दांतों का सफेद होना और ओरल हेल्थ
कई टीथ-व्हाइटनिंग प्रोडक्ट्स में एक्टिवेटेड चारकोल होता है। कई ओरल हेल्थ प्रोडक्ट्स जिनमें एक्टिवेटेड चारकोल (Activated Charcoal) होता है, उनके विभिन्न लाभ होने का दावा करते हैं, जैसे कि:
इस चारकोल की टॉक्सिन एब्जॉर्बिंग प्रॉपर्टीज बहुत महत्वपूर्ण हैं, लेकिन कोई भी रिसर्च इसका इस्तेमाल टीथ व्हाइटनिंग या ओरल हेल्थ के लिए किए जाने का सपोर्ट नहीं करती है।
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स्किन केयर (Skin care)
ऐसा भी कहा जाता है कि यह स्किन के सरफेस से मायक्रोपार्टिकल्स जैसे डर्ट, डस्ट, केमिकल्स, टॉक्सिन्स और बैक्टीरिया आदि को बाहर निकालने में सहायता करता है। जिससे त्वचा का हेल्दी और ग्लोइंग बनाने रखने में मदद मिलती है। ऐसा भी माना जाता है कि एक्टिवेटेड चारकोल (Activated Charcoal) स्मेल और हार्मफुल गैसेस को एब्जॉर्ब कर सकता है। इसलिए इसका इस्तेमाल अंडरआर्म, शूज और रेफ्रीजिरेटर डिओडोरेंट के रूप में भी किया जा सकता है।
स्किन इंफेक्शन (Skin infection)
दुनिया भर में, कई अलग-अलग ट्रेडिशनल मेडिसिन प्रैक्टिशनर्स त्वचा के संक्रमण जैसे सॉफ्ट टिश्यूज कंडिशंस की स्थिति के इलाज के लिए कोकोनट शेल्स से बने एक्टिवेटेड चारकोल (Activated Charcoal) का उपयोग करते हैं। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल इफेक्ट्स से घावों से हार्मफुल माइक्रोब्स को एब्जॉर्ब किया जा सकता है। अब जानते हैं कि एक्टिवेटेड चारकोल (Activated Charcoal) कैसे काम करता है?
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एक्टिवेटेड चारकोल (Activated Charcoal) कैसे काम करता है?
हाय टेम्प्रेचर पर गैस के साथ चारकोल को एक्टिवेट करने से इसमें माइक्रोस्कोपिक होल्स विकसित हो जाते हैं, जिससे इसकी सतह का क्षेत्रफल बढ़ जाता है। एक्टिवेटेड चारकोल (Activated Charcoal) को गट एब्जॉर्ब नहीं कर पाता है। इसलिए, जब आप इसे निगलते हैं, तो यह गट में अनचेंज्ड फॉर्म में पहुंचता है। चारकोल के टेक्सचर में नेगेटिव इलेक्ट्रिकल चार्ज होता है, जो इसे पॉजीटिवली चार्ज्ड मोलेक्युल्स जैसे कि टॉक्सिन्स और गैसेस को एब्जॉर्ब करने का कारण बनता है। जब तरल पदार्थ या गैसें इस एक्टिवेटेड चारकोल (Activated Charcoal) से होकर गुजरते हैं, तो वे इसे एब्ज़ोर्प्शन की प्रक्रिया के माध्यम से बाइंड होते हैं।
यह टॉक्सिन्स और केमिकल्स गट में ट्रैप हो जाते हैं और शरीर में एब्जॉर्ब होने की जगह स्टूल के माध्यम से बाहर निकल जाते हैं। एक्टिवेटेड चारकोल एब्जॉर्बिंग गैसेस में भी बहुत प्रभावी होता है जो पेट फूलने को कम करने में मदद कर सकता है। यह तो थे एक्टिवेटेड चारकोल (Activated Charcoal) के फायदे। अब जानते हैं इसके साइड इफेक्ट्स के बारे में।
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एक्टिवेटेड चारकोल (Activated Charcoal) के क्या हैं साइड-इफेक्ट्स
चारकोल का इस्तेमाल आमतौर पर लाभदायक माना जाता है। लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं: जैसे:
इसके कुछ दुर्लभ साइड इफेक्ट्स भी हैं, जैसे:
यह एक्टिवेटेड चारकोल (Activated Charcoal) के कारण होने वाले सभी साइड इफेक्ट्स की सूची नहीं है। कुछ लोग इसके कारण अन्य परेशानियों का अनुभव भी कर सकते हैं। अगर आपको इसका इस्तेमाल करने के बाद कोई भी समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। अब जानते हैं इससे जुड़ी प्रीकॉशन्स और वॉर्निंग्स के बारे में।
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प्रीकॉशन्स और वॉर्निंग्स
जैसा कि पहले ही बताया गया है कि इसके सेवन या इस्तेमाल करने से आप कुछ समस्याओं का अनुभव कर सकते हैं। इसलिये इसे लेने से पहले कुछ खास चीजों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आइए जानें इसके बारे में:
- ओरल यूज : एक्टिवेटेड चारकोल का अगर कम समय के लिए इस्तेमाल किया जाए तो यह सुरक्षित है। यही नहीं लॉन्ग-टर्म में भी इसका यूज किया जा सकता है। इसके सामान्य साइड इफेक्ट्स में कब्ज और ब्लैक स्टूल है।
- त्वचा पर इस्तेमाल: एडल्ट्स द्वारा किसी घाव पर इसके प्रयोग को भी सुरक्षित माना गया है। लेकिन अगर इसके बाद कोई समस्या हो, तो मेडिकल हेल्प लें।
- प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग: अगर प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग में इसका इस्तेमाल शार्ट-टर्म के लिए किया जाए तो भी इसे सुरक्षित माना जाता है। लेकिन, इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से अवश्य बात करें, ताकि आप और आपके शिशु को कोई नुकसान न हो।
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लॉकेज : गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लॉकेज या इंटेस्टाइन में फूड की स्लो मूवमेंट होने पर आपको इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

यह तो थी एक्टिवेटेड चारकोल (Activated Charcoal) के बारे में पूरी जानकारी। इसे आप एक नेचुरल रेमेडी मान सकते हैं जिसके कई लाभ हैं। इसका इस्तेमाल आमतौर पर एमरजेंसी ओवरडोज और एंटी-पॉयजन ट्रीटमेंट में किया जाता है। लेकिन, इसके बारे में अभी पर्याप्त स्टडी नहीं की गयी है। हो सकता है कि यह आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल को सही रखने, दुर्गंध से बचने, किडनी फंक्शन को सुधारने और गैस व डायरिया को कम करने में सहायक हो। लेकिन, अभी इसके फायदों को लेकर अधिक स्टडी की जानी आवश्यक है। इसके साथ ही इसे सही डोज में लें। अगर आपके मन में इस बारे में कोई भी सवाल है, तो डॉक्टर से अवश्य जानें।