भागदौड़ के चक्कर में जो भी आसानी से मिला खा लिया। फिर जब भूख लगी तो इग्नोर किया और कुछ देर बाद एक साथ ज्यादा खाना ले लिया। खानपान में लापरवाही और पौष्टिक आहार में कमी के कारण वेट अचानक से बढ़ जाता है। वेट बढ़ने के और भी कारण हो सकते हैं। लोग वेट लॉस के लिए बहुत से तरीके अपनाते हैं। लेकिन कहा जाता है कि पौष्टिक आहार और नियमित व्यायाम ही स्वस्थ शरीर की कुंजी होता है।
अगर किन्हीं कारणों से वेट बढ़ गया है तो उसे कम करने के लिए आर्युवेदिक जड़ी बूट का उपयोग करना भी बेहतर उपाय हो सकता है। क्या आपने वेट लॉस के लिए अश्वगंधा का प्रयोग किया है? अगर आप वेट लॉस की समस्या से परेशान हैं तो वेट लॉस के लिए अश्वगंधा का प्रयोग जरूर करके देखें। वेट लॉस के साथ ही अश्वगंधा का प्रयोग कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को सही करने के लिए किया जाता है। इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए कि किस तरह से वेट लॉस के लिए अश्वगंधा का प्रयोग किया जाए।
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अश्वगंधा के बारे में जानते हैं आप?
अश्वगंधा एक औषधीय पौधा है। अश्वगंधा की जड़ों और बीजों का उपयोग औषधीय दवाओं को बनाने के लिए किया जाता है। यह आमतौर पर मानव शरीर में कुछ खास बीमारियों के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है। कुछ लोग इसका उपयोग दर्द और सूजन को कम करने, इम्युनिटी बढ़ाने, स्ट्रेस को कम करने और बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकने के लिए करते हैं।
अश्वगंधा का उपयोग एडाप्टोजेन के रूप में शरीर को रोजमर्रा के तनाव से बचाने और सामान्य टॉनिक की तरह भी किया जाता है। इसके अलावा इसको घाव में, पीठ दर्द, वेट लॉस के लिए अश्वगंधा और हेमिप्लेजिया के इलाज के लिए किया जाता है। अश्वगंधा ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित होती है। कुछ लोगों को इससे समस्या भी महसूस हो सकती है। अगर आप अश्वगंधा का प्रयोग पहली बार कर रहे हैं तों डॉक्टर से इस बारे में जानकारी जरूर लें।अश्वगंधा मार्केट में पाउडर और कैप्सूल के रूप में उपलब्ध है।
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वेट लॉस के लिए अश्वगंधा
अश्वगंधा को भारतीय जिनसेंग भी कहा जाता है। अश्वगंधा का प्रयोग औषधीय रूप में किया जाता है। साथ ही अश्वगंधा का उपयोग यूनानी चिकित्सा पद्धति, सिद्ध चिकित्सा, अफ्रीकी चिकित्सा और होम्योपैथिक चिकित्सा में भी विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अश्वगंधा औषधीय गुणों से भरपूर है। जो लोग अधिक वजन के हैं, अश्वगंधा का चिकित्सक द्वारा बताए गए समय पर सेवन करने से वजन में कमी ला सकते हैं।
अश्वगंधा बाजार में दो रूप में मिल जाती है। पहली तो कैप्सूल के रूप में और दूसरी पाउडर के रूप में। कैप्सूल के रूप में अश्वगंधा को चिकित्सक के बताए गए नियम के अनुसार सेवन करने से वजन में कमी होती है। वहीं पाउडर को दूध में मिलाकर सेवन किया जाता है। अश्वगंधा का स्वाद थोड़ा खराब लग सकता है। जब भी वेट लॉस के लिए अश्वगंधा का प्रयोग करें, दूध में पाउडर मिलाने के साथ ही कुछ मात्रा में शहद भी मिला लें। ऐसा करने से दूध पीने में पेरेशानी नहीं होगी।
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वेट लॉस के लिए अश्वगंधा का प्रयोग बढ़ा देगा एनर्जी
