परिभाषा
बोटुलिनिम पॉइजनिंग (Botulinum poisoning) या बोटुलिज्म (Botulism) एक दुर्लभ, लेकिन बेहद गंभीर बीमारी है। यह ऐसे भोजन के माध्यम से होती है जो दूषित मिट्टी के संपर्क में आया हो। यह खुले घाव के कारण भी हो सकती है। यदि इसका तुरंत इलाज न किया जाए तो बोटुलिज्म (Botulism) से पैरालाइसिस, सांस लेने में दिक्कत या मौत भी हो सकती है। क्या है बोटुलिनिम पॉइजनिंग के लक्षण और उपचार जानिए इस लेख में।
बोटुलिनिम पॉइजनिंग (Botulinum poisoning, Botulism) क्या है?
बोटुलिनिम पॉइजनिंग गंभीर बीमारी है जो बोटुलिनम टॉक्सिन के कारण होती है। इस टॉक्सिन के कारण पैरालाइसिस होता। पैरालाइसिस चेहरे से शुरू होकर दूसरे अंगों में पहुंचता है। यदि यह ब्रीदिंग मसल्स तक पहुंच जाए तो रेस्पिरेट्री फेलियर ( श्वसन प्रणाली) फेल हो सकती है।
यह टॉक्सिन क्लोस्ट्रीडियम बोटुलिनम (सी बोटुलिनम) से होता है, जो एक प्रकार के जीवाणु से बनता है। सभी प्रकार के बोटुलिज्म आखिरकार पैरालाइसिस का कारण बनते हैं, इसलिए तुरंत इमरजेंसी मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत होती है। कई बार यह मौत का कारण भी बन जाता है।
कारण
बोटुलिज्म के कारण (Botulism Causes)
बोटुलिज्म कई तरह के होते हैं और यह अलग-अलग कारणों से फैलते हैं।
इंफैंट बोटुलिज्म (infant botulism) (नवजात को होने वाला)
यदि 6 महीने तक के बच्चे बोटुलिनम जीवाणु को निगल जाते हैं, तो यह जीवाणु बैक्टीरिया में विकसित हो जाते हैं। बच्चे आमतौर पर धूल-मिट्टी या शहद के जरिए इस जीवाणु को निगल सकते हैं।
फूडबॉर्न बोटुलिज्म (Food Born botulism) (भोजने से होने वाला)
यह बोटुलिनियम वाले भोजन का सेवन करने से होता है
इन्हेलेशन बोटुलिज्म (Inhalation botulism) (दूषित हवा में सांस लेने से)
यह बोटुलिज्म जहरीली हवा में सांस लेने से आपके शरीर में प्रवेश कर जाता है।
वाउंड बोटुलिज्म (Wound botulism) (घाव से होने वाला)
यह बोटुलिज्म घुले घाव में घुसता है और धीरे-धीरे जहर फैलाता है।
बोटुलिज्म पॉइजनिंग क्लोस्ट्रीडियम बोटुलिनम नामक बैक्टीरिया द्वारा उत्पन्न जहर के कारण होता है। हालांकि, यह बैक्टीरिया बहुत आम है, लेकिन यह वहीं पनपते हैं जहां ऑक्सीजन नहीं होता। कुछ फूड सोर्स जैसे घर के डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ इसको पनपने के लिए अनुकूल माहौल देते हैं। सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन ट्रस्टेट सोर्स, के मुताबिक, अमेरिका में हर साल बोटुलिज्म के सैंकड़ों मामले दर्ज होते हैं। जिसमें 3 से 5 प्रतिशत मरीजों की बोटुजिल्म पॉइजनिंग के कारण मौत हो जाती है।
सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ट्रस्टेट सोर्स के मुताबिक, बोटुलिज्म के 15 प्रतिशत मामले खाद्य पदार्थ से होने वाले बोटुलिज्म के हैं। यह घर में मौजूद डिब्बाबंद फूड या कमर्शियली कैन्ड प्रोडक्ट जो उचित प्रोसेसिंग से नहीं गुजरते हैं, की वजह से हो सकता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक, बोटुलिज्म टॉक्सिन इनमें पाया जाता हैः
- कम एसिड कन्टेंट वाली प्रिजर्व्ड सब्जियां जैसे बीट, पालक, मशरूम और ग्रीन बीन्स
