स्वस्थ रहने के लिए अच्छा खानपान बेहद जरूरी है, लेकिन मौजूदा दौर में लोग ताजी हरी सब्जियों को, ताजे खाद्य पदार्थ को छोड़ प्रोसेस्ट फूड की तरफ ज्यादा जा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि यह हमें प्रोसेस्ड फूड आसानी से मिल जाता है। वहीं इसे हम लंबे समय तक फ्रिज में रख सकते हैं, लेकिन यह हमारी सेहत के लिए काफी नुकसानदेह है। प्रोसस्ड फूड और उससे जुड़े फैक्ट्स पर आधारित इस आर्टिकल में जानेंगे कि आखिर क्यों हमें प्रोसेस्ड फूड का सेवन नहीं करना चाहिए?
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड शरीर को पहुंचा सकते हैं नुकसान (Ultra Processed Food effect on body)
पूर्व में किए गए शोध से पता चला है कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड, जैसे स्नैक्स व सोडा का ज्यादा सेवन करना हमारे शरीर पर बुरा असर डालता है। हाल ही में किए गए दो शोध से पता चला है कि प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से कार्डियोवेस्कुलर डिजीज की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। कई अध्ययनों ये बात भी सामने आई है कि यदि हम ज्यादा से ज्यादा अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते हैं तो उस स्थिति में अनुवांशिक बीमारियां के होने की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं।
कैंसर, टाइप 2 डायबिटीज, सिलाइक डिजीज (celiac disease) और मल्टीपल स्क्लोरोसिस (multiple sclerosis) महज कुछ बीमारियां हैं जो ज्यादा प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने के कारण होती हैं। वहीं कुछ शोध यह भी बताते हैं कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से व्यक्ति की आयु घटती है और उसकी जल्द ही मौत हो जाती है।
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इसलिए बेहद खतरनाक है अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का सेवन
फ्रांस के पेरिस स्थित एपेडेमिलाटीव स्टेटिक्स रिसर्च सेंटर सोनबोन के बेर्नाड सरार ने अपने शोध कर यह पता लगाने की कोशिश की है कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से कार्डियोवस्कुलर का खतरा कितना ज्यादा होता है। 105 से 159 युवाओं पर शोध कर जानकारी हासिल की। पता चला कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड में कुल फैट की अधिकतम मात्रा होती है, सैच्युरेटेड फैट के साथ, एडेड शुगर, एनर्जी डेंसिटी और नमक के साथ लोअर फाइबर विटामिन की मात्रा होती है। अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड के बेक किए खाद्य पदार्थ के साथ, स्नैक्स, साफ्ट ड्रिंक, रेडी मील्स के साथ वेजीटेबल सूप्स कुछ उदाहरण हैं।
शोध में यह पता चला कि सिर्फ दस फीसदी ही अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से कार्डियोवेस्कुलर डिजीज (cardiovascular disease) की 12 फीसदी संभावनाएं बढ़ जाती हैं, कोरोनरी हार्ट डिजीज (coronary heart disease) होने की 13 फीसदी, सेरेब्रोवेस्कुलर डिजीज (cerebrovascular disease) होने की 11 फीसदी संभावनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में जो लोग प्रोसेस्ड फूड का कम से कम सेवन करते हैं उनको इस प्रकार की बीमारी होने की संभावनाएं भी कम रहती हैं।
रेगुलर प्रोसेस्ड फूड और अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड में अंतर (difference between regular processed food and ultra processed food)
सामान्य शब्दों में प्रोसेस्ड फूड उन खाद्य पदार्थ को कहते हैं जिसे वास्तविक व प्राकृतिक रूप से बदला जाता है। इंटरनेशनल फूड इंफॉर्मेशन काउंसिल के अनुसार किसी भी प्रकार के खाद्य पदार्थ को खाने से पहले किए जाने वाले बदलाव को प्रोसेस्ड फूड में शामिल किया जाता है। गर्म करना, पाश्चुरीकरण करने के साथ डिब्बा बंद करना व खाद्य पदार्थ को सूखाना प्रोसेस्ड फूड में आता है। इसे ठीक उसी प्रकार समझा जा सकता है जैसे सेब के पेड़ से सीधे फल तोड़कर ना खाकर या फिर गाय का दूध सीधे ना पीकर कुछ दिनों के बाद उसका सेवन करें तो उसे प्रोसस्ड फूड कहा जाता है।
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पहले के समय में लोगों को कुछ खाना होता था तो सबसे पहले गांव के बाजार में जाते थे जहां से हरी साक-सब्जियों की खरीदारी कर घर लौटते थे और उसे बनाकर खाते थे, लेकिन मौजूदा समय में अब हम गांव से कट गए हैं। ऐसे में अब स्टोर जाते हैं और वहां से प्रोसेस्ड फूड खरीदकर लाते हैं जिनसे डिनर या लंच तैयार कर उसका सेवन करते हैं। कुछ मायनों में प्रोसेस्ड फूड सेहत के लिए खराब नहीं होते हैं। जैसे कटी हुई सब्जियों के साथ फ्रूट्स जूस का सेवन करना लाभदायक हो सकता है, लेकिन ऐसे प्रोसेस्ड फूड जिनमें काफी मात्रा में सोडियम, फैट व शुगर का इस्तेमाल किया गया हो वे हमारी सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकते हैं।