वेट लॉस के लिए अश्वगंधा का प्रयोग करने पर शरीर में एनर्जी फील होती है। अश्वगंधा एड्रेनल ग्लैंड्स को रेगुलेट करता है और साथ ही कोर्टिसॉल लेवल को भी ठीक बनाए रखता है। ओवरऑल एनर्जी के बढ़ जाने से वर्कआउट के दौरान बेहतर महसूस होता है। अश्वगंधा एनर्जी लेवल को बढ़ाने के साथ ही थकावट को दूर कर देता है। अश्वगंधा में आयरन भी होता है जो बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने का काम करता है।
वेट लॉस के लिए अश्वगंधा का प्रयोग बनाएगा मसल्स मास
मसल्स मास किसी भी वेट लॉस प्रोग्राम के लिए जरूरी होता है। अश्वगंधा का प्रयोग शरीर में मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने का काम करता है। मेटाबॉलीक रेट के हाई होने से फैट अधिक मात्रा में बर्न होता है। मेटाबॉलिज्म शरीर में होने वाला जरूरी प्रोसेस है। जिस भी व्यक्ति का मेटाबॉलिज्म रेट अच्छा होता है, उसके शरीर में कम फैट जमा होता है। अश्वगंधा में एंटी-ऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जो वजन कम करने में मदद करते हैं। ये एंटी-ऑक्सिडेंट मेटाबोलिज्म को भी मजबूत बनाते हैं।
वेट लॉस के लिए अश्वगंधा का प्रयोग देगा अच्छी नींद
ये बात सच है कि अच्छी नींद शरीर की कई बीमारियों को दूर कर देती है। अश्वगंधा का प्रयोग करने से अच्छी नींद आती है। जिन लोगों को अच्छी नींद नहीं आती है, उनके शरीर में हार्मोन में गड़बड़ी हो जाती है। हार्मोन में गड़बड़ी के कारण शरीर का वजन बढ़ने लगता है। वेट लॉस के लिए अश्वगंधा का प्रयोग शरीर में एक साथ व्यवस्थाओं को दुरस्त करने का काम करता है। शरीर से जुड़ी कई गड़बड़ियों का संबंध वजन बढ़ने से होता है। अश्वगंधा का प्रयोग उन्हीं समस्याओं के निदान के लिए किया जाता है। ऐसा करने से वजन कुछ समय बाद कम होने लगता है।
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इम्युनिटी और वेट लॉस का संबंध
अच्छी इम्युनिटी वेट को अधिक नहीं होने देती है। वेट लॉस के लिए अश्वगंधा का प्रयोग करने पर शरीर की इम्युनिटी में सुधार होता है। साथ ही शरीर को वेट लॉस की प्रोसेस के लिए तैयार करता है। इम्युनिटी कमजोर होने पर शरीर में कई तरह की बीमारियां पनपने लगती है। बीमारी के कारण शरीर का वजन भी बढ़ सकता है। अश्वगंधा से शरीर की सूजन भी कम होती है।
स्ट्रेस का वेट लॉस से संबंध
स्ट्रेस लेने से शरीर में समस्याएं उत्पन्न होने लगती है। स्ट्रेस के कारण तुरंत किसी भी तरह की परेशानी भले ही नजर न आए, लेकिन कुछ समय बाद शरीर में परिवर्तन देखने को मिलते हैं। अश्वगंधा स्ट्रेस को कम करने का काम करता है। स्ट्रेस खत्म होने से शरीर की आधी परेशानियां भी खत्म हो जाती है। स्ट्रेस के कारण वेट होने की भी संभावना रहती है।
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कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है
अश्वगंधा में मौजूद एंटी इंफ्लमैटरी गुण, हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करते हैं जिससे, हमारे हृदय के स्वास्थ्य में सुधार आता है। अध्ययनों में यह पाया गया कि यह ब्लड फैट को काफी हद तक कम कर देता है। वेट लॉस के लिए अश्वगंधा का प्रयोग करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से इस बारे में जानकारी जरूर प्राप्त करें।
ब्लड शुगर कम करे
अश्वगंधा ब्लड शुगर को कम करने में भी मदद करता है। इससे इंसुलिन संतुलित मात्रा में रहता है, जिससे मोटापा कम करने में मदद मिलती है। इसी के साथ टाइप-2 डायबिटीज से भी बचाव होता है।
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