परिभाषा
शिन स्प्लिंट्स (Shin Splints) क्या है?
शिन स्प्लिंट्स की समस्या आमतौर पर एथलीट्स को होती है, जिन्होंने हाल में अपने रनिंग रूटीन में बदलाव किया हो। दरअसल बहुत अधिक दौड़ने या पैरों पर प्रेशर देने वाली गतिविधि से निचले पैर के मसल्स और बोन टिशू में दर्द (Pain in Bone tissue) होता है।
पैरे के निचले हिस्से में दर्द को पिंडली का दर्द भी कहा जाता है। वैसे तो यह कोई गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन यदि इसका इलाज न किया जाए को आगे परेशानी बढ़ सकती है। आपको खेलने, एक्सरसाइज करने में परेशानी के साथ ही रोजमर्रा के काम करने में भी मुश्किलें आएंगी।
इसके अधिकांश मामलों में आराम, बर्फ से सेंक और सेल्फ केयर से ही समस्या ठीक हो जाती है। सही फुटवेयर पहनने और अपने एक्सरसाइज रूटीन में बदलाव करके शिन स्प्लिंट्स को दोबारा होने से रोका जा सकता है। शिन स्प्लिंट्स तब होता है जब निचले पैर के अगले भाग में दर्द होता है। इसका दर्द मांसपेशियों और शिन एरिया के आसपास मौजूद बोन टिशू (Bone tissue) में सूजन के कारण होता है। इसकी समस्या रनर्स, जिमनास्ट, डांसर और मिल्ट्री रिक्रूटर्स में आम है।
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कारण
शिन स्प्लिंट्स के कारण क्या है? (Cause of Shin Splints)
- अतिरिक्त दवाब के कारण मांसपेशियों में सूजन आ जाती है और हड्डियों पर दबाव पड़ता है जिसकी वजह से निचले पैर में सूजन और दर्द बढ़ जाता है।
- बोन फ्रैक्चर (Bone fracture) से लेकर स्ट्रेस रिएक्शन तक शिन स्प्लिंट्स के लिए जिम्मेदार हो सकता है। लगातार तेज चलने से पैर की हड्डियों में क्रैक आ जाता है, लेकिन यदि आराम किया जाए तो यह अपने आप ठीक हो जाता है।
- शिन बोन और शिन बोन को मांसपेशियों से जोड़ने वाले टिशू पर अतिरिक्त दबाव के कारण शिन स्प्लिंट्स से जुड़ा दर्द होता है।
हालांकि यदि इसके होने पर आराम न किया जाए तो हड्डियों की छोटी सी दरार के कारण स्ट्रेस फ्रैक्चर हो सकता है।
शिन स्प्लिंट्स के जोखिम कारक क्या है? (Risk factor of Shin Splints)
इन लोगों को शिन स्प्लिंट्स होने का खतरा अधिक हैः
- आपने अचानक से दौड़ने का समय, फ्रीक्वेंसी और एक्सरसाइज की इंटेसिटी बढ़ा दी हो
- मिलिट्री ट्रेनिंग करने वाले
- फ्लैट फीट या हाई आर्क्स की समस्या
- असामान्य सरफेस पर दौड़ना जैसे- पहाड़, सख्त आदि
- आप रनर हैं, खासतौर पर बस दौड़ना शुरू ही किया हो
- कमजोर मसल्स वाले लोग
- सही जूते न पहनना
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लक्षण
शिन स्प्लिंट्स का क्या लक्षण हैं? (Symptoms of Shin Splints)
शिन स्प्लिंट्स के लक्षणों में शामिल हैं-
- एक या दोनों पैर में दर्द (Leg pain)
- शिन (पिंडली) के सामने तेज या धीमा दर्द
- पिंडली पर दबाव डालने पर दर्द
- एक्सरसाइज (Workout) के दौरान या बाद दर्द बढ़ जाना
- आराम के बाद दर्द से राहत
- यदि शिन स्प्लिंट्स गंभीर है तो बिना चले भी आपके पैर में दर्द होगा
- मांसपेशियों में दर्द (Muscles pain)
- निचले पैर (पिंडली) के अंदरूनी हिस्से में दर्द
- पिंजली में सूजन
- पैर सुन्न होना और कमजोर होना
