डिलिवरी के दौरान एपीसीओटॉमी की जाएगी इसके बारे में पहले से नहीं जाना जा सकता। जैसा कि हम बता चुके हैं कि एपीसीओटॉमी प्रक्रिया (Episiotomy Procedure) करना है या नहीं, यह पहले से तय नहीं होता। हां यदि आपकी पहले से पेल्विक सर्जरी हुई है, तो एपीसीओटॉमी प्रक्रिया के बारे में डॉक्टर से जरूर जान लें। आपको ये जानना जरूरी है कि एपीसीओटॉमी के बाद किस तरह की सावधानियां रखना जरूरी है। नॉर्मल डिलिवरी के लिए जो सामान आपने ले रखा है जैसे साफ कपड़े, सेनेटाइजर वगैरह इसे साथ ही रखें।
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एपीसीओटॉमी प्रक्रिया के बाद बरतें ये सावधानियां (Precautions After Episiotomy Procedure)
एपीसीओटॉमी प्रक्रिया के बाद कई तरह की सावधानियां रखना जरूरी है, ताकि घाव में किसी तरह का इंफेक्शन न हो और वह जल्दी से ठीक हो जाए। एपीसीओटॉमी प्रक्रिया के दौरान अपनाई जाने वाली सावधानियां-
1.आइस पैक लगाएं- जन्म देने के बाद डॉक्टर की सलाह से आइस पैक लगाएं, ताकि घाव को जल्दी भरने में मदद मिल सके। इस बारे में एक बार डॉक्टर से जरूर बात कर लें।
2. क्रीम का इस्तेमाल- अपने चिकित्सक द्वारा सुझाए अनुसार स्थानीय टॉपिकल क्रीम और स्प्रे का उपयोग करें। इससे घाव को हील होने में मदद मिलती है।
3.जेनिटल एरिया को साफ और सूखा रखें- जेनिटल एरिया को साफ और सूखा रखें, सेनिटरी नेपकिन बार-बार बदलते समय इस चीज का ध्यान रखें। इसको थोड़ा हवा के संपर्क में भी रखें ताकि यह जल्दी ठीक हो सके।
4.गर्म पानी से स्नान करें- डिलिवरी के बाद जब भी स्नान करें तब गर्म पानी से स्नान करें ताकि शरीर का तापमान सही बना रहें और एपीसीओटॉमी का घाव जल्दी भर जाएं।
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5.डोनट कुशन का इस्तेमाल करें- डोनट कुशन (जिसे बवासीर के मरीज इस्तेमाल करते हैं) का इस्तेमाल करें। प्रेग्नेंसी पिलो का यूज भी आप कर सकती हैं। ये आरामदायक होते हैं।
6.दर्द निवारक दवाई का सेवन करें- डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दर्द निवारक दवाओं का सेवन करें। दर्द होने पर दर्द निवारक दवाई जरूर लें लेकिन कोई भी दवा डॉक्टर की सलाह के बगैर न लें।