाइकल लेंथ (Cirvical lenth) या पेल्विक की जांच की जाती है, जिससे प्रीटर्म लेबर (Preterm labor) आसान हो जाता है।
यहां यह तो साफ है कि शॉर्ट सर्विक्स का प्रेग्नेंसी पर असर नहीं पड़ता है, लेकिन एब्नॉर्मल सर्विक्स स्ट्रक्चर का असर प्रेग्नेंसी पर पड़ता सकता है। चलिए अब यह जान लेते हैं कि शॉर्ट सर्विक्स किन-किन कारणों से हो सकती है।
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शॉर्ट सर्विक्स के कारण क्या हो सकते हैं? (Cause of Short Cervix)
रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार शॉर्ट सर्विक्स के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
- यूट्रस (Uterus) के दो हिस्से में बटना।
- पहले कभी सर्विक्स की सर्जरी (Cervix surgery) करवाना।
- यूट्रस (Uterus) में इंजरी होना।
- पहले प्रेग्नेंसी के दौरान सर्विक्स में इंजरी (Injuries) होना।
- स्मोकिंग (Smoking) करना।
- सर्विक्स या वजायना में सूजन (Inflammation) आना या इंफेक्शन (Infection) होना।
- दो प्रेग्नेंसी (Pregnancy) के बीच कम वक्त होना।