वजाइनल सेक्स के कारण भी हो सकता है ब्लीडिंग
फर्स्ट टाइम सेक्स ब्लीडिंग के तहत जरूरी नहीं कि सिर्फ हाइमन के फटने के कारण ही ब्लीडिंग हो। ऐसा वजाइनल वाल में घर्षण व चोट लगने की वजह से भी हो सकता है। यदि आप वजाइनल सेक्स करने की सोच रहे हैं तो आपको सावधानी रखनी होगी कि ऐसा कोई भी काम न करें जिससे प्राइवेट पार्ट्स को नुकसान पहुंचे।
और पढ़ें : सेक्स के बाद ब्लीडिंग, जाने किन कारणों से होता है?
एनल सेक्स को लेकर बरतें सावधानी
फर्स्ट टाइम सेक्स ब्लीडिंग के तहत एनल सेक्स के दौरान भी ब्लीडिंग हो सकती है। इसलिए इस सेक्स के दौरान और सावधान रहने की आवश्यकता होती है। वजाइनल टिशू की तुलना में एनल टिशू सख्त होते हैं। वहीं एनस लूब्रिकेशन का रिसाव नहीं करते हैं। ऐसे में यदि आपने सावधानी नहीं बरती तो आपको फर्स्ट टाइम सेक्स ब्लीडिंग का एहसास हो सकता है।
एनल सेक्स करने के दौरान जरूरी है कि एनिमा का इस्तेमाल कर रेक्टम के आसपास की जगह को साफ करें। लिंग की बजाय किसी टॉय जैसी वस्तु से टिशू को बड़ा कर सकते हैं। इस सेक्स के दौरान रिलेक्स होना भी जरूरी होता है। आप रिलेक्स नहीं हुए तो मसल्स टाइट हो जाते हैं। इस कारण उत्तेजना हासिल नहीं कर पाते हैं। आपको दर्द और ब्लीडिंग का एहसास हो सकता है। आप चाहें तो अपने पार्टनर से बात भी कर सकते हैं। आपका पार्टनर कैसे उत्तेजित होता है इसको लेकर बात करें।
क्या पहली बार सेक्स का संबंध एसटीआई से है?
लोगों में गलत धारणा है कि पहली बार सेक्स करने से सेक्शुअल ट्रांसमिटेड डिजीज होता है। बल्कि जब भी आप किसी दूसरे पार्टनर के साथ सेक्शुअल कॉन्टैक्ट स्थापित करते हैं तो उससे सेक्शुअल ट्रांसमिटेड डिजीज (एसटीडी) हो सकती है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि किसी अन्य व्यक्ति के साथ पहली बार सेक्स करें या अनेकों बार। यदि संक्रमित व्यक्ति के साथ आपने बिना सुरक्षा के शारिरिक संबंध बनाया तो उससे संक्रमण फैल सकता है।
और पढ़ें : सेक्स के बाद क्या होता है? जानिए वर्जिनिटी खोने से पहले कुछ विशेष तथ्यों के बारे में
यौन संबंधित रोगों से बचने के लिए अपनाएं यह तरकीब
- डेंटल डैम या फिंगर कोट का करें इस्तेमाल : उत्तेजना हासिल करने के लिए वजाइना या एनस में फिंगरिंग करते हैं तो उसके लिए जरूरी है कि आप फिंगर कोट्स या ग्लव्स का इस्तेमाल करें। आप ओरल, वजाइना या एनल सेक्स करते हैं तो उस दौरान डेंटल डैम का इस्तेमाल करना चाहिए। आप चाहें तो कंडोम को स्कवॉयर की तरह काटकर डेंटल डैम बना सकते हैं, या मेडिकल स्टोर से खरीद सकते हैं।
- कंडोम का इस्तेमाल करें : कॉन्डोम लिंग के लिए होता है। यह भी संभव है कि सेक्स टॉय का इस्तेमाल यदि एक व्यक्ति कर दूसरे को दे तो उससे भी यौन संक्रमण हो सकता है। इसलिए हमेशा एसटीआई से बचाव के लिए कंडोम का इस्तेमाल करें।
- नियमित तौर पर एसटीडी की कराएं जांच : सेक्शुअल ट्रांसमिटेड डिजीज (एसटीडी) से बचाव का एकमात्र तरीका यही है कि आप नियमित तौर पर इसकी जांच कराते रहें। चाहे आप किसी अन्य महिला व पुरुष के साथ संबंध बनाए या नहीं, लेकिन नियमित चेकअप कराते रहना चाहिए।