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Bone cancer diet: जानिए बोन कैंसर डायट में क्या करें शामिल और कैसे से खाने-पीने की चीजों से करें परहेज!

Bone cancer diet: जानिए बोन कैंसर डायट में क्या करें शामिल और कैसे से खाने-पीने की चीजों से करें परहेज!

खाना… हमसभी के दिनचर्या और स्वस्थ्य जीवनशैली के लिए सबसे ज्यादा आवश्यक है। अगर आप वजन कम करने के लिए या बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज का सहारा लेते हैं, लेकिन सही डायट फॉलो नहीं करते हैं तो वेट कम या ज्यादा से जुड़ी समस्या का हल मिलना मुश्किल है। वहीं अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो ऐसी स्थिति में भी डायट का ख्याल रखना जरूरी है। इसलिए आज बोन कैंसर डायट (Bone cancer diet) के बारे में समझेंगे। 

कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन सही वक्त पर इलाज और डॉक्टर द्वारा दिए गए एडवाइस को फॉलो करने से इस गंभीर बीमारी को भी हराना आसान है। चलिए जानते हैं हड्डी के कैंसर के लिए डायट (Diet for Bone cancer) कैसी होनी चाहिए। 

  • हड्डी के कैंसर ट्रीटमेंट के दौरान डायट का ख्याल रखना क्यों जरूरी है?
  • बोन कैंसर डायट में किन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए?
  • बोन कैंसर डायट में किन खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए?
  • हड्डी के कैंसर के लिए डायट प्लान फॉलो करने से क्या फायदा मिल सकता है?

चलिए अब बोन कैंसर (Bone cancer) एवं बोन कैंसर डायट (Bone cancer diet) से जुड़े इन सवालों का जवाब जानते हैं, जिससे इस गंभीर बीमारी और इलाज के बारे में समझने में मदद मिल सके।

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बोन कैंसर डायट (Bone cancer diet): हड्डी के कैंसर ट्रीटमेंट के दौरान डायट का ख्याल रखना क्यों जरूरी है?

बोन कैंसर डायट (Bone cancer diet)

बोन कैंसर के इलाज के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं जिसका असर एपेटाइट (Appetite) और बॉडी वेट (Body weight) पर पड़ना तय माना जाता है। इसलिए नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) एवं जॉन्स हॉपकिन्स हॉस्पिटल, और जॉन्स हॉपकिन्स सिस्टम (The Johns Hopkins Hospital, and Johns Hopkins Health System) द्वारा पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार बोन कैंसर पेशेंट हों या किसी भी कैंसर पेशेंट के डायट का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। अगर कैंसर ट्रीटमेंट जैसे कीमोथेरिपी या रेडिएशन थेरिपी के दौरान हेल्दी वेट, बैलेंस डायट फॉलो किया जाए तो उससे बोन कैंसर पेशेंट को कई अलग-अलग फायदे मिल सकते हैं। जैसे:  

  • बोन कैंसर ट्रीटमेंट के कारण होने वाले साइड इफेक्ट्स (Treatment side effects) को मैनेज किया जा सकता है। 
  • शरीर में एनर्जी लेवल बढ़ती (Increase energy) है। 
  • मांसपेशियां टोन (Muscle tone) होती हैं।  
  • इम्यून सिस्टम अच्छा (Preserve immune function) बना रहता है। 
  • शरीर के अंदुरुनी सूजन (Reduce inflammation) को कम करने में मदद मिलती है। 

ये हैं हड्डी के कैंसर के लिए डायट प्लान या हेल्दी डायट फॉलो करने के फायदे। वैसे बोन कैंसर डायट (Bone cancer diet) में क्या-क्या शामिल करना चाहिए और क्या नहीं इसे आगे समझेंगे। 

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बोन कैंसर डायट में किन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए? (Food for Bone cancer patients) 

किसी भी पुरानी बीमारी या कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होने पर हाई प्रोटीन (Protein), हेल्दी फैट्स (Healthy fats), व्होल ग्रेन्स (Whole grains), विटामिन (Vitamins) और मिनरल्स (Minerals) का सेवन जरूर करना चाहिए। वैसे यह ध्यान रखें कि अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित नहीं भी हैं, तो इन न्यूट्रिशनल वैल्यू को अपने डेली डायट में शामिल करना ना भूलें। चलिए अब खास तौर से बोन कैंसर डायट (Bone cancer diet) के बारे में समझने की कोशिश करते हैं और निम्नलिखित डायट बोन कैंसर पेशेंट को जरूर फॉलो करने की सलाह देते हैं। जैसे:

  • प्लांट-बेस्ड प्रोटीन (Plant-based Proteins)- बोन कैंसर ट्रीटमेंट के दौरान प्लांट-बेस्ड प्रोटीन का सेवन जरूर करना चाहिए। दरअसल प्लांट-बेस्ड प्रोटीन फूड में विटामिन और मिनिरल्स की मात्रा ज्यादा होती है जो कैंसर पेशेंट के लिए लाभकारी है। इसलिए बोन कैंसर डायट में प्लांट-बेस्ड प्रोटीन फूड में बिन्स (Beans), लैग्यूम (Legumes), नट्स (Nuts) एवं सीड्स (Seeds) को जरूर शामिल करें। वहीं अगर नॉन-वेजिटेरियन हैं तो लीन प्रोटीन जैसे चिकन (Chicken) या फिश (Fish) का सेवन कर सकते हैं।   
  • हेल्दी फैट्स (Healthy Fats)- कई लोग फैट्स का सेवन वजन बढ़ने की वजह से नहीं करना चाहते हैं, लेकिन सच तो ये है हेल्दी फैट्स का सेवन हर किसी को करना चाहिए  और बोन कैंसर पेशेंट को भी, क्योंकि मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स (Monounsaturated) और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट्स (Polyunsaturated fats) का सेवन जरूर करना चाहिए। इसलिए बोन कैंसर डायट में एवोकैडो (Avocados), ऑलिव ऑयल (Olive oil), ग्रेपसीड ऑयल (Grapeseed oil) का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही हड्डी के कैंसर के लिए डायट प्लान में अखरोट (Walnut) को जरूर शामिल करना चाहिए। अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स (Omega-3 fatty acids) की मात्रा ज्यादा होती है जो अंदुरुनी सूजन (Inflammation) को कम करने के साथ-साथ कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ (Cardiovascular health) के लिए भी लाभकारी है। 
  • हेल्दी कार्ब्स (Healthy Carbs)- हड्डी के कैंसर के लिए डायट प्लान में हेल्दी कार्ब्स को शामिल करना भी जरूरी है। हेल्दी कार्ब्स को अगर सामान्य शब्दों में समझें तो व्होल व्हीट (Whole wheat), ब्रान (Bran) एवं ओट्स (Oats)। ये सभी सॉल्युबल फाइबर (Soluble fiber) होते हैं, जो गट बैक्टीरिया (Gut bacteria) को हेल्दी बनाये रखने में अत्यधिक मददगार होते हैं। वैसे सॉल्युबल फाइबर की खासियत सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है, बल्कि सॉल्युबल फाइबर शॉर्ट-चेन फैटी एसिड्स (Short-Chain Fatty Acids) के निर्माण में भी सहायक है, जो मेटाबॉलिज्म (Metabolism) के लिए लाभकारी है।   
  • विटामिन्स और मिनरल्स (Vitamins and Minerals)- इंजाइमेटिक प्रोसेस के लिए विटामिन्स और मिनरल्स बेहद लाभकारी है, जो इम्यून फंक्शन को स्ट्रॉन्ग बनाये रखने में मददगार होता है और अंदुरुनी सूजन की समस्या को कम करने में मददगार है। इसलिए बोन कैंसर डायट में विटामिन्स और मिनरल्स की पूर्ति के लिए दूध (Milk), संतरे का जूस (Orange juice) और योगर्ट (Yogurt) को शामिल करें। 

ये हैं बोन कैंसर डायट प्लान (Bone cancer diet plan) में डेली और बैलेंस्ड फूड से जुड़ी जानकारी। 

नोट: अगर यहां बताये किसी भी बोन कैंसर डायट से जुड़े खाद्य पदार्थ या पेय पदार्थ से एलर्जी (Allergy) की समस्या है, तो इसका सेवन ना करें। वहीं अगर बोन कैंसर पेशेंट किसी अन्य हेल्थ कंडिशन के शिकार हैं, तो ऐसी स्थिति में भी डॉक्टर से डायट के बारे में जरूर समझें।  

और पढ़ें : बोन कैंसर कीमोथेरिपी (Bone cancer chemotherapy): कब जरूरत पड़ती है बोन कैंसर के लिए कीमोथेरिपी!