यदि सामान्य देखभाल के बाद शिन स्प्लिंट्स से आराम नहीं मिलता है आपको निम्न में से कोई लक्षण दिखें तो डॉक्टर से संपर्क करें—
- गिरने या एक्सिडेंट के बाद शिन (पिंडली) में गंभीर दर्द
- पिंडली का गर्म होना
- पिंडली में सूजन
आराम करने के दौरान भी दर्द महसूस होना।
शिन स्प्लिंट्स से बचाव कैसे करें? (Tips to prevent Shin Splints)
शिन स्प्लिंट्स को दोबारा होने से रोकने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें-
- सूजन कम करने के लिए एक्सरसाइज के बाद पिंडली पर आइस पैक रखें।
- सख्त सतह पर दौड़ने या एक्सरसाइज से बचें।
- सही जूते और सपोर्ट के लिए पैडिंग का इस्तेमाल करें।
- दोबारा एक्सरसाइज या रनिंग शुरू करने से पहले 2 हफ्ते आराम करें।
- बहुत अधिक एक्सरसाइज न करें और न ही एक्सरसाइज की इन्टेसिटी पहले जैसी होनी चाहिए। धीमी शुरुआत करें और कम समय के लिए वर्कआउट करें।
- एक्सरसाइज से पहले और बाद में वार्मअप जरूर करें
- यदि आपके आर्क फ्लैट हैं तो आर्क सपोर्ट्स का इस्तेमाल करें।
- अपने घुटनों, एड़ी, हिप्स और कोर को मजबूत बनाने वाली एक्सराइजकरें। इससे हाई इपैक्ट स्पोर्ट्स के समय इंजरी की संभावना कम होगी।
- अपने रनिंग स्टाइल और मूवमेंट को मूल्यांकन करें, कई मामलों में इसमें थोड़ा बदलाव करके शिन स्प्लिंट्स के जोखिम को कम किया जा सकता है।
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निदान
शिन स्प्लिंट्स का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Shin Splints)
शिन स्प्लिंट्स का निदान आमतौर पर आपकी मेडिकल हिस्ट्री और फिजिकल एग्जाम के आधार पर किया जाता है। कुछ मामलों में एक्स-रे (X-Ray) और दूसरे इमेजिंग टेस्ट का भी इस्तेमाल किया जाता है जिससे दर्द (Pain) के संभावित कारणों जैसे स्ट्रेस फ्रैक्चर (Stress fracture) की पहचान की जा सके।
उपचार
शिन स्प्लिंट्स का उपचार क्या है? (Treatment for Shin Splints)
अधिकांश मामलों में घर पर ही थोड़ी देखभाल करके शिन स्प्लिंट्स को ठीक किया जा सकता हैः
आराम करें- ऐसी कोई भी गतिविधी न करें जिससे दर्द, सूजन या असहजता बढ़ती हो, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि आप कोई भी फिजिकल एक्टिविटी नहीं कर सकते। दरअसल, इस दौरान आप लो इम्पैक्ट एक्सरसाइज जैसे स्विमिंग, बाइसाइकिल या वॉटर रनिंग कर सकते हैं।
आइस पैक- प्रभावित हिस्से पर 15-20 मिनट के लिए आइस पैक रखें। दिन में 4 से 8 बार ऐसा करने पर आराम मिलता है, लेकिन आइस को सीधे स्किन पर रखने की बजाय कपड़े में लपेटकर रखें।
मेडिकल से आइबूप्रोफेन, नैपरोक्सेन सोडियम या एसिटामिनोफेन जैसे पेनकिलर ले सकते हैं। पहले जैसी एक्सरसाइज या रनिंग करने से पहले आराम के बाद डॉक्टर से एक बार सलाह जरूर लें।
सर्जरी- शिन स्प्लिंट्स के दुलर्भ मामलों में ही सर्जरी की जाती है। यदि आपकी पिंडली का दर्द गंभीर है और इसके लक्षण कई महीनों बाद तक बने रहते हैं तो डॉक्टर सर्जरी की सलाह दे सकता है। इस सर्जरी को फेसिओटॉमी कहा जाता है। इस सर्जरी के बाद शिन स्प्लिंट्स के दर्द से राहत मिलती है।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।