सेक्स…या इससे जुड़ी किसी अन्य बातों के बारे में सभी समझना तो चाहते हैं, लेकिन इस बारे में खुलकर बात करने से घबराते हैं या शर्माते हैं। अब ऐसे में जानकारी के अभाव में ना चाहते हुए भी कोई ना कोई इंफेक्शन या बीमारी शरीर में दस्तक देने के लिए तैयार रहती है। अब देखिये ना अगर कोई कहे कि सेक्शुअल एक्टिविटी की वजह से गले में क्लैमिडिया (Chlamydia in Throat) की परेशानी शुरू हो जाए, तो आप क्या कहेंगे? नहीं समझें 🤔 ! अगर इसे सामान्य शब्दों में कहें, तो गले में इंफेक्शन हो जाए, तो आप क्या कहेंगे? चलिए अब इस पहेली को सुलझाने की कोशिश करते हैं और जानते हैं गले में क्लैमिडिया (Chlamydia in Throat) की समस्या क्या है।
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क्या है गले में क्लैमिडिया की समस्या? (What is Chlamydia in Throat?)
क्लैमिडिया एक सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (STI) है, जो क्लैमाइडिया ट्रैकोमैटिस (Chlamydia Trachomatis) बैक्टीरिया की वजह से होता है। अगर क्लैमिडिया थ्रोट इंफेक्शन का इलाज ठीक तरह से नहीं किया गया, तो इससे गंभीर समस्या हो सकती है। क्लैमिडिया जेनाइटल एरिया में ओरल सेक्स (Oral sex) की वजह से गले में भी होने की आशंका बनी रहती है। मेडिकल टर्म में गले में क्लैमिडिया (Chlamydia in Throat) को फैरिंजियल क्लैमिडिया इंफेक्शन (Pharyngeal Chlamydia Infection) कहते हैं। लेकिन शायद आप अभी भी यही सोच रहें है कि गले में क्लैमिडिया इंफेक्शन कैसे हो सकता है, तो चलिए इसे भी समझ लेते हैं।
यह जरूरी नहीं कि क्लैमिडिया की समस्या आपके गले तक पहुंचे, लेकिन यह समझना बेहद जरूरी है कि क्लैमिडिया सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज है और यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से पहुंच सकता है। क्लैमिडिया होने की संभावना तब ज्यादा बढ़ जाती है, जब वजायना, पेनिस या रेक्टम क्लैमिडिया बैक्टीरिया के संपर्क में आता है। म्यूकस मेम्ब्रेन के संपर्क में आते ही बैक्टीरिया तेजी से फैलने लगता है। हालांकि इसके लक्षण जल्दी समझ नहीं आते हैं, लेकिन इंफेक्शन से नुकसान पहुंचे बॉडी ऑर्गेन को इलाज की मदद से ठीक किया जा सकता है। गले में क्लैमिडिया (Chlamydia in Throat) या जेनाइटल ऑर्गेन में गले में क्लैमिडिया की संभावना अनप्रोटेक्टेड एनल या वजायनल सेक्स की वजह से होता है। अगर इस ओर ध्यान नहीं दिया जाए, तो इंफेक्शन पूरे बॉडी में फैल सकती है।
क्लैमिडिया एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में ओरल या एनल सेक्स के दौरान ट्रांसमिट हो सकता है, लेकिन माउथ टू माउथ किस (Mouth to mouth Kiss) करने पर गले में क्लैमिडिया (Chlamydia in Throat) की समस्या नहीं होती है। सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) में पब्लिश्ड एक रिपोर्ट के मुताबिक जेनाइटल एरिया की तुलना में गले में क्लैमिडिया की संभावना कम होती है।
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गले में क्लैमिडिया की समस्या होने पर क्या लक्षण हो सकते हैं? (Symptoms of Chlamydia in Throat)
क्लैमिडिया थ्रोट इंफेक्शन होने पर निम्नलिखित लक्षण महसूस किये जा सकते हैं। जैसे:
- सोर थ्रोट
- दांतों से जुड़ी समस्या
- माउथ पेन
- माउथ सोर होना (जल्दी ठीक नहीं होना)
- लिप्स पर घाव होना
ऐसे लक्षण गले में क्लैमिडिया होने पर देखे या महसूस किये जा सकते हैं। ध्यान रखें मुंह या होंठों पर घाव अगर ज्यादा है और ठीक ना हो रहा हो, तो डॉक्टर से कंसल्ट करें। ध्यान रखें गले में क्लैमिडिया होने पर इसका इंफेक्शन अन्य लोगों में या बच्चों में भी फैल सकता है। अगर आपके घर में छोटे बच्चें हैं, तो सावधानी बरतें और इसे मामूली माउथ प्रॉब्लम समझकर इग्नोर ना करें और डॉक्टर से इसका इलाज जरूर समझें।
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गले में क्लैमिडिया होने के कारण क्या हैं? (Cause of Chlamydia in Throat)
अगर अभी तक ऊपर दी गई जानकारी के आधार पर अगर आप सोच रहें है कि इसका कारण सिर्फ ओरल सेक्स या एनल सेक्स तक ही सिमित है, तो ऐसा नहीं है। थ्रोट क्लैमिडिया इंफेक्शन के अन्य कारण भी हो सकते हैं, जो निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
- टॉयलेट शीट के संपर्क में आने पर
- किस करने से
