अगर पॉइजन स्किन में हो तो उसे ग्लव्ज के माध्यम से हटाएं और फिर धो लें। अगर पॉइजन आंखों में पहुंच गया हो, तो आंखों को ठंडे या फिर गुनगुने पानी से धोएं। अगर व्यक्ति में जहर निगल लिया है तो पॉइजन फर्स्ट एड (Poison first aid) के लिए उसे तुरंत ताजी हवा में सांस लेने दें। अगर व्यक्ति उल्टी करना चाहता है तो उसके हेड तो साइड में करें, ताकि किसी भी प्रकार की चोकिंग न हो। अगर व्यक्ति किसी भी प्रकार के लक्षण दिख न रहे हों, तो उसे सीपीआर देना शुरू किया जा सकता है। आपके पास जो भी जानकारी हो, या फिर अगर कोई ऐसा कंटेनर हाथ लगा हो जिसमें केमिकल कंपोजिशन की जानकारी हो, उसे अपने पास रखें। एंबुलेंस जब आ जाए तो उस व्यक्ति को साथ जाने दें, जिसे संबंधित व्यक्ति और घटना के बारे में जानकारी हो। पॉइजन फर्स्ट एड के समय इन बातों का रखें ध्यान
पॉइजन फर्स्ट एड में न दें इपिकाक सिरप
अगर किसी भी व्यक्ति ने जहरीली गोलियां या अन्य जहरीला पदार्थ खाया है तो उसे पॉइजन फर्स्ट एड के लिए इपिकाक सिरप न दें। इपिकाक सिरप उल्टी को उकसाने का काम करता है, लेकिन ये व्यक्ति की हालत को अधिक खराब कर सकता है। बेहतर रहेगा कि उसे किसी भी प्रकार का सिरप न दिया जाए। अगर आपके घर में इस तरह का कोई भी सिरप हो तो फेंक दें। ये उचित रहेगा क्योंकि इस तरह से सीरप बच्चों के हाथ भी लग सकते हैं। बच्चे जब इस तरह की मेडिसिन या सिरप पी लेते हैं तो उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
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बटन बैटरी को रखे सुरक्षित
बच्चों की पहुंच का अंदाजा लगा पाना मुश्किल होता है। जो बच्चे चल फिर सकते हैं, उन्हें छोटी चीजों को मुंह में डालने की आदत होती है। कई बार वो सिक्का, नुकीली चीज या फिर बटन बैटरी को मुंह में डाल सकता है। फिर वो गलती से उसे निगल भी लेते हैं। बटन बैटरी बच्चों के इसोफेगस में फंस सकती है और 2 घंटे के भीतर जलन पैदा कर सकती है। अगर आपको लग रहा है कि बच्चे ने बटन बैटरी निगल ली है तो पास के अस्पताल में जाकर तुरंत उसका एक्स-रे कराएं। अगर बटन बैटरी इसोफेगस में है तो डॉक्टर इसे तुरंत निकालने की कोशिश करेगा। अगर बैटरी पेट में चली गई है तो इसे आंतों के मार्ग से बाहर निकालने की कोशिश की जाएगी।
मेडिकेटेड पैच
ट्रांसडर्मल ड्रग डिलिवरी के लिए चिपकने वाला उत्पाद को मेडिकेटेड पैच कहते हैं। बच्चे अक्सर इसे मुंह में डालकर चूसते हैं। अगर आपके घर में भी मेडिकेटेड पैच है तो उसे सावधानी से सुरक्षित और बच्चों की पहुंच से दूर रखें। जब भी बच्चा खेले तो व्यक्ति को उसकी निगरानी में जरूर रख दें, ताकि बच्चा किसी भी खतरनाक पदार्थ को मुंह में न डालें।
अगर किसी भी व्यक्ति या बच्चे ने जहर निगल लिया है तो पॉइजन फर्स्ट एड (Poison first aid) अपनाकर कुछ हद तक व्यक्ति की जान सुरक्षित की जा सकती है। बेहतर रहेगा कि तुरंत डॉक्टर के पास जाकर ट्रीटमेंट लिया जाए। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
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