प्रेग्नेंसी से जुड़ी हर तरह की बातें जानने के लिए हर महिला बेहद उत्सुक रहती है। फिर चाहे वो प्रेग्नेंसी के लिए डायट हो या फिर प्रेग्नेंसी से जुड़ा कोई डिवाइस ही क्यों न हो। लगभग 10 में 6 महिलाएं अपनी प्रेग्नेंसी पूरी प्लानिंग के साथ करती हैं। गर्भावस्था के दौरान उनका भ्रूण किस तरह की हरकते करेगा, गर्भ के अंदर उसका विकास कैसे होता है, हर तरह की बातों को वो पूरा ध्यान रखती हैं। इसी तरह गर्भ के अंदर बच्चे की सेहत कैसी है, उसके दिल की धड़कन कैसी चल रही है, इसकी भी जानकारी फीटल डॉप्लर के डरिए पता लगाया जा सकता है। फीटल डॉप्लर बिल्कुल वैसा ही जैसा प्रेग्नेंसी टेस्ट करने वाला किट। बस इनके इस्तेमाल करने का तरीका और उद्देश्य दोनों ही अलग होते हैं।
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क्या है फीटल डॉप्लर?
फीटल डॉप्लर एक अल्ट्रासोनिक मिनी पोर्टेबल मॉनिटर है। जो एलसीडी डिस्प्ले के साथ फीटल हार्ट रेट (एफएचआर) की जांच करता है। इसका इस्तेमाल महिलाएं घर पर भी कर सकती हैं। आमतौर पर इसका इस्तेमाल बच्चे की हार्ट रेट पता करने के लिए क्लिनिक और घर दोनों ही जगहों पर किया जा सकता है। या डिवाइस अल्ट्रासाउंड की तरह काम करता है। हालांकि, इसका इस्तेमाल गर्भ के 8 से 10 सप्ताह होने पर ही किया जा सकता है। अधिकतर मामलों में गर्भावस्था की पहली तिमाही में बच्चे के दिल की धड़कन फीटल डॉप्लर की मदद से सुनाई दे सकती हैं। हालांकि, कुछ मामलों में यह 12 सप्ताह का भी समय ले सकता है।
प्रेग्नेंसी से जुड़े इस डिवाइस के बारे में सुनना और यह कैसे कार्य करता है, इसके बारे में जानना हर गर्भवती महिला के लिए काफी रोमांचित हो सकता है। हालांकि, इसका इस्तेमाल करने से पहले इससे जुड़े लाभ और सावधानियों की जानकारी भी रखनी बेदह जरूरी हो सकती है।
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होम फीटल डॉप्लर कैसे काम करता है?
होम फीटल डॉप्लर मार्केट में अलग-अलग ब्रांड के उपलब्ध हैं। जिनकी गुणवत्ता, इस्तेमाल करने का तरीका और कार्य करने का तरीका सभी अलग-अलग हो सकता है। कुछ ब्रांड दावा करते हैं उनका होम फीटल डॉप्लर का इस्तेमाल नौ सप्ताह के भ्रूण के दिल की धड़कन सुनने के लिए किया जा सकता है। जबकि, वहीं कुछ अन्य ब्रांड 12 सप्ताह के भ्रूण के दिल की धड़कन सुनने का दावा करते हैं।
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इसके अलावा, कुछ कंपनियों का दावा है कि उनके होम फीटल डॉप्लर का इस्तेमाल गर्भावस्था के तीसरी तिमाही में किया जा सकता है। जबकि, सामान्य तौर पर देखा जाए, तो गर्भावस्था के तीसरी तिमाही में गर्भ में पल रहे भूर्ण किक मारना भी शुरू कर देते हैं। मां के पेट के पास काम लगाकर आसानी से बच्चे के दिल की धड़कन भी सुनी जा सकती है। ऐसे में होम फीटल डॉप्लर का इस्तेमाल करना कितना उचित है, इसके बारे में अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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होम फीटल डॉप्लर डिवाइस का इस्तेमाल कैसे करते हैं?