कई खाद्य सामग्री को प्रोसेस्ड फूड में शामिल किया जा सकता है। जैसे दाल, चीनी, दूध, ब्रेड, कुकीज, आलू चिप्स शामिल हैं। कई तकनीक को अपनाना किसी खाद्य पदार्थ को प्रोसेस्ड फूड की शक्ल दी जाती है।
इन प्रोसेस्ड फूड को कहे ना (Avoid these processed food)
सूअर का मांस (Pork meat)
सूअर के मांस में सोडियम की अधिक मात्रा रहती है। जो हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनता है। वहीं यह इसलिए स्वादिष्ट लगता है क्योंकि इसमें सैच्युरेटेड फैट की मात्रा अधिक होती है। जिसका अत्यधिक सेवन करने से दिल की बीमारी के साथ मोटापा का खतरा रहता है। इसके अंदर प्रिजरवेटिव मिलाए जाते हैं उसके कारण सिर दर्द के साथ कैंसर तक की बीमारी हो सकती है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन इंटरनेशनल एजेंसी फार रिसर्च आन कैंसर के अनुसार सूअर का मांस और हाॅट डाग जैसे प्रोसेस्ड फूड सिगरेट के समान ही हानिकारक है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इसमें नाइट्रेट की काफी मात्रा होती है।
पॉपकॉर्न भी है हानिकारक (Popcorn)
पाॅपकॉर्न के साथ किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। इसमें स्वादानुसार नमक और बटर डालकर सेवन किया जा सकता है, लेकिन समस्या माइक्रोवेव पाॅपकाॅर्न के बैग से है। कुछ शोध में पाया गया है कि इसके सेवन के कारण हमारी किडनी पर असर के साथ सीमेन की गुणवत्ता कम होती है। ऐसे में आप सीधे बाजार से पाॅपकार्न खरीदकर खुद उसे पकाकर खा सकते हैं। यह हेल्दी भी होगा।
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ड्राय फ्रूट्स (Dry fruits)
कई बार आपने किशमिश खाने से साथ अमावट खाया गया। खाने में स्वादिष्ट होने के साथ यह काफी संतुष्टि दिलाते हैं। इनमें फाइबर, विटामिन और मिनरल की प्रचूर मात्रा भी होती है, लेकिन यही यदि आकार में सामान्य से ज्यादा बड़े हो तब उसका सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि हम उसका जितना ज्यादा सेवन करेंगे हमें उसे और खाने की इच्छा होगी। बता दें कि इसके छोटे से हिस्से में काफी मात्रा में हाई कैलोरी होने के साथ हाई शुगर की मात्रा होती है। वहीं ज्यादा शुगर खाने के साथ आप मोटापा से ग्रसित हो सकते हैं।
फ्रूट स्नैक्स, कैचअप और फ्रोजन डिनर से भी रहे दूर (Fruit Snacks, ketchup and frozen dinner)
वहीं फ्रूट्स स्नैक्स का भी ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह हमारी दांतों के साथ कमर के लिए घातक है। वहीं इसका सेवन करने से डायबिटीज का भी खतरा है। नकली मक्खन का भी सेवन करने से बचना चाहिए। एक समय था जब बटर की बजाय लोग मक्खन का सेवन किया करते थे, लेकिन मौजूदा समय में मक्खन में काफी मात्रा में ट्रांस फैट होता है जो शरीर के लिए काफी नुकसानदेह है।
वहीं केचअप की अधिक मात्रा का सेवन करने से भी परहेज करना चाहिए। यदि हम बर्गर और फ्रेंच फ्राइस के साथ केचअप का सेवन कर रहे हैं तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। वहीं हम लोगों को फ्रोजन डिनर से भी परहेज करना चाहिए। लोगों को लगता है इसमें वह सब कुछ है जिसका हमको सेवन करना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है। फ्रोजन डिनर में शुगर, फैट व सोडियम की अधिक मात्रा होती है। इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से वजन बढ़ने के साथ दिल संबंधी बीमारी हो सकती है। वहीं व्यक्ति ब्लड प्रेशर का मरीज हो सकता है।
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प्रोसेस्ड फूड को ऐसे पहचानें
हर व्यक्ति की कोशिश यही रहनी चाहिए कि कम से कम अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का सेवन करें।
इसे टेबल के अनुसार आसानी से समझा जा सकता है। वहीं हम लोगों को कोशिश करनी चाहिए कि कम से कम प्रोसेस्ड फूड का सेवन करें।
कम प्रोसेस्ड प्रोसेस्ड अल्ट्रा प्रोसेस्ड
काॅर्न केन काॅर्न काॅर्न चिप्स
सेब सेब का जूस एप्पल पाई
आलू बेक्ड आलू फ्रेंच फ्राइस
गाजर गाजर का जूस गाजर का केक
गेंहूं आटा कुकीज
हमें उम्मीद है कि प्रोसेस्ड और अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड पर आधारित यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। इससे संबंधित या फिर किसी खास बीमारी की कोई और जानकारी चाहिए तो उसके लिए डाक्टरी सलाह लें।
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