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कुकिंग फैट्स एंड ऑयल को ध्यान में रखते हुए चनें अपना कुकिंग ऑयल: जानें एक्सपर्ट की राय

कुकिंग फैट्स एंड ऑयल को ध्यान में रखते हुए चनें अपना कुकिंग ऑयल: जानें एक्सपर्ट की राय

आप क्या खाते हैं और क्या नहीं, यह दोनों ही बातें बहुत महत्वपूर्ण हैं, फिर चाहें वो आपका कुकिंग ऑयल (Cooking Oil) ही क्याें न हो। आज हम यहां बात करेंगे कुकिंग ऑयल की,  क्योंकि अक्सर लोग सबसे ज्यादा गलती यहीं करते हैं। गलत कुकिंग ऑयल का चुनाव, आपकी हेल्थ को भी बिगाड़ सकता है। लोग खाने में कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल स्वाद के अनुसार करते हैं। लेकिन कुकिंग ऑयल के चुनाव हेल्थ बेनेफिट्स को ध्यान में रखते हुए करना चाहिए। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कुकिंग फैट्स एंड ऑयल (Cooking Fats and Oils) के बारे में अधिकतर लोगों को ठीक से पता नहीं होता है। लेकिन जिसकी जानकारी होना बहुत जरूरी है। तो आइए जानते हैं कुकिंग फैट्स एंड ऑयल (Cooking Fats and Oils) के बारे में:

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कुकिंग फैट्स एंड ऑयल (Cooking Fats and Oils) को ध्यान में रखते हुए करें चुनाव

खाने में सही कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल बहुत जरूरी है, इसका प्रभाव सीधे आपके हेल्थ से जुड़ा हुआ होता है। सही कुकिंग ऑयल का चनाव कई बातों को ध्यान में रखते हुए करना चाहिए, जैसे उसमें सभी विटामिन और पोषक तत्व भी जरूरी हो। जानिए यहां कुछ कुकिंग फैट्स एंड ऑयल के बारे में:

कुकिंग फैट्स एंड ऑयल : सैच्युरेटड फैट्स (Saturated fats)

हेल्दी कुकिंग ऑयल के चुनाव के समय कुकिंग फैट्स एंड ऑयल में सैचुरेटेड फैट्स (Saturated fats) भी शामिल हैं। सैचुरेटेड फैट्स में ज्यादातर एनिमल प्रोडक्ट (Animal Products) शामिल होते हैं। यह कुछ प्रकार के पौधों में भी पाए जाते हैं। वैसे तो खाना पकाने में उपयोग किए जाने वाले सैचुरेटेड फैट्स में शामिल हैं: बटर (butter), नारियल का तेल ( Coconut oil) और ताड़ का तेल (Palm Oil)। हालांकि सैचुरेटेड फैट्स स्वाद में भी सही होते हैं, यानि कि आप इसे आसानी से खा सकते हैं। लेकिन उन्हें कम मात्रा में सेवन किया जाना चाहिए, क्योंकि इसके अधिक सेवन से कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) का स्तर भी बढ़ सकता है, जो हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।

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कुकिंग फैट्स एंड ऑयल (Cooking Fats and Oils)

कुकिंग फैट्स एंड ऑयल : अंसैचुरेटेड फैट (Unsaturated fat)

एनिमल ऑयल  (Animal oil) और प्लांट आयल (Plant oil) , दोनों में ही मोनो (Mono) और पॉली अनसैचुरेटेड फैट (Unsaturated fat) की उच्च मात्रा पायी जाती है। आमतौर पर खाना पकाने में इस्तेमाल किए जाने वाले अंसैचुरेटेड फैट ऑयल में कैनोला ऑयल (Canola oil), फलैक्स सीड्स ऑयल (Flax seeds oil), एवोकाडो ऑयल (Avocado oil), मूंगफली के तेल (Peanut oil) और जैतून का तेल (Olive oil) आदि शामिल हैं। ये वसा हृदय रोग (Heart Problem) और स्ट्रोक (Stroke) सहित कई गंभीर स्थितियों के जोखिम के कारकों में शामिल हैं। अंसैचुरेटेड फैट शरीर में कोशिकाओं के निर्माण और रखरखाव के लिए काफी महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। यह कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol), रक्तचाप (Blood Pressure) और सूजन की समस्या को कम करते हैं।

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कुकिंग फैट्स एंड ऑयल : ट्रांस फैट्स (Trans fats)

ट्रांस फैट (Trans fats) हायड्रोजनीकरण के माध्यम से बनाए जाते हैं।  सैचुरेटेड फैट की तरह, ट्रांस वसा में भी रक्त में हाय कोलेस्ट्रॉल (High cholesterol) के स्तर को बढ़ाने और हृदय रोग के जोखिम (Heart Problem Risk) को बढ़ाने का कारण बन सकता है।

कुकिंग फैट्स एंड ऑयल : पॉलीअनसेचुरेटेड फैट्स (Polyunsaturated fats)

यदि आपके ऑयल में पॉलीअनसेचुरेटेड फैट्स शामिल है, तो आपके लिए अच्छा है। इसलिए कोशिश करें कि ओमेगा-3 शामिल हो। इसके लिए आप ऑयली फिश (Oily Fish) को चुनें और अखरोट (Walnuts), चिया बीज और फ्लैक्ससीड (Flaxseeds) का सेवन करें।

