टंग टाई होने के कारण (Causes of Tongue Tie)
आमतौर पर जन्म से पहले लिंगुअल फ्रेनुलम अलग हो जाता है, जिससे जीभ अच्छे से मोशन कर पाती है। टंग टाई में जीभ के नीचे से लिंगुअल फ्रेनुलम जुड़ा रहता है। ऐसा क्यों होता है इसके बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। हालांकि टंग टाई के कुछ मामले आनुवेशिक कारकों से जुड़े देखे गए हैं।
टंग टाई का इलाज (Treatment of Tongue Tie)
टंग टाई ट्रीटमेंट के बारे में भी विशेषज्ञों के अलग-अलग मत हैं। कई विशेषज्ञों का मानना है कि जन्म के साथ ही यदि डॉक्टर को यह विकार बच्चे में नजर आती है तो मां-शिशु के हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने से पहले ही इसका इलाज करना देना चाहिए। वहीं दूसरे विशेषज्ञों का मत है कि वक्त देना चाहिए और यदि बच्चे की दिनचर्या में टंग टाई बाधा डाल रही हो तो ही सर्जरी करनी चाहिए।
टंग टाई की परेशानी को दूर करने के लिए सर्जरी की जाती है। इसके लिए फ्रेनोटॉमी और फ्रेनुलोप्लास्टी सर्जरी की जाती है। आइए जानते हैं इनके बारे में…
टंग टाई ट्रीटमेंट: फ्रेनोटॉमी (Frenotomy)
फ्रेनोटॉमी एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसे एनेस्थिसिया देकर भी किया जा सकता है और बिना एनेस्थिसिया के भी किया जा सकता है। डॉक्टर लिंगुअल फ्रेनुलम की जांच करते हैं और फिर फ्रेनुलम को अलग कर देते हैं। यह एक त्वरित प्रक्रिया है और इसमें बहुत कम दर्द होता है। फ्रेनोटॉमी के तुरंत बाद बच्चा मां का दूध पी सकता है।
टंग टाई ट्रीटमेंट फ्रेनोटॉमी से जुड़ी समस्या
हालांकि, टंग टाई ट्रीटमेंट फ्रेनोटॉमी से बहुत कम समस्या होती है फिर भी खून बहना, इंफेक्शन, जीभ या सलाइवरी ग्लैंड को नुकसान पहुंचने का डर रहता है।