गोवा जाकर या धूप में निकलकर थोड़ी भी टैनिंग यानी स्किन का रंग डार्क हो गया हो तो कई लोग हाय-तौबा मचा देते हैं। ब्यूटी पार्लर से लेकर घरेलू नुस्खे सब अपना लिए जाते हैं। वहीं विदेशों में लोग टैनिंग सलून जाकर स्पेशल टैनिंग कराते हैं, यानी अब गोरे नहीं लोगों को काले बनने का जुनून सवार हो गया है।आपको जानकर आश्चर्य होगा कि कई महिलाएं सन किस्ड स्किन के लिए खूब सारा पैसा खर्च करती हैं। कुछ महिलाएं इंडोर टैनिंग पसंद करती हैं तो कुछ आउटडोर टैनिंग। यहां तक कि कुछ सैलून में इसके लिए टैनिंग बेड की व्यवस्था की गई है तो कुछ में कॉस्टमेटिक टैन की। वहीं कुछ स्पा पार्लर्स में टैनिंग बूथ का उपयोग किया जाता है। जिनमें अल्ट्रावॉयलेट रेडिएशन प्रोड्यूस किया जाता है। इंडोर टैनिंग की शुरुआत सबसे पहले अमेरिका में हुई थी वो भी आठ दशक पहले। इस आर्टिकल में जानें टैनिंग से जुड़े ऐसे ही मजेदार फैक्ट जो आपको जरूर चौंकाएंगे।