हममें से ज्यादातर लोगों को जॉगिंग या मेराथॉन में दौड़ने का बहुत शौक होता है। अक्सर मेट्रो या देश के छोटे-बड़े शहरों में मेराथॉन जैसे कार्यक्रमों आयोजित किए जाते हैं। एक तरफ जहां इससे लोगों का सामाजिक मेल-जोल बढ़ता है, तो दूसरी तरफ हेल्थ और फिटनेस को लेकर लोगों में एक जागरुकता आती है। चाहे जॉगिंग हो या मेराथॉन, लंबी दौड़ के किसी भी प्रकार के फिटनेस ईवेंट में हेल्थ से जुड़े कुछ खास नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है।
15 दिसंबर को कोलकाता की सड़कों पर कुछ ऐसा ही नजारा था। दिसंबर की इस कड़ाके की सर्दियों में कोलकाता के लोगों का जोश आसमान छू रहा था। टाटा स्टील कोलकाता 25k की मेराथॉन में यहां के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस खास मौके पर आनंदपुर फोर्टिस अस्पताल के इमर्जेंसी सर्विस हेड डॉक्टर संजुक्ता दत्ता ने कुछ खास गाइड लाइंस के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
यदि आप पूरी तैयारी से किसी भी प्रकार की मेराथॉन या लंबी दौड़ में उतरते हैं, तो यह निश्चित है कि आप आखिरी तक दौड़ पाते हैं। यहां हम आपको डॉक्टर्स के बताए गए जॉगिंग टिप्स देंगे, जो आपके काफी काम आ सकते हैं। जानिए जॉगिंग टिप्स देते हुए क्या कहते हैं डॉक्टर्स।
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मेराथॉन के लिए जॉगिंग टिप्स या रनिंग टिप्स
डॉक्टर संजुक्ता दत्ता ने लंबी दौड़ या मेराथॉन को लेकर काफी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। उन्होंने जॉगिंग टिप्स के लिए कहा कि हमें लगता है कि हर व्यक्ति को डॉक्टर की इन गाइडलाइंस का पालन करना जरूरी है, जो कि निम्नलिखित हैं :
- दौड़ से पहले रात को पर्याप्त नींद लें। सुनिश्चित करें कि बड़ी दौड़ से पहले की रात को आप बहुत अच्छी तरह से सोएं।
- दौड़ के दिन से पहले की रात, कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाना खाना चाहिए, लेकिन अधिक नहीं खाना चाहिए।
- एक हल्का नाश्ता करें और अंतिम मिनट की चिंता और अराजकता से बचने के लिए समय शुरू होने से पहले अच्छी तरह से आ जाएं (मैराथॉन वाले स्थान पर पहुंच जाएं)।
- अपने आसपास के दूसरों से प्रभावित हुए बिना अपनी गति से दौड़ें।
- दौड़ से पहले वॉर्मअप करना जरूरी है। सुनिश्चित करें कि आप अपने वॉर्मअप के पहले 5 मिनट के दौरान धीमी गति से व्यायाम करते हैं।
- दौड़ के अंत में पिछले 5 मिनट में शांत हो जाएं। अचानक मत रुकें।
- नियमित अंतराल पर पानी या अन्य हाइड्रेशन तरल पदार्थों का सेवन करें। अपने पसीने की दर को जानें और इसके अनुपात में तरल पदार्थ का सेवन करें। यदि आपको अपने पसीने की दर का पता नहीं है, तो हर 20 मिनट में 200 से 250 मिली लिक्विड पीना अच्छा माना जाता है।
- यदि आपको दौड़ के दौरान सीने में तकलीफ, सांस की असामान्य कमी, मतली अनुभव हो, तो तुरंत डॉक्टर की मदद लें। दौड़ पूरी करने की जरूरत नहीं है, आपका स्वास्थ्य सर्वोपरि है।
- रोजाना अपने दौड़ते हुए पैटर्न, जूते, कपड़े, भोजन या एनर्जी ड्रिंक का उपयोग करें।
- अपने चलने वाले बिब के पीछे अपने आपातकालीन संपर्क नंबर और किसी भी महत्वपूर्ण चिकित्सा इतिहास को लिखना न भूलें।
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सही फिटनेस गीयर बेहद जरूरी
फोर्टिस अस्पताल, आनंदपुर में फूड एंड एंकल सर्जन, हड्डी और संयुक्त देखभाल विभाग के सलाहकार डॉ. अश्विन चौधरी ने रनिंग के दौरान जरूरी फिटनेस गीयर के बारे में कुछ अहम जानकारी दी।
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सही स्पोर्ट्स शूज जरूर पहनें
