गर्भावस्था में मॉर्निंग सिकनेस की तरह यह भी एक सामान्य समस्या है जो कई गर्भवती महिलाओं को प्रभावित करती है। लगभग दो तिहाई से अधिक महिलाएं गर्भावस्था के दौरान गंभीर पीठ दर्द से परेशान रहती हैं। गर्भावस्था के दौरान महिला का वजन बढ़ रहा होता है, जिसके कारण शरीर का गुरुत्वाकर्षण का केंद्र बदल जाता है। इसके साथ ही महिलाओं के हॉर्मोन उनके पेल्विक लिगामेंट्स को रेस्ट दे रहे होते हैं। कुछ महिलाओं में, यह गर्भावस्था के शुरूआती दौर से शुरू हो कर यह दर्द नौ महीने तक बना रहता है। वहीं कुछ महिलाओं में यह शिशु के जन्म के बाद भी पीठ दर्द की तकलीफ बनी रहती है।
गर्भावस्था में कमर दर्द होना बिल्कुल सामान्य है। ज्यादातर गर्भवती महिलाओं को किसी न किसी तरह का कमर दर्द रहता है लेकिन यह कोई घबराने वाली बात नहीं है आप कुछ आसान तरीको को अपनाकर इससे राहत पा सकते हैं।
गर्भावस्था में पीठ दर्द का क्या कारण है?
- वजन बढ़ना (Weight gain)- गर्भवस्था में पीठ दर्द होने का सबसे बड़ा कारण वजन का बढ़ना है। आमतौर पर ऐसे में महिला का वजन 11 से 16 किलो तक बढ़ता है। जो वजन बढ़ता है उसे रीढ़ की हड्डी सपोर्ट करती है। यही कारण है कि महिला को पीठ दर्द होने की शिकायत होने लगती है।
- सहीं मुद्रा में न बैठना (Change in posture)- इस स्थिति में आप कैसे बैठती हैं, कैसे लेटती हैं इसका सीधा असर पीठ पर पड़ता है। गलत मुद्रा में बैठने से भी पीठ दर्द की शिकायत हो सकती है।
- हार्मोन में परिवर्तन (Hormonal changes)- गर्भावस्था के दौरान शरीर में रिलैक्सिन नामक हार्मोन बनता है। ये हार्मोन बच्चे के जन्म के लिए श्रोणि भाग को ढीला करता है। इस हार्मोन के कारण प्रेग्नेंट महिला को पीठ में दर्द हो सकता है।
- तनाव (Stress)- इस स्थिति में महिलाएं बहुत तनाव लेती हैं। उनके मन में बच्चे की हेल्थ से लेकर डिलीवरी को लेकर डर बना रहता है। ऐसे में पीठ में ऐंठन होती है जिस कारण कई महिलाओं को पीठ में दर्द होने की शिकायत होती है।
- थकान (Fatigue)- कई महिलाएं इस स्थिति में भी काम करती रहती हैं। इस कारण उन्हें आराम नहीं मिल पाता। थकान के चलते भी गर्भास्था महिला को पीठ दर्द होने लगता है।
- मांसपेशियों में असंतुलन (Muscle imbalance)- गर्भावस्था में गर्भाशय बढ़ता है जिससे मांसपेशियां अलग होने लगती हैं। इससे भी पीठ दर्द की शिकायत होने लगती है।
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क्या गर्भावस्था में पीठ दर्द होना सामान्य है?
गर्भावस्था में लोअर बैक पेन होना सामान्य है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं का शरीर कई शारीरिक बदलावों से गुजरता है। इनमें से कुछ बदलाव महिलाओं को भावनात्मक रूप से तो कुछ शारीरिक रूप से प्रभावित कर सकते हैं। गर्भावस्था में लोअर पीठ में दर्द होना आश्चर्य की बात नहीं है। गर्भावस्था से संबंधित हॉर्मोन में वृद्धि होने से जॉइंट डिफंक्शन होने लगते हैं। जिसके कारण जोड़ों से आवश्यक सहायता मिलना कम हो जाता है। इससे प्रेग्नेंसी में पीठ दर्द तथा इससे जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
गर्भावस्था में पीठ दर्द के उपचार:
क्या गर्भावस्था में पीठ दर्द को घरेलू तरीकों से रोका जा सकता है?
