जो लोग रोजाना भारतीय लोक नृत्य करते हैं, उनकी मेंटल हेल्थ भी अच्छी रहती है। डांस के मूवमेंट के साथ ही पैटर्न को याद रखना यानी ब्रेन को चैलेंज देना होता है। डांस के दौरान अधिक फोकस की जरूरत पड़ती है। जो लोग डांस को बेहतरीन ढंग से करते हैं उनमें फोकस करने की अच्छी क्षमता होती है।
भारतीय नृत्य को मेंटल एक्सरसाइज का बेहतरीन फॉम कहा जा सकता है। डांस सीखने के दौरान कई लोगों से मिलना होता है, ऐसे में सोशल होना भी आम बात होती है। जो लोग अकेलापन महसूस करते हैं, वे इस तरह की एक्टिविटी को अपनाकर अपना अकेलापन दूर कर सकते हैं। साथ ही डिप्रेशन जैसी समस्या से भी छुटकारा पा सकते हैं।
अगर आपकी किसी भी प्रकार की कोई हेल्थ कंडीशन है या फिर शरीर में कोई इंजुरी है तो डांस करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें। ऐसे में बिना डॉक्टर की सलाह के डांस करना आपके लिए घातक सिद्द हो सकता है। डांस दिमाग को एक्टिव रखने में मदद करता है। अगर आप डांस के अन्य प्रकार को पसंद करती हैं तो उसे भी अपनी जिंदगी का अहम हिस्सा बना सकती हैं।
ये जरूरी नहीं है कि आप पतली हैं तो डांस न करें क्योंकि डांस शरीर को अन्य प्रकार से भी लाभ पहुंचाता है। अगर आपको किसी प्रकार की चिंता हो रही है तो डांस की हेल्प से रिलैक्स हो सकती हैं। आप चाहे तो डांस सीखने के लिए कोरियोग्राफर की हेल्प भी ले सकती हैं। अपनी पसंद के बारे में कोरियोग्राफर से सलाह भी ले सकती हैं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।