- खमीरयुक्त, स्मोक्ड और नमक लगी हुई फिश
- मीट उत्पाद, जैसे हैम और सॉसेज
- डिब्बाबंद टूना फिश
बैक्टीरियम सी बोटुलिनम वही बैक्टीरियम है जो बोटोक्स बनाने में इस्तेमाल होता है। बोटोक्स फार्मास्यूटिकल प्रोडक्ट है, जिसका क्लिनिकल और कॉस्मेटिक सर्जरी में इस्तेमाल किया जाता है।
घाव से होने वाले बोटुलिज्म के मामले बोटुलिज्म के कुल मामले का 20 प्रतिशत है और ऐसा बोटुलिज्म बीजाणु के खुले घाव के अंदर जाने से हाेता है। बोटुलिज्म एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को नहीं फैलता है, बल्कि भोजन, घाव आदि के जरिए इसका जहर या बीजाणु फैलता है।
[mc4wp_form id=’183492″]
लक्षण
बोटुलिज्म के लक्षण (Botulism Symptoms)
प्रारंभिक संक्रमण के 6 से 10 घंटे के अंदर बोटुलिज्म के लक्षण दिखने लगते हैं। नवजात में होने वाले बोटुलिज्म और खाद्य पदार्थों से होने वाले बोटुजिल्म के लक्षण पदार्थ खाने के 12 से 36 घंटों के अंदर नजर आते हैं।
इनफैंट बोटुलिज्म के प्रारंभिक लक्षणों में शामिल हैं:
- कब्ज
- स्तनपान में दिक्कत
- थकान
- चिड़चिड़ापन
- मुंह से लार गिरना
- पलकें लटकना
- धीमी गति से रोना
- मांसपेशियां कमजोर होने के कारण सिर पर नियंत्रण न होना और फ्लॉपी मूमेंट
- पैरालाइसिस
खाद्य पदार्थों व घाव से होने वाले बोटुलिज्म (Botulism) के लक्षणों में शामिल हैः
- चबाने और बोलने में दिक्कत
- धुंधली दृष्टि
- लटकी हुई पलकें
- सांस लेने में दिक्कत
- मिलती, उल्टी, पेट में मरोड़ (सिर्फ खाद्य पदार्थों से होने वाले बोटुजिल्म में)
और पढ़ें: जायगैन्टिज्म : बच्चों में असामान्य ग्रोथ के लक्षणों को पहचानें!
निदान
बोटुलिज्म का निदान (Botulism Diagnosis)
यदि आपको संदेह है कि आपको या आपके किसी परिचित को बोटुलिज्म हैं, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाए, क्योंकि तुरंत उपचार से ही इसे जानलेवा होने से बचाया जा सकता है। बोटुलिज्म को डायग्नोस करने के लिए डॉक्टर कंप्लीट फिजिकल टेस्ट करता है। बोटुलिज्म का कोई भी लक्षण दिखने पर वह आपसे पूछेगा कि पिछले कुछ दिनों में आपने कौन से खाद्य पदार्थ खाएं, क्योंकि उनमें मौजूद टॉक्सिन बीमारी का कारण हो सकते हैं। यदि आपको किसी प्रकार का घाव है तो उसके बारे में भी डॉक्टर पूछेगा।
बोटुलिज्म टॉक्सिन आपके शरीर में मौजूद है या नहीं इसकी जांच के लिए डॉक्टर आपका ब्लड और स्टूल सैंपल लेगा। क्योंकि इन टेस्ट के नतीजे आने में समय लगता है, इसलिए अधिकांश डॉक्टर लक्षणों के क्लिनिकल ऑब्जर्वेशन के आधार पर ही इसका निदान करते हैं। बोटुजिल्म के कुछ लक्षण अन्य बीमारियों के कारण भी हो सकते हैं, जिसका पता लगाने के लिए डॉक्टर निम्न टेस्ट की सलाह दे सकता हैः
- इलेक्ट्रामायोग्राफी, मांसपेशियों की प्रतिक्रिया का मूल्यांकन करने के लिए
- स्पाइनल फ्लूइड टेस्ट, यह पता लगाने के लिए कि क्या मस्तिष्क और स्पाइनल कॉर्ड में लगी चोट के कारण यह लक्षण दिख रहे हैं।
- इमेजिंग स्कैन्स, सिर और मस्तिष्क को पहुंची आंतरिक क्षति का पता लगाने क लिए।
शिशुओं में डॉक्टर शारीरिक लक्षणों की जांच करता है और यह पूछेगा कि क्या नवजात को शहद या कॉर्न सिरप जैसा कोई खाद्य पदार्थ दिया गया है?
