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कॉन्स्टिपेटेड बच्चों के लिए मसाज : कब्ज से छुटकारा पाने का है आसान तरीका!

Written by डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


अपडेटेड 10/12/2021

    कॉन्स्टिपेटेड बच्चों के लिए मसाज : कब्ज से छुटकारा पाने का है आसान तरीका!

    कॉन्स्टिपेटेड बच्चों के लिए मसाज (Massage) बेहद जरूरी माना जाता है। इस मसाज के जरिए बच्चे का बॉवेल मूवमेंट (Bowel movement) बेहतर बनता है और स्टूल पास करने में आसानी होती है। कॉन्स्टिपेशन (Constipation) एक ऐसी समस्या है, जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। जब बात हो रही हो किसी भी उम्र की, तो छोटे बच्चे भी इसकी गिरफ्त में आ जाते हैं। छोटे बच्चों में कॉन्स्टिपेशन की समस्या एक गंभीर समस्या मानी जाती है। इस समस्या में बच्चों को स्टूल (Stool) पास करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।

    कई बार बच्चों में कॉन्स्टिपेशन की समस्या कुछ ही दिनों के लिए होती है। लेकिन कई बच्चे ऐसे होते हैं, जो लंबे समय तक इस समस्या से परेशान रहते हैं। खास तौर पर वह बच्चे जिनकी उम्र एक से चार साल के बीच होती है, ये बच्चे अपनी तकलीफ खुलकर नहीं बता पाते। यही वजह है कि आपको कॉन्स्टिपेटेड बच्चों के लिए मसाज (Massage for Constipated Children) थेरेपी की जरूरत पड़ती है। आइए जानते हैं कॉन्स्टिपेटेड बच्चों (Constipated Children) के लिए मसाज के बारे में अधिक जानकारी। लेकिन इससे पहले जानते हैं कि बच्चों में कॉन्स्टिपेशन के कौन-कौन से लक्षण दिखाई दे सकते हैं।

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    कॉन्स्टिपेटेड बच्चों के लिए मसाज से पहले समझें कब्ज के लक्षणों को! (Symptoms of Constipation)

    बच्चों में कॉन्स्टिपेशन एक गंभीर समस्या साबित होती है। इस समस्या के दौरान छोटे बच्चे अपनी तकलीफ मां-बाप को समझा नहीं पाते। ऐसे में माता-पिता को बच्चे के लक्षणों पर ध्यान देकर इस तकलीफ को समझना होता है। बच्चों में कॉन्स्टिपेशन (Constipation) के यह लक्षण देखे जा सकते हैं –

    • सप्ताह में दो बार से कम स्टूल पास होना
    • स्टूल (Stool) का कड़क और सूखा दिखाई देना
    • स्टूल पास होने के दौरान दर्द होना
    • ब्लोटिंग की समस्या (Bloating problem) होना
    • स्टूल पास करने के बाद भी बच्चे में चिड़चिड़ापन रहना

    यह सभी लक्षण बच्चों में कॉन्स्टिपेशन (Constipation) की समस्या को दर्शाते हैं। कई बार बच्चा इन लक्षणों के कारण बॉवेल मूवमेंट (Bowel movement) को अवॉइड करता है और ऐसी स्थिति उसकी समस्या को और भी बदतर बनाती है। इसलिए इस तरह की स्थिति में आपको डॉक्टर की सलाह लेने की जरूरत पड़ती है। एक्सपर्ट के अनुसार यदि बच्चे में कॉन्स्टिपेशन के लक्षण 2 सप्ताह से ज्यादा दिखाई दे, तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। यदि यह स्थिति लंबे समय तक जारी रहती है, तो यह बच्चे के अंदरूनी अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है।

    बच्चों में यह लक्षण दिखाई दे सकते हैं –

    • स्टूल पास करने के दौरान ब्लीडिंग होना
    • ब्लोटिंग होना
    • पेट में दर्द रहना
    • उल्टी की समस्या होना
    • वजन का कम होना

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    यदि बच्चे में आपको यह लक्षण दिखाई देते हैं, तो बिना देर आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर की सलाह के बाद बच्चे का जरूरी ट्रीटमेंट किया जा सकता है, जिससे बच्चे को कॉन्स्टिपेशन (Constipation) की समस्या में आराम मिलता है। कई बार सामान्य लक्षण होने पर डॉक्टर आपको कॉन्स्टिपेटेड बच्चों के लिए मसाज (Massage for Constipated Children) के बारे में भी बता सकते हैं। कॉन्स्टिपेटेड बच्चों में मसाज (Massage) थेरेपी बेहद कारगर साबित होती हैं। कॉन्स्टिपेटेड बच्चों में मसाज थेरेपी के अंतर्गत अलग-अलग तरह के मसाज को शामिल किया गया है, जो कॉन्स्टिपेशन की समस्या में बच्चे को राहत पहुंचा सकते हैं। आइए अब जानते हैं कॉन्स्टिपेटेड बच्चों (Constipated Children) के लिए मसाज के बारे में।

    कॉन्स्टिपेटेड बच्चों के लिए मसाज : इनका कर सकते हैं इस्तेमाल (Massage for Constipated Children)