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कुकिंग फैट्स एंड ऑयल : मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स (Monounsaturated fats)

जिन कुकिंग ऑयल में मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स (Monounsaturated fats) पाए जाते हैं, वो हेल्थ के लिए लाभकारी होते हैं, जिनमें शामिल हैं, ऑलिव ऑयल  (Olive oil), एवोकाडो ऑयल (Avocado oil) और पीनट ऑयल (Peanut Oil)। इसमें कई गुड फैट्स (Good fats) शामिल होते हैं, जो हेल्थ के लिए अच्छे माने जाते हैं। इसलिए खाने में जितना हो सके  एक्स्ट्रा वर्जिन ऑयल्स (Extra Virgin Oils) का ही प्रयोग करें। सभी कुकिंग ऑयल का अपना अलग-अलग रोल होता है। अगर आप ज्यादा हीट पर कुकिंग कर रहे हैं, तो आपको आमंड ऑयल,(Almond Oil), एवोकाडो ऑयल और पीनट ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए।

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स्टाेरेज का भी रखें ध्यान (Storage)

कुकिंग फैट्स (Cooking Fats) एंड ऑयल की बात आती है, तो स्टोरेज भी काफी आवश्यक है। हीट, एयर और लाइट से स्टोरेज का ऑयल पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ता है। इससे तेल के लाभ कम होने लगते हैं, जिससे पोषक तत्वों की कमी आ जाती है। फिर उस ऑयल का उतना लाभ रह नहीं जाता है। तेल को हमेशा ठंडे (Cold) और रूम टेमपरेचर (Room temperature) में ही चाहिए। पॉलीअनसेचुरेटेड ऑयल (Polyunsaturated oil) में कुछ ऑयल जैसे अलसी, अंगूर के बीज, और वॉलनट ऑयल (Walnut oil) दूसरे ऑयल की तुलना में जल्दी खराब हो जाते हैं।

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कुकिंग फैट्स एंड ऑयल में विटामिन भी है जरूरी

कुछ कुकिंग ऑयल में विटामिन की काफी उच्च मात्रा पायी जाती है। जिसमें दो महत्वपूर्ण विटामिंस हैं, विटामिन ए (Vitamin A) और विटामिन ई (Vitamin E)। इसके अलावा विटामिन डी (Vitamin D) आपके खाने में शामिल होना चाहिए। विटामिन ए  (Vitamin A) का सेवन हमारी आंखों  के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इसी तरह  विटामिन डी हमारी इम्यूनिटी के लिए अच्छा होता है। इसी के साथ हड्डी मजबूत भी बनती है। इसमें एंटी-ऑक्सिडेंट की भी उच्च मात्रा पायी जाती है, जो हमारे हेल्थ के लिए अच्छी है।

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कुकिंग फैट्स एंड ऑयल : हाय स्मोक कुकिंग ऑयल के टिप्स (High Smoke)

कुकिंग के दौरान स्मोक पॉइंट (Smoke point) का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। यह, वो तापमान होता है, जब ऑयल काफी तेज गर्म हो जाता है  और ऑयल में मौजूद फ्री रेडिकल्स (Free radicals) नष्ट होने लगते हैं। हर ऑयल की कुकिंग कैपेसिटी (Cooking Capacity) विभिन्न होती है, सबको एक जैसे नहीं पकाया जा सकता है।   इसलिए सभी ऑयल के स्मोक पॉइंट भी अलग-अलग होते हैं। कुछ ऑयल्स कुकिंग के लिए उच्च तापमान  पर इस्तेमाल किए जा सकते हैं, जिनमें खासतौर पर रिफाइंड ऑयल्स शामिल हैं। इसका स्मोक पॉइंट इतना अधिक होता है कि इसे देर तक भी पकाया जा सकता है।

यदि आपको डीप फ्राइंग के लिए कुकिंग ऑयल चुनना चाहते हैं, तो उमें आप एवोकाडो ऑयल (Avocado oil), आमंड ऑयल, पाम ऑयल (Palm oil) और सनफ्लावर ऑयल (Sunflower oil) का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन सभी कुकिंग ऑयल्स का इस्तेमाल ग्रिलिंग (Grilling),  बेकिंग (Baking),  फ्राई (Fry) और अन्य कुकिंग के लिए भी किया जा सकता है। जिनमें  कैनोला ऑयल (Canola oil), वर्जिन ऑयल (Virgin Oil) और पीनट ऑयल (Peanut Oil) भी शामिल  हैं।

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कुकिंग फैट्स एंड ऑयल का चुनाव करते समय लोगों को इन सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए। कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल सीधे उनकी हेल्थ से जुड़ा हाेता है। इसके लिए भी जरूरी है कि आप सभी बातों का ध्यान रखें। अगर आप डायबिटीज पेशेंट हैं या हार्ट या कोई अन्य बीमारी के शिकार हैं, तो आप ऑयल का इस्तेमाल अपने डॉक्टर की सलाह पर ही करें।

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Current Version

24/06/2021

Written by अदित्या सिंह

Updated by: Niharika Jaiswal


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Written by

अदित्या सिंह

स्पोर्ट्स साइंस · नो फिटनेस एक्सक्यूज


अपडेटेड 24/06/2021

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