अगर पहली बार इस डिवाइस का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो हमेशा किसी डॉक्टर की देखरेख में ही इसका इस्तेमाल करें। इसके अभी तक कोई सबूत नहीं है कि इस डिवाइस का इस्तेमाल करने से बच्चे को किसी तरह का नुकसान हो सकता है। हालांकि, इस डिवाइस के परिणामों पर भी पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता है।
अगर आप घर पर ही होम फीटल डॉप्लर का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो इन बातों का ध्यान रख सकते हैंः
- सबसे पहले होम फीटल डॉप्लर के पैक पर दिए गए निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।
- डिवाइस का बहुत जल्दी उपयोग न करें। ब्रांड के दावे के अनुसार की अपनी गर्भावस्था के दूसरी तिमाही में इसका इस्तेमाल करें।
- डिवाइस का इस्तेमाल करने से पहले अपने पेट की त्वचा खासकर नाभी के आसपास की त्वचा पर अल्ट्रासाउंड जेल या एलोवेरा जेल का इस्तेमाल करें।
- इसके बाद डिवाइस के एक सिरा अपने पेट की त्वता पर रखें। ध्यान रखें कि अगर 2 मिनट के अंदर आपको किसी भी तरह की आवाज नहीं सुनाई दे रही, तो इससे अधिक समय के लिए इसका इस्तेमाल न करें। एक बार में इस प्रक्रिया को आप सिर्फ एक या दो बार ही कर सकते हैं।
- अगर डिवाइस का इस्तेमाल करते समय बच्चे का हिलना-डुलना महसूस हो रहा है, तो डिवाइस का इस्तेमाल करना तुरंत बंद कर दें।
इस डिवाइस का इस्तेमाल आप कितनी बार और कितनी अंतराल पर कर सकते हैं, इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
होम फीटल डॉप्लर डिवाइस का इस्तेमाल कितना सुरक्षित है?
साल 2014 में फूड एंड ड्रग एडमिनट्रेशन (एफडीए) ने इस डिवाइस के ना उपयोग करने की सलाह दी है। एफडीए के निर्देशों के अनुसार केवल एक बार ही इस डिवाइस का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा, अगर प्रेग्नेंसी में आपको पेट में दर्द या ब्लीडिंग की समस्या हो रही है, तो ऐसे में भी इसका इस्तेमाल करना सुरक्षित नहीं हो सकता है।
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होम फीटल डॉप्लर या क्लिनिक्ल चेकअप मेरे लिए क्या बेहतर विकल्प है?
सबसे पहले तो यह समझ लें कि आप किसी भी डिवाइस की गुणवत्ता पर पूरी तरह से भरोसा नहीं कर सकते हैं। वो भी, तब जब उसके बारे में एक्सपर्ट न हो तो। ऐसे में गर्भावस्था से जुड़ी किसी भी स्थिति का पता लगाने के लिए हमेशा क्लिनिक्ल विजिट सबसे बेहतर विकल्प होता है। अगर प्रेग्नेंसी पूरी तरह से सामान्य है और गर्भवती महिला का स्वास्थ्य भी बेहतर है, तो ऐसे मामलों में अधिकतर डॉक्टर खुद भी होम फीटल डॉप्लर का इस्तेमाल करना पसंद कर सकते हैं। क्योंकि, होम फीटल डॉप्लर के इस्तेमाल में अल्ट्रासाउंड जितना समय नहीं लगता है और इसके रिजल्ट भी अल्ट्रासाउंड जैसे ही होते हैं।
क्लिनिक्ल चेकअप क्यों है होम फीटल डॉप्लर के मुकाबले ज्यादा बेहतर?
- अगर क्लिनिक में डॉक्टर होम फीटल डॉप्लर के जरिए भ्रूण का हर्ट रेट पता लगा रहे हैं, तो वे हमेशा उच्च गुणवत्ता वाले और पूरी तरह से सटीक जानकारी देने वाले होम फीटल डॉप्लर का ही इस्तेमाल करें।
- इसके अलावा, दूसरी बात की डॉक्टर या नर्स को होम फीटल डॉप्लर का इस्तेमाल करने की पूरी ट्रनिंग मिली हुई होती है। ऐसे में सुरक्षित तरीके से इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही, होम फीटल डॉप्लर से आ रही हर तरह की आवाज का सही मलतब समझने में डॉक्टर ज्यादा बेहतर होते हैं।
इस बात का भी ध्यान रखें कि होम फीटल डॉप्लर मार्केट में आपको अलग-अलग ब्रांड के आसानी से मिल सकते हैं। इसलिए किसी भी ब्रांड के होम फीटल डॉप्लर का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से उसके बार में सलाह जरूर लें। साथ ही, फीटल डॉप्लर का इस्तेमाल कैसे किया जाता है इसके बारे में भी अपने डॉक्टर से आपको जानकारी लेनी चाहिए। अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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