बोन कैंसर डायट में किन खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए? (Food to avoid during Bone cancer treatment)

बोन कैंसर डायट में निम्नलिखित खाद्य पदार्थों एवं पेय पदार्थों को शामिल नहीं करना चाहिए। जैसे: 

  • रेड और प्रोसेस्ड मीट (Red and processed meats) का सेवन नहीं करना चाहिए। 
  • ठीक तरह से ना पके (Uncooked) हुए फिश, चिकन या अंडे का सेवन नहीं करना चाहिए। 
  • शुगरी ड्रिंक्स (Sugary drinks) का सेवन नहीं करना चाहिए।  
  • हाइली प्रोसेस्ड फूड (Highly processed foods) का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • बिना धुले (Unwashed) फल एवं सब्जियों का सेवन नहीं करना चाहिए।   
  • एल्कोहॉल (Alcohol) का सेवन नहीं करना चाहिए। 

इन सभी खाद्य पदार्थों एवं पेय पदार्थों के साथ-साथ स्पाइसी फूड (Spicy food) और जंक फूड (Junk food) के सेवन से भी बचना चाहिए।  

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हड्डी के कैंसर के लिए डायट प्लान फॉलो करने से क्या फायदा मिल सकता है? (Benefits of Bone cancer diet plan)

हड्डी के कैंसर के लिए डायट प्लान फॉलो करने से ट्रीटमेंट के कारण होने वाले साइड इफेक्ट्स को कम करने में मदद मिल सकती है। जैसे:

  • भूख नहीं लगने (Appetite loss) की समस्या कम हो सकती है।
  • कब्ज (Constipation) की समस्या कम हो सकती है।
  • डायरिया (Diarrhea) की समस्या से बचने में मदद मिल सकती है।
  • कैंसर ट्रीटमेंट की वजह से मुंह का स्वाद (Loss of taste) बिगड़ जाता है, तो हड्डी के कैंसर के लिए डायट प्लान फॉलो करने से इस परेशानी से बचने में मदद मिल सकती है।
  • बोन कैंसर के लिए कीमोथेरिपी या अन्य ट्रीटमेंट के कारण पेशेंट को जी मिचलाने (Nausea) की समस्या बनी रहती है, लेकिन हड्डी के कैंसर के लिए डायट प्लान (Bone cancer diet plan) फॉलो करने से इस परेशानी को भी कम करने में मदद मिल सकती है।

ये परेशानियां कैंसर पेशेंट की शारीरिक परेशानी एवं मानसिक परेशानी को बढ़ा देती है। इसलिए हड्डी के कैंसर के लिए डायट प्लान जरूर फॉलो करें।

नोट: हड्डी के कैंसर के ट्रीटमेंट के कारण होने वाले साइड इफेक्ट्स को कम करने के लिए डॉक्टर कुछ मेडिसिन प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। इसलिए अगर कोई परेशानी भी महसूस होती है, तो इसकी जानकारी डॉक्टर को जरूर दें।

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अगर आप बोन कैंसर (Bone cancer) या बोन कैंसर डायट प्लान (Bone cancer diet plan) से जुड़े किसी तरह के सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज पर कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हैलो स्वास्थ्य के हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब जल्द से जल्द देने की पूरी कोशिश करेंगे। कैंसर ट्रीटमेंट के दौरान परेशान ना हों, इस बीमारी के इलाज में वक्त लग सकता है।

स्वस्थ रहने के लिए अपने डेली रूटीन में योगासन शामिल करें। यहां हम आपके साथ योग महत्वपूर्ण जानकारी शेयर कर रहें हैं, जिसकी मदद से आप अपने दिनचर्या में योग को शामिल कर सकते हैं। नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक कर योगासन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी जानिए।

डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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Current Version

08/07/2022

Nidhi Sinha द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील

Updated by: Nidhi Sinha


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डॉ. प्रणाली पाटील

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Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 08/07/2022

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