एपेशिया (Aphasia)
कम्युनिकेशन हेल्दी सेक्स लाइफ की कुंजी है। लेकिन, स्ट्रोक के बाद मरीज स्पीच और लैंग्वेज डिफीकल्टीज से पीड़ित होता है, जिससे कम्युनिकेशन के रास्ते बंद हो जाते हैं। किन्तु, बिना बोले भी से लवमेकिंग के बहुत सारे तरीके हैं। स्पर्श, देखभाल और इशारों के माध्यम से, आप अभी भी अपने साथी के साथ अपनी लव लाइफ को बैटर बना सकते हैं। शुरुआत में यह मुश्किल हो सकता है। लेकिन धीरे-धीरे आप इस नए तरीके से अपनी बातों को व्यक्त करने की आदत डाल लें। स्ट्रोक के बाद सेक्स (Sex after stroke) में यह बेहद महत्वपूर्ण पॉइंट है।
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पैरालिसिस (Paralysis)
स्ट्रोक के बाद रोगी के शरीर का एक हिस्सा पैरालाइज्ड हो सकता है या उनका एक हिस्सा कमजोर हो सकता है।पैरालिसिस की गंभीरता और स्थान के आधार पर, आपको अपने और अपने साथी के लिए कुछ कम्फर्टेबल खोजने के लिए अपनी स्थिति में बदलाव करना पड़ सकता है। ऐसे में पैरालिसिस होने के कारण स्ट्रोक के बाद सेक्स में समस्या आ सकती है। ऐसे में आप कुछ नई पोसिशन्स ट्राय कर सकते हैं जो आप दोनों के लिए कंफर्टेबल हो।
सेक्स के दौरान स्ट्रोक (Stroke During Sex)
स्ट्रोक सर्वाइवर्स के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय होता है फिर से सेक्शुअल रिलेशन को रिज्यूम करना। क्योंकि, सेक्स के दौरान दूसरे स्ट्रोक की संभावना भी हो सकती है। हालांकि, इस बात की बहुत कम चांसेस है कि सेक्स से किसी को दूसरा स्ट्रोक होने का खतरा हो। क्योंकि, इस दौरान, आपकी हार्ट रेट और ब्रीदिंग में वृद्धि होगी। इस दौरान आप केवल उतनी ही ऊर्जा खर्च करेंगे जितनी आप सीढ़ियों को चढ़ने में खर्च करते हैं। लेकिन इसे लेकर अगर आपके मन में कोई भी सवाल या चिंता है तो डॉक्टर से अवश्य जानें।

स्ट्रोक के बाद सेक्स और बर्थ कंट्रोल (Birth Control)
उन महिलाओं को, जो स्ट्रोक की सर्वाइवर हैं, फैमिली प्लानिंग (Family Planning) के लिए डॉक्टर से बात करनी चाहिए। क्योंकि प्रेग्नेंसी आपके लिए हाय रिस्क हो सकती है। लेकिन, ऐसे में बर्थ कंट्रोल पिल्स (Birth Control Pills) लेने से ब्लड क्लॉट्स (Blood clots) की पॉसिबिलिट्ज बढ़ सकती है। यानी, यह भी स्ट्रोक सर्वाइवर्स के लिए भी सुरक्षित नहीं है। ऐसे में डॉक्टर से सलाह अवश्य लेना जरूरी है।
इंकॉन्टीनेंस (Incontinence)
स्ट्रोक के बाद इंकॉन्टीनेंस यानी असंयमिता अनकम्फर्टेबल और शर्म का कारण हो सकता है। लेकिन यह कई स्ट्रोक सर्वाइवर्स के लिए एक सामान्य समस्या है। अगर आप सेक्स के दौरान किसी एक्सीडेंट की संभावना को लेकर चिंतित हैं, तो कुछ चीजों के बाद आपके लिए कम्फर्टेबल और रिलैक्स महसूस कर सकते हैं। जैसे अपने पार्टनर के साथ खुल कर बात करें। सेक्स से पहले लिक्विड को कम मात्रा में लें, ताकि आप बार-बार बाथरूम न जाएं। स्ट्रोक के बाद सेक्स (Sex after stroke) के दौरान ऐसी पोसिशन्स को ट्राय करने से भी बचें जिससे ब्लैडर पर अधिक प्रेशर पड़े आदि।
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स्ट्रोक के बाद सेक्स और नपुंसकता (Impotence)
अगर आपको स्ट्रोक के बाद इरेक्शन को बनाए रखने में समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से बात करना जरूरी है। क्योंकि, यह अन्य हेल्थ प्रॉब्लम्स का कारण भी हो सकता है। डॉक्टर आपको सही उपचार के विकल्पों की सलाह देंगे। करेक्टिव मेडिसिन्स भी पुरुषों को हार्ट अटैक के खतरे में डाल सकती हैं, खासकर यदि वे हाय ब्लड प्रेशर (High blood sugar) के लिए कुछ दवाएं ले रहे हैं। करेक्टिव मेडिसिन्स को लेने के लिए आपको कभी भी अपने हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) की दवाइयों को लेना बंद नहीं करना चाहिए। नपुंसकता की स्थिति में डॉक्टर आपको वैक्यूम पंप (Vacuum pumps), इंजेक्शन (Injections) और पेनाइल इम्प्लांट (Penile implants )आदि की सलाह दे सकते हैं।