महिलाओं की सेक्शुअल हेल्थ के लिए जरूरी है सेक्स टॉक
महिलाओं के लिए सेक्स सिर्फ एक फिजिकल एक्ट नहीं है, बल्कि उनके लिए यह भावनात्मक क्रिया भी है, ऐसे में यदि वह पार्टनर से इमोशनली कनेक्ट नहीं होती है तो उन्हें सेक्शुअल सैटिसफैक्शन नहीं मिलता है। महिलाएं आमतौर पर अपने सेक्स की जरूरतों के बारे में पार्टनर से बात करने से हिचकिचाती हैं, लेकिन उन्हें यह समझना चाहिए कि जब तक वह अपनी बात कहेंगी नहीं पार्टनर को उनकी जरूरतों या संतुष्टि के बारे में कैसे पता चलेगा, हर कोई उनके अनकहे शब्दों को नहीं पढ़ सकता। इसलिए बहुत जरूरी है कि महिलाएं सेक्स के दौरान होने वाली असहजता, पसंदीदा मूव्स आदि के बारे में पार्टनर से बात करें।
सेक्शुअली ट्रांसमीटेड डिसीज के बारे में बात
सेक्स टॉक का मतलब सिर्फ डर्टी टॉक नहीं है जो प्लेजर बढ़ाता है, बल्कि यदि कपल्स में से किसी एक को सेक्शुअली ट्रांसमीटेड डिसीज है और उसे इस बात का पता चलता है, तो तुरंत दूसरे पार्टनर को बताना चाहिए। कई बार रिश्ता टूटने के डर से पार्टनर यह बात दूसरे पार्टनर को नहीं बताता, लेकिन यह गलत है, क्योंकि इससे इंफेक्शन फैलने का डर रहता है। इसलिए बेहतर होगा कि समझदारी दिखाते हुए इस मुद्दे पर पार्टनर से बात करें।
प्रेग्नेंसी और बर्थ कंट्रोल
प्यार के उन खास पलों का आनंद लेने से पहले दोनों पार्टनर को बर्थ कंट्रोल का भी ध्यान रखना चाहिए और इस मुद्दे पर खुलकर बात करनी चाहिए। यदि फिलहाल वह फैमिली प्लानिंग नहीं करना चाहते तो बर्थ कंट्रोल का कौन-सा तरीका अपनाएंगे इस बारे में बात करें। कुछ पुरुषों को कंडोम पसंद नहीं आता, तो उन्हें इसके विकल्प के बारे में पार्टनर से बात जरूर करनी चाहिए।
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पसंद-नापसंद की बात
सेक्स टॉक करते समय पार्टनर से उनकी पसंद-नापसंद के बारे में भी बात करें। जैसे कौन सा मूव्स उन्हें अच्छा लगता है और कब उन्हें ज्यादा संतुष्टि मिलती है, किस एक्ट से उन्हें असहजता महसूस होती है और किस बॉडी पार्ट्स को टच करने पर उन्हें आनंद मिलता है जैसी बातें करने पर न सिर्फ सेक्शुअल प्लेजर बढ़ता है, बल्कि पार्टनर को सेक्शुअल सैटिस्फैक्शन भी मिलता है और उनके बीच नज़दीकियां बढ़ती हैं।
नए एक्सपेरिमेंट्स की बात
यदि पुरुष पार्टनर कोई नई पोजिशन ट्राई करना चाहता है, लेकिन इस बारे में फीमेल पार्टनर से बात नहीं करता तो हो सकता है, सेक्शुअल एक्ट के दौरान उन्हें परेशानी हो और उन्हें संतुष्टि भी न मिले क्योंकि महिला पार्टनर इसके लिए फिजकली और मेंटली तैयार नहीं थी। ऐसे में बहुत जरूरी है कि कोई भी नई चीज ट्राई करन से पहले पार्टनर एक-दूसरे से इस बारे में बात करके उनकी राय जान लें। क्योंकि जरूरी नहीं कि हर सेक्स पोजीशन सबके लिए कंफर्टेबल हो।
सेक्शुअल लिमिटेशन के बारे बताएं
हो सकता है कुछ सेक्शुअल फैंटेसी और एक्ट आपको पसंद नहीं आए या आप उसका एक्सपीरिएंस न करना चाहे। आपको शरीर के किसी खास हिस्से पर टच किया जाना अच्छा न लगे, तो इस बारे में पार्टनर से पहले ही बात कर लें ताकि सेक्शुअल एक्ट के बीच में पार्टनर का मूड ऑफ न हो और न ही आपको परेशानी हो।
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सेक्स टॉक रूल्स
पार्टनर से सेक्स टॉक करना चाहते हैं तो आपको इसके कुछ बेसिक नियमों की जानकारी होनी चाहिए, जो किसी किताब में नहीं लिखे, मगर एक्सपर्ट्स इसकी सलाह जरूर देते हैः
सीधे शुरू न हो जाएं