- हग (गले मिलने पर) करने पर
- क्लैमिडिया से इन्फेक्टेड व्यक्ति के टॉवल यूज करने पर
हमसभी जानते हैं कि कोई भी इंफेक्शन हो, वह तेजी से फैलता है। ठीक उसी तरह क्लैमिडिया भी बिना ओरल या एनल सेक्स के फैल सकता है।
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गले में क्लैमिडिया का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Chlamydia Throat)
गले में क्लैमिडिया होने पर डॉक्टर कॉटन स्वैब टेस्ट करते हैं। इस टेस्ट के दौरान मुंह के फ्लूइड को लैब टेस्ट के लिए भेजा जाता है, जिससे बैक्टीरिया की पहचान की जाती है। यह ध्यान रखें कि टेस्ट पॉजिटिव आने पर आप अपने पार्टनर से दूरी बनाकर रखें।
गले में क्लैमिडिया का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Chlamydia Throat)
यूएस नैशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश्ड एक रिपोर्ट के अनुसार एंटीबायोटिक्स प्रिस्क्राइब कर इस इंफेक्शन का इलाज किया जाता है। तकरीबन एक सप्ताह के लिए दवा दी जाती है। रिसर्च में यह भी समझाया गया है कि जो व्यक्ति एंटीबायोटिक का सेवन करते हैं, उन्हें एक दवा के कोर्स के दौरान सेक्शुअल एक्टिविटी से दूर रहना चाहिए। डॉक्टर्स के अनुसार जिन लोगों में इंफेक्शन की संभावना ज्यादा रहती है, उन्हें 3 महीने में फिर से टेस्ट करवाना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति खुद और अपने पार्टनर को संक्रमण से मुक्त रख सकता है।
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क्लैमिडिया के कारण किन-किन बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है? (Risk of Chlamydia Throat)
यह एक तरह का इंफेक्शन इसलिए गले में क्लैमिडिया या प्राइवेट पार्ट में क्लैमिडिया होने पर इसे नजरअंदाज ना करें, क्योंकि आसानी से ठीक होने वाला इंफेक्शन गंभीर शारीरिक परेशानी की शुरुआत करने में पीछे नहीं रह सकता। ठीक तरह से इसका इलाज नहीं करवाने पर निम्नलिखित बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। जैसे:
- एक्टोपिक प्रेग्नेंसी
- प्रीटर्म डिलीवरी
- जेनाइटल ट्रैक्ट के ऊपरी हिस्से पर सूजन आना
- पेल्विक इंफ्लेमेट्री डिजीज
- पेल्विक पेन
- लिवर को सुरक्षा प्रदान करने वाले ऑर्गेन में सूजन आना
- पेरीहेपेटाइटिस
- रिएक्टिव आर्थ्राइटस
इन ऊपर बताई गई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
डॉक्टर से कब कंसल्ट करना है जरूरी?
निम्नलिखित स्थितियों में डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें। जैसे:
- बार-बार सोर थ्रोट की परेशानी होना
- माउथ हाइजीन फॉलो करने के बाद भी डेंटल प्रॉब्लम होना
- मुंह में दर्द रहना
- मुंह में घाव होने पर जल्दी ठीक नहीं होना
- लिप्स पर घाव होना
अगर ऐसी परेशानी लगातार बनी रहती है, तो इग्नोर करना इसका इलाज नहीं है।
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सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (STIs) से जुड़े सवाल और उनके जवाब
सवाल: सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज या इंफेक्शन से बचने के लिए क्या करें?
जवाब: सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज से बचने के लिए लेटेक्स (Latex) या पॉल्यूरेथन (Polyurethane) कॉन्डम का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे STIs के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है।
सवाल: सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज के खतरे को कम करने के लिए क्या महत्वपूर्ण है?
जवाब: निम्नलिखित तीन बातों का ध्यान रखें या पालन करें। जैसे:
- इसके बारे में अपने पार्टनर से खुलकर बात करें।
- अगर गले में क्लैमिडिया या जेनाइटल ऑर्गेन में परेशानी समझ आ रही है, तो इसे अपने पार्टनर और डॉक्टर से ना छुपाएं।
- हमेशा सेफ सेक्स टिप्स फॉलो करें।
नोट: किसी दवाओं का सेवन अपनी मर्जी से ना करें। अगर हेल्थ एक्सपर्ट ने आपको इन दवाओं को प्रिस्क्राइब किया है, तो डोज से ज्यादा सेवन ना करें।
यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन अगर लापरवाही बरती गई, तो परेशानी बढ़ भी सकती है। इसलिए अगर आप गले में क्लैमिडिया (Chlamydia in Throat) इंफेक्शन से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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