कितना सुरक्षित है हर्बल सिगरेट (Herbal Cigarette) का इस्तेमाल?
कई लोगों का मानना होता है कि हर्बल और नैचुरल चीजें हानिकारक नहीं होती, लेकिन ऐसा नहीं है। कैंसर (Cancer) और सांस संबंधित परेशानियों (Breathing problem) के क्षेत्र में काम करने वाले कुछ डॉक्टर की टीम ने इस सिगरेट पर रिसर्च किया और उन्होंने इस सिगरेट को न खरीदने की सलाह दी। उनका कहना है कि लोग स्मोकिंग इसलिए करते हैं जिससे निकोटिन हिट कर सकें, लेकिन आपको इस बात पर भी ध्यान देना होगा कि निकोटिन के साथ आपके शरीर में कई अन्य रसायन भी जा रहे हैं जो आपको नुकसान पहुंचाते हैं। चेस्ट रिसर्च फाउंडेशन, पुणे के निदेशक डॉ सुदीप साल्वी ने एक अखबार से बातचीत में बताया, भले ही इन सिगरेट में तंबाकू नहीं है, लेकिन धूम्रपान करने पर कोई भी ऑर्गेनिक पदार्थ (कार्बन यौगिक), काला तार जारी करता है, जो फेफड़ों के लिए बहुत हानिकारक होता है।
हर्बल सिगरेट (Herbal Cigarette) को लेकर कई शोध भी किए गए हैं। टोबैको कंट्रोल जर्नल में चेन्नई के अड्यार कैंसर संस्थान के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के प्रमुख डॉ अरविंद कृष्णमूर्ति द्वारा हर्बल सिगरेट को लेकर की गई स्टडी छपी है। इसमें उन्होंने हर्बल सिगरेट से होने वाले जोखिमों के बारे में पता लगाया है। इस शोध में पाया गया कि हर्बल सिगरेट से रिलीज होने वाला धुएं में तंबाकू उत्पादों के बराबर या उससे अधिक मात्रा में कार्सिनोजेन्स शामिल थे।
कोरिया का एक अन्य अध्ययन जो टॉक्सिकोलॉजिकल रिसर्च जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इसके अनुसार हर्बल सिगरेट में महत्वपूर्ण मात्रा में कार्बन मोनोऑक्साइड और अल्ट्रा-फाइन पार्टिकुलेट मैटर होते हैं।
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