डॉक्टर चौधरी ने जॉगिंग टिप्स देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की स्पोर्ट्स एक्टिविटी में स्पोर्ट्स शूज बेहद ही जरूरी होते हैं। अच्छी हील्स वाले आरामदेह स्पोर्ट्स शूज बॉडी को जरूरी सपोर्ट देते हैं। वहीं, फिटनेस एक्सपर्ट्स का मानना है कि किसी भी प्रकार की फिजिकल एक्टिविटी करते वक्त पैरों में मजबूत स्पोर्ट्स शूज पहनना बेहद जरूरी है। सही स्पोर्ट्स शूज हमारी बॉडी को संतुलन के साथ एक ग्रेविटेशन फोर्स भी देते हैं। दौड़ते वक्त हमारे पैरों से एक फोर्स सर्फेस या जमीन पर पड़ता है। स्पोर्ट्स शूज की अनुपस्थिति में इस फोर्स की प्रतिक्रिया के रूप में जमीन से एक फोर्स पैरों में आकर लगता है।
जॉगिंग टिप्स देते हुए उन्होंने कहा कि यदि हम स्पोर्ट्स शूज नहीं पहनेंगे तो इससे घुटनों के कार्टिलेज पर असर पड़ता है। स्पोर्स्ट्स शूज इस अपोजिट फोर्स को सोख लेते हैं। इसके साथ ही जमीन के समतल न होने की स्थिति में चोट आने की संभावना न के बराबर होती है। दौड़ते वक्त सही स्पोर्ट्स शूज पहनने से घुटने के नीचे मौजूद शिन बोन में स्थिति काल्फ की मांसपेशियों में कम से कम रेयर एंड टीयर होता है।
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शूज खरीदने का सही समय
जॉगिंग टिप्स देते हुए डॉ. चौधरी का मानना है कि आमतौर पर हमें प्रेक्टिस करने के बाद विभिन्न ब्रांड्स के जूते आजमाने चाहिए। इस अवधि के दौरान पंजे सूजे या हल्के मोटे हो जाते हैं। अक्सर मेराथॉन में दौड़ते वक्त कुछ लोगों के पैर सूज जाते हैं और जूतों का साइज इस दौरान और समस्या पैदा करता है। जूतों का ट्राइल लेते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि पंजे के अंगूठे के आगे ½ से 1 इंच की जगह खाली रहे। इससे पैर पर अत्यधिक कसाव महसूस नहीं होगा।
- जॉगिंग टिप्स में अच्छे जूतों के साथ आपके पास बेहतर किस्म के स्पोर्ट्स जुराब होना भी जरूरी है। दौड़ते वक्त बॉडी का तापमान बढ़ता है। इस दौरान पैरों से पसीना भी आ सकता है। यदि आपने खराब जुराब पहने हैं तो आपके पंजों में फिसलन का अहसास हो सकता है, जिससे आपको दौड़ने में परेशानी होगी। नतीजतन आप दौड़ में पीछे भी रह सकते हैं। खराब किस्म की जुराब पहनने से आपके पैरों में छाले या फफोले पड़ सकते हैं। विशेष प्रकार के सूती जुराब पहनने से बचें। यह जुराब नमी को अवशोषित करते हैं, जिसके परिणाम स्वरूप आपके पैरों में छाले पड़ सकते हैं।
- मौजों का चुनाव करते वक्त हल्के जुराब को तरजीह दें। ये जुराब पानी प्रतिरोधी सामग्री जैसे ऊन या सिंथेटिक्स से बनाए जाते हैं जो नमी को दूर करते हैं और फफोले को रोकते हैं। बिना मोजे के दौड़ने से बचें, क्योंकि वे पैरों के फफोले और परेशानी का कारण बनाते हैं। अक्सर कुछ लोग सिर्फ अच्छे स्पोर्ट्स शूज तो पहन लेते हैं, लेकिन जुराब नहीं पहनते। आपको किसी भी लंबी दौड़ में हिस्सा लेने से पहले इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
अपने आपको कैसे खुश रखें? जानने के लिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक करें:
आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय इवेंट एम्बेसडर के रूप में अर्जेंटीना के फुटबॉल दिग्गज हरनन क्रेस्पो के साथ TATA Steel कोलकाता 25K का यह छठा एडिशन है। एकमात्र IAAF मान्यता प्राप्त सिल्वर लेबल दौड़, TSK25K ने प्रत्येक 25K फिनिशर को “स्टील का पदक”, विशेष रूप से टाटा स्टील द्वारा तैयार की गई पुरस्कार देने की अनूठी पहल की है। उम्मीद है डॉक्टर के बताए ये जॉगिंग टिप्स आपके काम आएंगे और आप फिटनेस की ओर एक और कदम बढ़ाएंगे।
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