कैंसर ऐसी बीमारी है, जिसमें हमारे शरीर की कोशिकाएं तेजी से बढ़ना शुरू हो जाती है। यह कोशिकाएं तेजी से बढ़कर गांठ का रूप ले लेती है और धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैलने लगती हैं। कैंसर की समस्या शरीर के किसी भी अंग में हो सकती है। कैंसर के कारण बहुत से हो सकते हैं। खराब लाइफस्टाइल और खराब आदतों के कारण कैंसर की समस्या होना आम बात है। ओवेरियन कैंसर महिलाओं में पाया जाने वाला कैंसर है। ओवेरियन कैंसर के साथ रहना (Living with Ovarian Cancer) कितना चुनौतीपूर्ण होता है, आपको ये बात समझनी होगी। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको ओवेरियन कैंसर के साथ रहना (Living with Ovarian Cancer) और उसकी चुनौतियों को स्वीकार कैसे किया जाए, इस बारे में जानकारी देंगे। आइए पहले जानते हैं कि ओवेरियन कैंसर क्या होता है।
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ओवेरियन कैंसर के साथ रहना (Living with Ovarian Cancer)
महिलाओं में कैंसर से मृत्यु के लिए ओवेरियन कैंसर सांतवे कैंसर में से एक माना जाता है। शरीर में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के कैंसर अगर सही समय पर डायग्नोज कर लिए जाएं, तो कैंसर का इलाज करना संभव हो जाता है। कई केस में पेशेंट्स हेल्दी लाइफस्टाइल का चुनाव कर बेहतर जिंदगी जीते हैं। वहीं कुछ कैंसर ऐसे भी होते हैं, जिनके लक्षण पता नहीं चल पाते हैं। लक्षण पता ना चल पाने के कारण कैंसर शरीर में धीरे-धीरे बढ़ता रहता है और कोशिकाओं को प्रभावित करता रहता है। कैंसर की लास्ट स्टेज में शरीर में अगर कुछ लक्षण नजर आ जाते हैं, तो ऐसे में बीमारी को जड़ से खत्म करना बहुत मुश्किल काम हो जाता है। ओवेरियन कैंसर के साथ रहना चुनौतीपूर्ण होता है।
ओवेरियन कैंसर के लक्षणों का पता चलने में बहुत देरी हो जाती है। ओवेरियन कैंसर की शुरुआत में इसका पता नहीं चल पाता है। जब तक पता चलता है, बीमारी बहुत बढ़ चुकी होती है। अंडाशय में होने वाले कैंसर के कारण पेट में सूजन (Abdominal swelling), अपच (Indigestion) आदि की समस्या हो जाती है, जिसे समझ पाना मुश्किल हो जाता है। ओवेरियन कैंसर होने के बाद फिजिकल चैलेंजेस के साथ ही मैंटल चैलेंज का भी सामना करना पड़ता हैं। ओवेरियन कैंसर आपकी जिंदगी के हर पहलू को बदल सकता है। आपको अपनी डाइट में बदलाव करने के साथ ही ट्रीटमेंट से संबंधित कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है। आइए जानते हैं किस तरह से आपको लाइफस्टाइल बदलने की जरूरत पड़ती है।
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ओवेरियन कैंसर के साथ रहना: सर्जरी के बाद रिकवरी (Recovering from surgery)
ओवेरियन कैंसर से बचने के लिए ऑपरेशन जरूरी माना जाता है। ओवेरियन कैंसर करने के लिए करीब 3 महीने का समय लग सकता है। आपको सर्जरी के बाद ज्यादा से ज्यादा आराम करना चाहिए और लंबे समय तक खड़े होने से बचना चाहिए। फिजियोथेरेपिस्ट (Physiotherapist) आपकी रिकवरी में मदद करने के लिए कुछ एक्सरसाइज के बारे में जानकारी देंगे।
कुछ समय बाद तक सभी एक्टिविटी नॉर्मल हो जाएंगी। इसमें 1 से 2 हफ्ते का समय लग सकता है। ऑपरेशन के बाद आपको क्या सावधानियां रखनी हैं, इसके बारे में डॉक्टर आपको जानकारी देंगे। आपको करीब 1 से 3 महीने की छुट्टी लेनी पड़ सकती है। आप करीब 1 महीने बाद ड्राइविंग कर सकते हैं। अगर आप पहले रेग्युलर एक्सरसाइज करते रहे हैं, तो आपको ऑपरेशन के करीब 3 महीने बाद कोई भी एक्सरसाइज करनी चाहिए।