इससे पहले कि हम आगे बढ़ें आपको जान लेना चाहिए कि यदि प्रेग्नेंसी से पहले आपको पीठ दर्द की समस्या नहीं थी तो शिशु के जन्म से पहले आपका दर्द धीरे-धीरे कम हो जाएगा। बहरहाल कई ऐसे घरेलू नुस्खे हैं जिनसे आप प्रेग्नेंसी में होने वाले पीठ दर्द से राहत प्राप्त कर सकती हैं।
- व्यायाम करें (Exercise)
नियमित व्यायाम मांसपेशियों को मजबूत करता है और लचीलापन बढ़ाता है। यह आपकी रीढ़ पर पड़ने वाले दबाव और मसल्स तनाव को कम कर सकता है। अधिकांश गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित व्यायाम में पैदल चलना, तैरना और साइकिल चलाने की सिफारिश की जाती है।
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- मालिश का लें सहारा
गर्भावस्था में पीठ दर्द से निजात पाने के लिए आप मालिश का सहारा ले सकती हैं। इससे आपको मांसपेशियों में हो रहे दर्द में राहत महसूस होगी।
- कोल्ड तथा हॉट कंप्रेस (Cold and hot compress)
गर्भावस्था में पीठ दर्द होने पर कोल्ड तथा हॉट कंप्रेस विधि से मदद मिल सकती है। इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करें। अगर वे सहमत हों तो दिन में कई बार दर्द वाले स्थान पर कोल्ड कंप्रेस कर सकती हैं। इसके लिए एक तौलिया में लिपटे हुए बर्फ का इस्तेमाल कर सकती हैं। कुछ दिनों के बाद अगर आराम न मिले तो हॉट कंप्रेस के विकल्प को चुन सकती हैं। इसके लिए दर्द वाले एरिया पर हीटिंग पैड या गर्म पानी की बोतल रखें। यह गर्भावस्था में पीठ दर्द से राहत देगा।
- अपनी फिजिकल पुजिशन में सुधार करें (Improve your physical condition)
बढ़े हुए वजन के चलते कई बार चलते उठते-बैठते वक्त आपकी स्पाइन में खिंचाव आ सकता है। इसलिए काम करते, बैठते या सोते समय उचित पुजिशन का उपयोग करना सही होगा। जैसे घुटनों के बीच तकिए के सहारे पीठ के बल सोने से पीठ दर्द में राहत मिलेगी। अगर आप मेज पर बैठ रही हैं तो सपोर्ट के लिए पीठ के पीछे एक तकिया जरूर रखें। अपने कंधों को पीछे करके सीधे बैठें। इसके अलावा सपोर्ट बेल्ट पहनने से भी आपको मदद मिल सकती है।
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- एक्यूपंक्चर (Acupuncture)
एक्यूपंक्चर चीनी मेडिकल का एक रूप है जिसमें शरीर के दर्द वाले हिस्सों पर पतली सुई त्वचा में डाली जाती है। अध्ययनों से पता चला है कि एक्यूपंक्चर गर्भावस्था के दौरान कमर दर्द या पीठ दर्द से राहत दिलाने में कारगर हो सकता है।
- आरामदायक जूते व चप्पल पहनें (Wear comfortable footwear)
प्रेग्नेंसी के दौरान जूते व चप्पलों का भी खास ध्यान करें। आरामदायक चप्पल या फिर जूतों का चयन करें। ऊंची हील को एवॉइड करें। इससे आपका पॉश्चर बिगड़ सकता है, जिस कारण पीठ दर्द हो सकता है।
यदि गर्भावस्था में लोअर पीठ दर्द तनाव से संबंधित है, तो किसी विश्वसनीय डॉक्टर या मेडिकल परामर्शदाता से बात करना मददगार हो सकता है। हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में गर्भावस्था में होने वाले पीठ दर्द के कारण और उपाय बताए हैं। यदि आप इससे जुड़ी अन्य कोई जानकारी पाना चाहते हैं तो आप अपना सवाल हमसे कमेंट कर पूछ सकते हैं।
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