और पढ़ें : बच्चों में कोलेस्ट्रॉल का ट्रीटमेंट करना होगा आसान, अगर फॉलों करें ये डायट और एक्सरसाइज रूटीन
उपचार
बोटुलिज्म का उपचार (Botulism treatment)
खाद्य पदार्थ और घाव से होने वाले बोटुलिज्म के लिए डॉक्टर निदान के बाद जितनी जल्दी हो सके एंटीटॉक्सीन देता है। शिशुओं के लिए बोजुलिज्म इम्यून ग्लोब्युलिन नामक उपचार का सहारा लिया जाता है, जो रक्त में घूमने वाले न्यूरोटॉक्सिन्सको अवरुद्ध करता है।
बोटुलिज्म के गंभीर मामलों में मरीज को सांस लेने में यदि दिक्कत हो रही है तो उसे सपोर्ट देने के लिए वेंटीलेटर की जरूरत पड़ती है। ठीक होने में हफ्ते से लेकर कई महीने का समय लगता है। बहुत गंभीर मामलों में लंबे समय तक थेरेपी या रिहैब्लिटेशन की जरूरत पड़ सकती है। बोटुलिज्म के लिए टीका है, मगर यह आम नहीं हुआ, क्योंकि इसके प्रभाव की अभी पूरे तरीके से जांच नहीं की गई है और इसके कुछ साइड इफेक्ट भी हैं।
और पढ़ें : छोटे बच्चों में होने वाला ये ब्लड डिसऑर्डर हो सकता है खतरनाक, कारण जानने के लिए पढ़ें ये लेख
बचाव
बोटुलिज्म से बचाव (Prevention from Botulism)
थोड़ी सी सावधनी और सतर्कता बरतकर इससे बचा जा सकता हैः
- डिब्बाबंद फूड का इस्तेमाल करते समय उस पर लिखे दिशा-निर्देशों को पढ़ें।
- घर में खाद्य पदार्थ को डिब्बाबंद करते समय सही तकनीक का इस्तेमाल करें, सुनिश्चित करें कि आप उसे सही तरीके से गर्म करें और एसिटिड लेवल का ध्यान रखें।
- खमीरयुक्त (fermented) फिश या जलीय खाद्य पदार्थ का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें।
- बाहर से लगाए गए किसी भी डिब्बाबंद खाद्य पादर्थ के खुले डिब्बे को फेंक दें।
- पके हुए और एल्यूमीनिमय फॉइल में लेपेटे आलू में ऑक्सीजन नहीं जाता और बोटुलिज्म बीजाणु के विकसित होने का खतरा रहता है इसे गर्म रखें या तुरंत फ्रिज में रख दें।
- खाद्य पदार्थों को 10 मिनट तक उबालने ले बोटुलिज्म टॉक्सिन नष्ट हो जाता है।
- पैक्ड फूड खराब हुआ है या नहीं यह चेक करने के लिए उसे चखे नहीं, बल्कि लीक होते, टूटे कैन वाली चीजों को तुरंत फेंक दें।
जटिलताएं
बोटुलिज्म से होने वाली जटिलताएं (Botulism complications)
बोटुलिनम टॉक्सिन पूरे शरीर में मांसपेशियों के नियंत्रण को प्रभावित करता है। बोटुलिनम टॉक्सिन के कारण कई तरह की जटिलताएं हो सकती हैं, जिसमें सबसे आम है सांस लेने में परेशानी जिससे मरीज की मौत भी हो सकती है। इसके अलावा जटिलताओं में शामिल हैं-
- बोलने में कठिनाई
- निगलने में परेशानी
- लंबे समय तक कमजोरी महसूस होना
- ठीक से सांस नहीं ले पाना
अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
[embed-health-tool-vaccination-tool]