    कॉन्स्टिपेटेड बच्चों के लिए मसाज

    कॉन्स्टिपेटेड बच्चों में मसाज (Massage) थेरेपी के बारे में बात करने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखने की जरूरत पड़ती है। मसाज से पहले बच्चे की सेहत को नुकसान ना हो, इसलिए इन बातों को समझना जरूरी है।

    • कॉन्स्टिपेटेड बच्चों के लिए मसाज (Massage for Constipated Children) बेहद कारगर साबित होता है, लेकिन यह मसाज कभी भी बच्चे को खाना खिलाने के बाद या सोने से पहले नहीं देना चाहिए।
    • बच्चे को मसाज देने से पहले हाथों में पहने ज्वेलरी इत्यादि को निकाल देना चाहिए। इस तरह की ज्वेलरी की वजह से बच्चे की त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है।
    • कॉन्स्टिपेटेड बच्चों (Constipated Children) के लिए मसाज देने से पहले बच्चे को हमेशा कोमल सतह पर रखना जरूरी है। जब आप बच्चे को मसाज देते हैं, तो उसके शरीर पर दबाव पड़ता है। कोमल सतह पर ना होने के कारण बच्चे की स्किन को तकलीफ पहुंच सकती है।
    • मसाज के दौरान बच्चे के एक्सप्रेशन पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। यदि बच्चे को किसी तरह का मसाज पसंद नहीं आता, तो उसके एक्सप्रेशन से आपको उसकी स्थिति का पता चल जाएगा।

    आइए अब जानते हैं कॉन्स्टिपेटेड बच्चों में मसाज थेरेपी किस तरह दी जा सकती है।

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    टमी स्पाइरल मसाज (Tummy Spiral Massage)

    कॉन्स्टिपेटेड बच्चों के लिए मसाज (Massage for Constipated Children) में ये मसाज बेहद कारगर साबित होता है। इस मसाज के लिए आपको बच्चे की नाभि के पास अपनी फोर फिंगर रखने की जरूरत पड़ती है और इसे क्लॉक वाइज मोशन में घुमाना पड़ता है। इस दौरान उंगली से बच्चे के पेट पर हल्का दबाव रखने की जरूरत पड़ती है। धीरे-धीरे आप उंगली की जगह अपने पाम का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। ऐसा करने से आपके बच्चे को बेहतर महसूस होता है। कॉन्स्टिपेटेड बच्चों में मसाज थेरेपी में यह टमी स्पाइरल मसाज बेहद कारगर माना जाता है। ध्यान रहे कि टमी स्पाइरल मसाज (Massage) देने के दौरान हमेशा आपका हाथ क्लॉक वाइज ही चलना चाहिए, इससे बच्चे का डाइजेशन बेहतर होता है।

    टोस टू नोज मसाज (Toes to Nose Massage)

    कॉन्स्टिपेटेड बच्चों के लिए मसाज (Massage for Constipated Children) थेरेपी के दौरान यह मसाज बेहद अच्छा माना जाता है। इसके लिए आपको बच्चे के दोनों पैर एक साथ जोड़कर पकड़ने होते हैं ऐसे कि पैरों के तलवे आपस में जुड़े हों। इसके बाद धीरे-धीरे पैरों को सिर की ओर मोड़ते हुए उन्हें नाक से लगाना होता है। इस तरह आप बच्चे के पेट पर प्रेशर बनाते हैं और बच्चे का बॉवेल मूवमेंट (Bowel movement) बेहतर होता है। इस मसाज के दौरान आपको ध्यान रखने की जरूरत पड़ती है कि बच्चे के पैरों में ज्यादा खिंचाव ना हो।

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    ट्विस्ट मसाज (Twist massage)

    कॉन्स्टिपेटेड बच्चों के लिए मसाज (Massage for Constipated Children) के दौरान यह मसाज आपके बेहद काम आ सकता है। इसके लिए आपको बच्चे के पैरों को पेट की तरफ मोड़ना पड़ता है। अब धीरे-धीरे बच्चे की लोअर बॉडी को हल्के प्रेशर के साथ एक और झुकाना होता है। अब यही मसाज शरीर के दूसरी तरफ से भी करना होता है। इससे बच्चे के पेट में हल्का खिंचाव महसूस होता है और बच्चा आसानी से स्टूल पास करता है। इस मसाज (Massage) के दौरान आपको बच्चे के शरीर पर पड़ रहे प्रेशर पर खास ध्यान देने की जरूरत पड़ती है। ज़्यादा प्रेशर से बच्चे की मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है।

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    कॉन्स्टिपेटेड बच्चों (Constipated Children) के लिए मसाज थेरेपी बेहद कारगर मानी जाती है। लेकिन इस मसाज (Massage) थेरेपी को आपको डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसका उपयोग बच्चों पर करना चाहिए। कई बार गलत तरीके से खिंचाव आने पर बच्चे के शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए डॉक्टर से ट्रेनिंग लेकर ही बच्चे को इस तरह के मसाज दिए जाने चाहिए। यदि आप कॉन्स्टिपेटेड बच्चों के लिए मसाज (Massage for Constipated Children) थेरेपी देने से डरते हैं, तो इसके लिए आपको डॉक्टर की सहायता लेनी चाहिए, जिससे बच्चे को नुकसान ना पहुंचे।

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