यदि आपके दोनों अंडाशय हटा दिए गए हैं, तो कुछ बाद मीनोपॉज का अनुभव आप करेंगी। अगर आपको ऑपरेशन के पहले पीरियड्स होते थे, तो सर्जरी के बाद बंद हो जाएंगे। डॉक्टर हॉर्मोनल रिप्लेसमेंट थेरिपी (hormone replacement therapy ) लेने की सलाह दे सकते हैं, जो मीनोपॉज के लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है।
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ओवेरियन कैंसर के साथ रहना: फॉलोअप अपॉइंटमेंट (Follow-up appointments)
सर्जरी के बाद आपको फॉलो अप अपॉइंटमेंट की जरूरत पड़ेगी। ट्रीटमेंट के बाद आपको समय-समय पर रेग्युलर चेकअप के लिए जाना पड़ेगा। यह आमतौर पर 2 से 3 महीने में शुरू हो जाते हैं। अपॉइंटमेंट के दौरान आप किसी भी परेशानी को डॉक्टर से शेयर कर सकते हैं। ओवेरियन कैंसर कुछ समय बाद वापस भी आ सकता है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि आप समय-समय पर अपना चेकअप या टेस्ट जरूर कराएं। अगर आपको सर्जरी के एक साल बाद या कुछ समय बाद कुछ लक्षण दिखाई पड़ते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर को बताना चाहिए।
सर्जरी के बाद सेक्स लाइफ
ओवेरियन कैंसर के साथ रहना आपके जीवन में कई प्रकार के परिवर्तन कर सकता है। आपके मन में यह सवाल जरूर होगा कि अंडाशय को हटा देने के बाद सेक्स और फर्टिलिटी पर क्या असर पड़ता है? यह सच है कि ओवेरियन कैंसर का सेक्स लाइफ को कई तरीके से प्रभावित करती है। आपको सर्जरी के कुछ समय बाद तक सेक्स नहीं करना चाहिए क्योंकि घाव को ठीक होने में समय लगता है। सर्जरी के बाद मीनोपॉज शुरू हो जाता है। कई हॉर्मोनल चेंज भी हो सकते हैं। आप अपने साथी को इस बारे में बताएं और सर्जरी के तुरंत बाद सेक्स के लिए जल्दबाजी ना करें।
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ओवेरियन कैंसर के बाद क्या प्रेग्नेंसी है संभव?
ओवेरियन कैंसर होने पर क्या महिला गर्भवती या प्रेग्नेंट हो सकती है या फिर नहीं? यह बड़ा सवाल है। अगर ओवेरियन कैंसर के ट्रीटमेंट के दौरान महिला को कीमोथेरेपी दी जाती है, तो भविष्य में प्रेग्नेंट होने की संभावना रहती है। सर्जरी के कारण यदि अंडाशय से हटा दिया जाए, तो इसकी संभावना बंद हो जाती है। कीमोथेरेपी के बाद भी डॉक्टर महिला को यह जानकारी जरूर देते हैं कि अगर कैंसर का दोबारा खतरा है, तो ऐसे में कंसीव करने से बचना चाहिए। आपको इस बारे में डॉक्टर से अधिक जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।
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शरीर में होने वाले परिवर्तनों को न करें इग्नोर!
जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि अगर कैंसर की बीमारी जल्द डायग्नोज कर ली जाती है, तो उसका इलाज करना आसान होता है। कैंसर अगर अपनी आखिरी अवस्था में डायग्नोज किया जाता है, तो ट्रीटमेंट बहुत कठिन या ना के बराबर भी हो सकता है। अगर कैंसर अपनी आखिरी स्टेज में पहुंच चुका है, तो ऐसे में डॉक्टर पेशेंट में दिखने वाले लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए ट्रीटमेंट करते हैं। ऐसे में पेशेंट को परिवार के सपोर्ट के साथ ही स्प्रिचुअल सपोर्ट की जरूरत पड़ सकती है। आपके शरीर में अगर कोई भी परिवर्तन महसूस हो, तो बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से तुरंत जांच कराएं। किसी भी बीमारी को सही समय पर पकड़ लेने पर या डायग्नोज कर लेने पर उसे खत्म करने में आसानी होती है। आपको इस बारे में डॉक्टर से अधिक जानकारी लेनी चाहिए। ओवेरियन कैंसर के साथ रहना कितना चुनौतीपूर्ण है, उम्मीद है कि आप समझ गए होंगे।
इस आर्टिकल में हमने आपको ओवेरियन कैंसर के साथ रहना (Living with Ovarian Cancer) कितना चुनौतीपूर्ण है, इसको लेकर जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।