इन्फ्लूएंजा (Influenzae) श्वसन तंत्र से संबंधित एक संक्रामक रोग है, जिसकी शुरुआती लक्षण सर्दी, खांसी, जुकाम और हल्के बुखार आदि है। इन्फ्लूएंजा वायरस हमारे शरीर में कई तरह से प्रवेश कर सकती है, जैसे कि नाक, आंख और मुंह आदि। इसके अलावा इस वायरस एक से दूसरे में बहुत जल्दी फैलने लगता है। इससे से पीड़ित व्यक्ति के खांसने या छींकने के बाद, यह दूसरे व्यक्ति को बहुत जल्दी अपने चपेट में ले लेता है। बच्चे इसके संपर्क में बहुत जल्दी आ जाते हैं। इसलिए बुजर्गों के लिए वैक्सीनेशन में इन्फ्लुएंजा वैक्सीन बहुत जरूरी है। इसे लेने से इन्फ्लूएंजा यानि की फ्लू से बचाव में मदद मिलती है। आपके शरीर में इस वायरस (Virus) के प्रवेश करने पर कई लक्षण नजर आ सकते हैं, जैसे कि थकान महसूस होना, कमजोरी, तनाव, सर्दी (Cold), जुकाम, खांसी (Cough)आदि। इसके अलावा, ठंड के साथ तेज बुखार (High Fever) हो सकता है। बुजर्ग रोगियों में सांस लेने की तकलीफ सबसे ज्यादा देखी जाती है।
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बुजुर्गों के लिए वैक्सीनेशन : हेपेटाइटिस B वैक्सीन (Hepatitis B vaccine)
हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B vaccine) जिगर का एक प्रकार का संक्रमण है, जो हेपेटाइटिस बी वायरस के कारण होता है। यह रक्त और शरीर के तरल पदार्थों से फैलता है। यदि कोई माता हेपेटाइटिस बी का वाहक है, तो उससे शिशु को अथवा प्रसव के दौरान इस वायरस के फैलने की संभावना काफी अधिक होती है।
गंभीर हेपेटाइटिस के लक्षणों में अत्यधिक थकान महसूस होना, भूख कम लगना, उल्टी आना, दस्त लगना और त्वचा और आंखों के सफेद भाग का रंग पीला होना शामिल हैं। गंभीर संक्रमण के अधिकतर मामले पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं। तथापि, कुछ लोग इसके गंभीर रुप के वाहक हो जाते है, जिनको अंत में जिगर की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, जैसे जिगर का सिरोसिस और जिगर कैंसर। हेपेटाइटिस B का टीका (HBV) हेपेटाइटिस B से और लिवर कैंसर जैसी इसकी जटिलताओं से प्रभावी रूप से बचाव कर सकता है।
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