यह तो थी कोलेस्ट्रॉल के बारे में जानकारी। जैसा की हम पहले ही बता चुके हैं कि सेक्स हॉर्मोन्स और कोलेस्ट्रॉल लेवल्स में कोरिलेशन (Sex hormones and Cholesterol levels) है। इसलिए, सेक्स हॉर्मोन्स (Sex hormones) कौन से होते हैं, यह भी आप जान लें।
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सेक्स हॉर्मोन्स और कोलेस्ट्रॉल लेवल्स से पहले जानें सेक्स हॉर्मोन्स के बारे में जरूरी बातें (Sex hormones)
स्टेरॉयड हॉर्मोन जैसे एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन का निर्माण ओवरीज (Ovaries), टेस्टिस (Testes) और एड्रेनल कोर्टेक्स (Adrenal cortex) द्वारा होता है। यह प्रजनन अंगों के विकास या कार्य या सेकेंडरी सेक्स कैरेक्टरिस्टिक्स (Secondary sex characteristics) के विकास को प्रभावित करते हैं। इन हॉर्मोन्स का न केवल सेक्शुअल फंक्शन बल्कि हड्डियों, दिमाग और ब्लड वेसल आदि पर भी असर होता है। ऐसे ही इनका इफेक्ट कोलेस्ट्रॉल लेवल (Cholesterol level) पर भी हो सकता है। आइए, जानें सेक्स हॉर्मोन्स और कोलेस्ट्रॉल लेवल्स में कोरिलेशन (Sex hormones and Cholesterol levels) के बारे में।
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सेक्स हॉर्मोन्स और कोलेस्ट्रॉल लेवल्स में कोरिलेशन (Sex hormones and Cholesterol levels)
हमारे शरीर के हॉर्मोन-प्रोड्यूसिंग ग्लेंड्स कोलेस्ट्रॉल का इस्तेमाल हॉर्मोन्स बनाने में करते हैं जैसे एस्ट्रोजन (Estrogen), टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) और कोर्टिसोल (Cortisol) आदि। जैसा की पहले ही बताया गया है कि हॉर्मोन्स का प्रभाव हमारे शरीर के कोलेस्ट्रॉल लेवल (Cholesterol level) पर भी पड़ सकता है। रिसर्च से यह बात साबित हुई है कि महिलाओं के मेंस्ट्रुअल सायकल के दौरान एस्ट्रोजन लेवल बढ़ता है। इसके साथ ही HDL कोलेस्ट्रॉल लेवल्स (HDL cholesterol levels) में भी बढ़ोतरी होती है और LDL कोलेस्ट्रॉल (LDL cholesterol) में कमी आती है। यह भी एक कारण हो सकता है कि मेनोपॉज के बाद महिलाओं में हार्ट डिजीज का जोखिम बढ़ जाता है, जब एस्ट्रोजन लेवल (Estrogen level) ड्राप होता है। मेनोपॉज के बाद महिलाओं में एस्ट्रोजन लेवल (Estrogen level) में कमी आ जाती है।
यही नहीं, थायरॉइड हॉर्मोन (Thyroid hormone के कम प्रोडक्शन से टोटल और LDL कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। अत्यधिक थायरॉइड हॉर्मोन (Thyroid hormone) यानि हायपोथायरायडिज्म (hypothyroidism) का उल्टा प्रभाव होता है। एंड्रोजन डेप्रिवेशन थेरेपी (Androgen deprivation therapy), LDL कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकती है। एंड्रोजन डेप्रिवेशन थेरेपी (Androgen deprivation therapy) प्रोस्टेट कैंसर के विकास को रोकने के लिए पुरुष हार्मोन लेवल को कम करती है। यही नहीं, ग्रोथ हार्मोन की कमी के कारण भी LDL कोलेस्ट्रॉल लेवल (LDL Cholesterol level) बढ़ सकता है।
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सेक्स हॉर्मोन्स और कोलेस्ट्रॉल लेवल्स में कोरिलेशन के बारे में अधिक इंफॉर्मेशन (Sex hormones and Cholesterol levels)
रिसर्च यह भी बताती हैं कि दो सेक्स हॉर्मोन्स (Sex hormones) एस्ट्राडिओल (Estradiol) और एस्ट्रोन (Estrone), जिन्हें साथ में एस्ट्रोजन के नाम से भी जाना जाता है। यहपुरुषों में बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल (Bad Cholesterol level) को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। इसके साथ ही यह गुड कोलेस्ट्रॉल लेवल (Good Cholesterol level) को भी कम कर सकते हैं। यह खास सेक्स हॉर्मोन्स (Sex hormones) पुरुषों में हार्ट डिजीज के मुख्य रिस्क फैक्टर्स हो सकते हैं। सेक्स हॉर्मोन्स और कोलेस्ट्रॉल लेवल्स में कोरिलेशन (Sex hormones and Cholesterol levels) के बारे में यह जानकारी बेहद आवश्यक है।