प्रेग्नेंसी के दौरान दो वैक्सिनेशन (pregnancy and vaccination) लेना जरूरी होता है। पहला वैक्सिनेशन एडल्ट टीडीएपी (Adult Tdap) महिला को प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में सजेस्ट किया जाता है। इसे 36 सप्ताह के दौरान कभी भी दिया जा सकता है। प्रेग्नेंसी में वैक्सिनेशन की हेल्प से होने वाले बच्चे की इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग होती है। दूसरा जरूरी वैक्सिनेशन है इंफ्लुएंजा वैक्सीन, जिससे सीजनल वायरस को दूर रखा जाता है।
साथ ही प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ वैक्सीनेशन से दूर रहने की सलाह दी जाती है। ऐसे वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी लें जिन्हें प्रेग्नेंसी में नहीं लिया जाता है। ये बच्चे की सेहत पर बुरा असर भी डाल सकता है। आप डॉक्टर से प्रीनेटल चेकअप्स के बारे में भी जानकारी ले सकते हैं।
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प्रीनेटल विजिट में सवाल- प्रग्नेंसी के दौरान ओटीसी (over the counter) मेडिसिन सेफ रहती है?
प्रेग्नेंसी के दौरान आपका डॉक्टर सेफ ओटीसी (OTC) मेडिसिन के बारे में आपको जानकारी देगा। प्रीनेटल विजिट में प्रश्न पूछते समय मेडिसिन की जानकारी लेना भी बहुत जरूरी है। प्रेग्नेंसी के दौरान सिरदर्द, उल्टी, मितली के आप डॉक्टर की सजेस्ट की गई दवाओं का उपयोग कर सकते हैं। बिना डॉक्टर की सलाह के प्रेग्नेंसी में किसी भी तरह की दवाइयों का प्रयोग करना सही नहीं रहेगा।
प्रेग्नेंसी के पहले और बाद में महिला के शरीर में बहुत परिवर्तन आ जाते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान उन मेडिसिन का प्रयोग बिल्कुल न करें जो आप प्रेग्नेंसी से पहले करती थी। डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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प्रीनेटल विजिट में सवाल – प्रेग्नेंसी के दौरान कितना काम किया जा सकता है? (Work in pregnancy)