फाइब्रोसिस एक प्रकार का नॉन कैंसरस ग्रोथ है, जो महिलाओं के यूट्रस में डेवलप होता है। हर तीन में से एक महिला में फाइब्रोसिस के लक्षण देखने को मिलते हैं। महिलाओं को होने वाले लक्षणों में उन्हें यह हो सकता है एहसास
आपकी खुशियों का रास्ता है योग, वीडियो देख एक्सपर्ट से जानें क्या करें और क्या नहीं
एशरमैन सिंड्रोम (Asherman syndrome) के कारण दर्द
एशरमैन सिंड्रोम (Asherman syndrome) सर्विक्स और यूट्रस में स्कार टिशू को बनाने का काम करता है। इस कारण अन्य समस्याएं होती हैं।
डाइलेशन और क्यूरेटेज (dilatation and curettage) के साथ ऐसा ज्यादातर यूट्राइन की सर्जरी के कारण होती है, वहीं सी सेक्शन सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, एंडोमेट्रियोसिस और अन्य इंफेक्शन की वजह से भी होती है।
सेक्स के दौरान दर्द के साथ आप इस प्रकार के अनुभव महसूस कर सकते हैं, जैसे
सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन के कारण सेक्स के दौरान दर्द
कई सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन जैसे क्लैमिडिया, गोनोरिया जैसी बीमारी के कोई लक्षण नहीं होते, वहीं अलग-अलग लोगों पर इसके अलग-अलग लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
- असामान्य वजाइनल डिजीज
- फाल स्मेल डिस्चार्ज
- पेशाब करने में जलन और दर्द
- लोअर एब्डॉमिनल और पेल्विक पेन
- सेक्स करने के दौरान दर्द और खून का निकलना
टिल्टेड यूट्रस (Tilted uterus) की वजह से दर्द का होना
संभोग के दौरान दर्द की वजह टिल्टेड यूट्रस और झुका हुआ यूट्रस हो सकता है। इस केस में यूट्रस आगे की ओर होने की बजाय सर्विक्स की ओर झुका होता है। यह समस्या चार में से एक महिलाओं को होती है। ऐसा होना कोई समस्या नहीं है, इस कंडीशन में कुछ पोजिशन में सेक्स करने के दौरान दर्द होती है।
इसके लिए आप गायनोकोलॉजिस्ट से सलाह ले सकती हैं कि आपका यूट्रस झुका हुआ है या फिर सामान्य है। वहीं संभोग के दौरान दर्द से निजात पाने के लिए आप दूसरे पोजिशन को ट्राय कर सकती हैं।
अन्य कारणों को भी जानें
कुछ कारणों में संभोग के दौरान दर्द के केस में पेट के निचले हिस्से में दर्द होता है। इसके कुछ कारण हो सकते हैं, जैसे-
एंडोमेट्रिओसिस (Endometriosis)
एंडोमेट्रिओसिस होने के कारण यूट्रस की लाइन अपनी सही जगह पर न होकर अन्य जगह ग्रो होती है। कई बार पेल्विक के बाहरी छोर में। इस कारण यह समस्या होती है। एंडोमेट्रिओसिस टिशू का असामान्य विकास के कारण ही पेट के निचले हिस्से में, पीछे व पेल्विक में दर्द का एहसास होता है।
आप इस प्रकार के अनुभव कर सकती हैं महसूस
कोरोना और सेक्स लाइफ के बीच कनेक्शन को जानने के लिए पढ़ें : क्या कोरोना वायरस और सेक्स लाइफ के बीच कनेक्शन है? अगर जानते हैं इस बारे में तो खेलें क्विज
ओवेरियन सिस्ट भी है जिम्मेदार
ओवेरियन सिस्ट फ्लूइड से भरे होते हैं, यह कई बार ओवरी के अंदर तो कई बार उसकी सतह पर उभर आते हैं। सामान्य तौर पर इनसे दर्द नहीं होता। लेकिन अत्यधिक बढ़े हुए सिस्ट के कारण लोअर एब्डॉमिनल पेन हो सकता है। संभोग के दौरान दर्द के साथ सेक्स के बाद दर्द होता है। आप इस प्रकार के अनुभव भी कर सकती हैं महसूस
- पीठ के पीठे व जांघ में दर्द का एहसास होना
- आपके पेट में भारीपन की भावना
- सूजन
इंटरस्टिशियल सिस्टिटिस (Interstitial cystitis)
इंटरस्टिशियल सिस्टिटिस को ब्लैडर पेन सिंड्रोम भी कहते हैं, यह किसी को भी हो सकता है। इस बीमारी के होने की वजह से मरीज के ब्लैडर एरिया व आसपास प्रेशर होने के साथ दर्द होता है, जिसके कारण ब्लैडर भरने से परेशानी होती है। इसके कारण भी संभोग के दौरान दर्द हो सकता है।
इसके कारण आप यह अनुभव कर सकते हैं, जैसे
- बार-बार पेशाब आना, पेशान को न रोक पाना
- ब्लॉडर खाली होने के बाद भी पेशाब की इच्छा करना
- वजाइना और वॉल्वा में दर्द
कब लेनी चाहिए डॉक्टरी सलाह
संभोग के दौरान लोअर एब्डॉमिन पेन होने से लोग सेक्स पोजिशन में बदलाव कर दर्द से निजात पा सकते हैं, आमतौर पर इन मामलों में डॉक्टर के पास तक जाने की जरूरत नहीं पड़ती है। लेकिन जब आप गंभीर रूप से दर्द महसूस करें, जब भी सेक्स करें उस दौरान दर्द हो तो ऐसी स्थिति में डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। वहीं जब आपको संभोग के दौरान ब्लीडिंग या फिर किसी भी प्रकार का इंफेक्शन दिखे तो डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। उचित यही होगा कि आप डॉक्टरी सलाह लेकर बीमारी से निजात पाएं। वहीं इस प्रकार की समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसके कारण कई गंभीर समस्या भी हो सकती है।