किन बातों का रखें ध्यान-
यूरिन इंफेक्शन से बचने के लिए नीचे बताई गई बातों पर ध्यान दें –
- पेशाब आने पर रोके नहीं क्योंकि अकसर महिलाएं यूरिन रोकती हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है और इससे किडनी की सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है।
- टॉयलेट को क्लीन रखें और अगर किसी अन्य जगह जैसे मॉल, ऑफिस या कहीं बाहर का टॉयलेट इस्तेमाल करने से पहले साफ-सफाई का ध्यान रखें। इनमें मौजूद बैक्टीरिया संक्रमण को और बढ़ा सकते हैं।
- महिलाओं को पीरियड्स के दौरान हाइजीन का ध्यान रखना चाहिए। एक ही पैड (नैपकिन) का इस्तेमाल लंबे वक्त तक नहीं करें। इससे भी इंफेक्शन होने की संभावना होती है।
- अंडरगार्मेंट्स कॉटन (सूती) के ही इस्तेमाल करें। सिंथेटिक (synthetic) और टाइट अंडरगार्मेंट्स का इस्तेमाल न करें।
- यूरिन इंफेक्शन से बचने के लिए चाय और कॉफी से परहेज करें। जिन महिलाओं को यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (urinary tract infection) की समस्या रहती है उन्हें कैफीन युक्त चीजें लेने से मना किया जाता है क्योंकि कैफीन यूरिनरी ट्रैक्ट (मूत्र मार्ग) में जलन पैदा कर सकता है। साथ ही इससे डीहाइड्रेशन (dehydration) की समस्या भी हो सकती है।
- सेक्शुअल इंटरकोर्स से पहले और बाद में यूरिन पास करना और वजाइना के आसपास को साफ करना जरूरी है।
- टाइट कपड़े पहनने की वजह से भी यूरिनरी इंफेक्शन (urinary infection) हो सकता है। इसलिए, हमेशा ढीलें और कॉटन के कपड़े ही पहनें जो आपके लिए आरामदायक हो।
- वजाइना (vagina) के आसपास हिस्से में ऐंटीसेप्टिक क्रीम (antiseptic cream), कठोर साबुन, किसी तरह का स्प्रे, डियो या पाउडर जैसी चीजों का इस्तेमाल बिल्कुल भी न करें।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन ब्लैडर के सिकुड़ने की वजह होता है। ये समस्या महिलाओं में पुरुषों की तुलना में ज्यादा होती है। अगर इसे नजरअंदाज किया जाए तो ये एक गंभीर समस्या हो सकती है। यूरिन इंफेक्शन का असर सबसे पहले किडनी पर पड़ता है जिससे क्रोनिक किडनी की समस्या शुरू हो सकती है।
यूरिन इंफेक्शन से पहले किडनी में इंफेक्शन शुरू होता है। फिर यह इंफेक्शन धीरे-धीरे पूरे शरीर को संक्रमित करता है। इसलिए यूरिन इंफेक्शन होने पर यूरोलॉजिस्ट से सलाह लेकर जांच करवाना उचित होगा।